कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 28 अप्रैल। छत्तीसगढ़ वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर केशकाल वनमंडल के सभी लिपिक कर्मचारी बुधवार से 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।
छ.ग वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ कोंडागांव के जिला उपाध्यक्ष प्रवीण गौर ने बताया कि छ.ग वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ विगत वर्षों से अपने औचित्यपूर्ण मांगों को लेकर शासन एवं प्रशासन के समक्ष अनुरोध करता आ रहा है। लेकिन शासन-प्रशासन द्वारा संघ की मांगों पर ध्यान न देते हुए मांगों को लंबित रखा गया है, जिससे वन विभाग के लिपिक कर्मचारियों में काफी आक्रोश व्याप्त है। इसलिए हम चाहते हैं कि सरकार हमारी मांगों पर गहनता पूर्वक एवं सहानुभूमि के साथ विचार करते हुय त्वरित कार्यवाही करें, और जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक हमारा यह अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा। इस दौरान प्रभावित होने वाले विभागीय कार्यों की सम्पूर्ण जवाबदेही शासन प्रशासन की होगी।
10 सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से छग तृतीय श्रेणी (लिपिक वर्गीय) वन सेवा भर्ती नियम को अद्यतन करते हुये लेखापाल के 317 पदों को सहायक ग्रेड-1 एवं सहायक ग्रेड-1 के 78 पदों को लेखा अधीक्षक के पद में समाहित किये जाने संबंधी प्रस्ताव को वित्त विभाग से सहमति दी जाए। राज्य के अन्य विभागों की भांति वन विभाग में भी लिपिक कर्मचारियों के लिए विभागीय परीक्षाओं का आयोजन हो, जिससे वन लिपिक वर्गीय कर्मचारी भी राजपत्रित/उधा पदों पर पदस्थ हो सके।
राजस्व विभाग की भांति अधीक्षक पद को राजपत्रित अधिकारी का दर्जा दिया जाए। वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत डाटा एन्ट्री ऑपरेटरों का पदोन्नाति चैनल लागू करें। वन विभाग के अतंर्गत कार्यरत वायरलेस ऑपरेटरों का पदोन्नाति चैनल लागू करें। लिपिक संवर्ग के उधातम पदोन्नात पद लेखा अधिकारी/प्रशासकीय अधिकारी को संलग्नाधिकारी के पद पर सभी वृत्त एवं वनमण्डल कार्यालय में पदस्थिति किया जाए।
इस दौरान मण्डल अध्यक्ष भवरंजन सिरदार, कार्यकारी अध्यक्ष दीपा शोरी, कोषाध्यक्ष भुनेश्वरी विश्वकर्मा, अखिलेश कश्यप, सिरजुराम सेठिया, अखिलेश प्रधान, संजू यादव, सत्यभामा गुरु, संजू मण्डावी, उमेश गावड़े आदि मौजूद रहे।