कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 22 मार्च। प्रधान आरक्षक ने कोण्डागांव थाने के मालखाने में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बताया जाता है कि रविवार रात में वे घर नहीं गए थे। तलाश करने पर थाने का मालखाना खुला दिखा, जिसकी चाबी प्रधान आरक्षक के पास ही रहती थी। थाने के ऊपर फ्लोर में पहुंचने पर वे फांसी पर लटके दिखे। जिसके बाद सभी को इस मामले की सूचना दी गई।
प्रधान आरक्षक टेकराम ध्रुव मूलत: धमतरी जिले के ग्राम कोजागहन के रहने वाले थे। इनका पूरा परिवार कोण्डागांव में रहता है, जिसमें पत्नी शामपुर स्कूल में शिक्षिका हैं। इनकी 2 बेटी और 1 बेटा है।
टेकराम के पुत्र कमलेश्वर ने बताया कि वे रविवार को दिन से ही घर से निकले हुए थे, लेकिन रात दस बजे तक घर नहीं आने से चिंता होने लगी, मोबाइल भी बंद बता रहा था। इसके बाद सभी जगह खोज खबर लेने के बाद भी पता नहीं लगा तो थाने में पता किया, तब इस घटना का पता चला।
बताया जा रहा है कि टेकराम ही सीधे व सरल इंसान थे, उन्हें अपने काम से मतलब रहता था। इस घटना की खबर लगते ही पूरा स्टाफ स्तब्ध है। घर से भी वे रोज की तरह ही थाने के लिए निकले थे। घटना के बाद पुलिस मामले का पता कर रही है। अक्सर वे घर पर ही सोते थे। घटना के दिन ही विधायक मोहन मरकाम के हाथों फीता कटवाकर नए थाना भवन का उद्घाटन कर प्रवेश हुआ था।
एसडीओ पुलिस निमितेश सिंह परिहार ने बताया कि प्रधान आरक्षक टेकराम ध्रुव द्वारा मृत्यु पूर्व का सुसाइड नोट प्राप्त नहीं हुई व आत्महत्या के कारणों की जांच चल रही है।