कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 12 फरवरी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शनिवार और रविवार को शासकीय कार्यालयों में अवकाश घोषित कर कार्यालयीन समय में दस से साढ़े पांच बजे तक किए जाने के पश्चात कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा द्वारा कर्मचारियों को निश्चित समय पर आने के लिए सख्त निर्देश दिए गए थे, ताकि हितग्राहियों को किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना ना करना पड़े। ऐसे में सभी कार्यालयों में अधिकारियों द्वारा समय से कार्यालय आने की जांच की जा रही है। जिसके तहत अब तक 63 कर्मचारियों को जांच के दौरान उपस्थित न होने पर नोटिस दिया गया।
कार्यालय में 10 फरवरी को संयुक्त कलेक्टर पवन कुमार प्रेमी द्वारा दस बजे से जांच प्रारंभ की गई। जिसमें 24 कर्मचारियों को समय पर अनुपस्थित पाया गया। जिनके विरुद्ध नोटिस जारी किया गया है। इसमें कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास शाखा के 4, कार्यालय सहायक संचालक जनसंपर्क के 2, कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास शाखा के 3, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी 3, कार्यालय परियोजना अधिकारी राजीव गांधी शिक्षा मिशन के 4, कार्यालय बाल संरक्षण इकाई के 6 और कार्यालय सहायक पंजीयक सहकारिता के 1 कर्मचारी के विरुद्ध नोटिस जारी किया गया है।
इन सभी कर्मचारियों को तीन दिवस के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। संतुष्टि प्रद जवाब ना मिलने पर उनके विरुद्ध आधे दिन का वेतन काटने की कार्रवाई की जाएगी।
इसके अतिरिक्त पुष्पेंद्र कुमार मीणा के निर्देश पर सभी विकासखंडों में भी एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदारों द्वारा विकासखंड स्तरीय कार्यालयों में जाकर जांच की जा रही है।
इस दौरान देरी से आने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध नोटिस जारी कर सभी को समय पर कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके तहत 10 फरवरी और 11 फरवरी के दौरान एसडीएम केशकाल डीडी मंडावी द्वारा जनपद पंचायत केशकाल व मनरेगा शाखा में जांच के दौरान क्रमश: 9 व 6 कर्मियों को अनुपस्थित पाया गया।
केशकाल तहसीलदार आशुतोष शर्मा द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी व वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी के कार्यालय में जांच के दौरान क्रमश 6 व 3 लोगों को अनुपस्थित पाया। बडेराजपुर में तहसीलदार शांतनु तारम द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय की जांच की गई जिसमें 9 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। वहीं फरसगांव में जांच के दौरान परियोजना अधिकारी कार्यालय और खण्ड स्रोत समन्वयक कार्यालय बंद पाए गए। इन सभी के विरुद्ध नोटिस जारी कर कार्रवाई की जा रही है।
इस दौरान एसडीएम गौतम चंद पाटिल द्वारा भी खंड शिक्षा अधिकारी, कृषि कार्यालय व खंड स्रोत समन्वयक कार्यालय और फऱसगांव एसडीएम सीके ठाकुर द्वारा खंड स्रोत समन्वयक कार्यालय की जांच की गई।