कोण्डागांव

कोण्डागांव, 13 अगस्त। मानव तस्करी, पलायन, गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, बिजली के बढ़ते बिल के अलावा स्थानीय मुद्दों को लकर भाजपा ने 13 अगस्त को कोण्डागांव के चौपाटी मैदान में एक दिवसीय धरना दिया। राज्य की कांग्रेस सरकार पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा के नेतृत्व में एक दिवसीय धरना दिया गया। धरना के माध्यम से भाजपा के प्रदेश व जिला पदाधिकारियों ने विभिन्न जन केंद्रित मुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद की।
इस दौरान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेण्डी ने कहा कि, गांव-गांव व दूरस्थ अंचलों में प्रदेश सरकार की किसी भी योजना का लाभ हितग्राहियों को प्राप्त नहीं हो रहा है, जिसका दुष्परिणाम मानव तस्करी एवं पलायन के रूप में हमारे सामने है। कानून व्यवस्था की बदतर व कमजोर सूचना तंत्र के कारण प्रदेश में खुलेआम मानव तस्करी, अपहरण, बलात्कार इत्यादि की घटनाएं चरम पर है। इसके निराकरण हेतु जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने के साथ ही, बेहतर शिक्षा, कौशल विकास और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर को तराश स्थिति सुदृढ़ करने पर बल दिया जाने की आवश्यकता है। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा और पुनर्वास के लिए उठाए जाने वाले कदम की समय-समय पर मॉनिटरिंग की जानी चाहिए।
दीपेश अरोरा ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते प्रदेश में हावी खनन माफिया, भू माफिया, रेत माफिया और अराजक तत्वों पर अंकुश लगाने में विफल प्रदेश सरकार के सत्तासीनों को जमकर कोसा। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य जितेंद्र सुराना ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार का पूरा सिस्टम केवल टारगेट और वसूली पर टिका हुआ है जिस कारण से भ्रष्टाचार यहां चरम पर है।
धरना स्थल पर भाजपा कार्यकर्ताओ ने महामहीम राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से मानव तस्करी, पलायन, गरीबी का दंश झेल रहे परिवारों को आर्थिक सहायता, बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने, महिलाओं पर होने वाले अत्याचार, बाल श्रम, बंधुआ मजदूरी पर अंकुश लगाने, किसानों को खाद बीज की किल्लत से निजात दिलाने, अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण करने, स्वास्थ्य विभाग मे एमपीडब्लू भर्ती मे गड़बड़ी की जांच, चहेतों को काम दिलाने कमीशनखोरी करने वालो पर कार्यवाही सहित दैनंदिनी मे आम आदमी को होने वाली परेशानियों को उजागर किया गया।
इस संबंध मे तत्काल निर्णय लेकर त्वरित कार्यवाही न होने की दिशा मे पार्टी व संगठन द्वारा उग्र आंदोलन करने राज्य सरकार को चेताया।