गरियाबंद

राजिम कुंभ कल्प में लगा सद्गुरु कबीर विश्व शांति मिशन, छत्तीसगढ़ संत संगठन का सत्संग शिविर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम , 25 फरवरी। राजिम कुंभ कल्प मेला के संत समागम परिसर में सद्गुरु कबीर विश्व शांति मिशन, छत्तीसगढ़ संत संगठन का सत्संग शिविर लगाया गया है। जहां कबीर मिशन के संतों ने श्रद्धालुओं को को सत्संग का रसपान कराया। कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु वंदना कबीर भजन से किया गया। इस अवसर पर संत रविकर साहेब ने कहा आत्मा में लौट आना ही जीवन का परम लक्ष्य है। आत्मज्ञान के बिना मनुष्य भटकते रहता है।
संत कबीर ने लोगों को बताया कि आत्मा का विशुद्ध रूप ही परमात्मा है। जब तक मनुष्य बंधन में है तब तक जीव है बंधन से मुक्त हो जाने पर शिव है। आत्म स्थित व्यक्ति के अंदर में वसुधैव कुटुंबकम की भावना जागृत हो जाता है और वह सभी जीवो को अपने सामान स्वीकार कर लेता है। संत विजेंद्र साहेब जी ने कहा सभी धर्म का आदर करना चाहिए। क्योंकि मत पंथ संप्रदाय केवल एक रास्ता है अंत में सभी को मन शुद्ध करना चाहिए। संत घनश्याम साहब ने कहा की कबीर ने लोगों को अध्यात्म का सच्चा मार्ग दिखाया। आत्मज्ञान के बिना मनुष्य सुख प्राप्त नहीं कर सकता। संत देवेंद्र साहब ने कहा की बिना सद्गुरु के ज्ञान नहीं होता और ना ही अज्ञानता समाप्त होता है। संत जितेंद्र साहब ने कहा दीपक जलने से अंधेरा दूर हो जाता है इसी तरह से आत्मज्ञान हो जाने पर जीवन के दुख स्वत: समाप्त हो जाता है। संत हरेंद्र साहब ने भजन के माध्यम से लोगों को बताया कि सद्गुरु ज्ञान दाता है इसलिए गुरु के उपकार को नहीं भूलना चाहिए।
साध्वी राधा ने कहा मन की पवित्रता से मनुष्य सुख को प्राप्त होता है संस्कार और विचार से जीवन महान बनता है। साध्वी रितु ने कबीर भजन नाम गुरु का जप ले बंदे नहीं पीछे पछतायेगा की सुमधुर प्रस्तुति दी। छत्तीसगढ़ के 100 से अधिक आश्रम से संतों साध्वियों का आगमन हुआ है संगठन के सचिव ने शासन प्रशासन का आभार करते हुए कहा कि इस तरह से आध्यात्मिक, धार्मिक एवं जन कल्याणकारी आयोजन होना ही चाहिए, जिससे सुसंस्कृत, सभ्य समाज की स्थापना के साथ-साथ समृद्ध राष्ट्र का निर्माण होगा।