गरियाबंद

9 वेदियों में 9 पंडितों ने कराया 9 कन्या का विवाह, निकली बारात
03-Jan-2024 3:10 PM
9 वेदियों में 9 पंडितों ने कराया 9 कन्या का विवाह, निकली बारात

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 3 जनवरी।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी अति निर्धन परिवार की 9 बेटियों का विवाह नगर व अंचल की धार्मिक व सामाजिक संस्था सालासर सुंदरकांड हनुमान चालीसा जनकल्याण समिति ने नगरवासियों के सहयोग से कराया। रविवार को दोपहर 2 बजे राधाकृष्ण मंदिर से सुसज्जित 9 बैलगाडिय़ों में दूल्हे व 9 बैलगाडिय़ों में दुल्हन बैठकर बारात के रूप में गंज रोड होते हुए सदर मार्ग से वापस राधाकृष्ण मंदिर पहुंचे। 

संस्था के संस्थापक राजू काबरा ने बताया कि यह बेटियां अत्यंत निर्धन परिवार से हैं, जो मजदूरी के सहारे जीवन यापन कर रही हैं। इन 9 कन्याओं में एक कन्या दिव्यांग (नेत्रहीन) है। इस विवाह में नगर व अंचल के सभी लोगों का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। बारात के स्वागत में नगर के लोगों में काफी उत्साह रहा व बेटियों एवं दूल्हों को देखने हेतु लालायित थे। प्रत्येक बेटी को लगभग डेढ़ लाख रुपये का कन्यादान दिया गया, जिसमें प्रमुख रूप से भगवान सीताराम विवाह की तस्वीर, मंगलसूत्र (सोने का), नाक की फुली (सोने की), पायल (चांदी की), चांदी की बिछिया, गले का हार, हॉफ सेट ज्वेलरी, समिति की ओर से लिफाफा, सोलह श्रृंगार का सामान, वधू-वर के हाथ में घड़ी, भांवर (फेरा) की साड़ी, दूल्हे के लिए सफारी सूट, दुल्हन के लिए 7 साड़ी, लेडिस पर्स, वधू की चप्पल, कंबल, दीवान, गद्दा, बेड शीट, तकिया, सोफा, ड्रेसिंग टेबल, टी टेबल, सिलाई मशीन, आलमारी, कूलर, सीलिंग पंखा, बर्तन जाली, डिनर सेट 32 नग स्टील के, मिक्सी, कुकर, आयरन, जोरन पेटी, स्टील गुंडी, स्टील जग (एक नग), ट्रॉली बैग, एयर बैग, शक्कर 5 किलो, प्रमाण पत्र आदि शामिल हैं।

राधाकृष्ण मंदिर बारात पहुंचने के बाद शाम को गोधुलि बेला में कन्हैया महाराज के निर्देशन में 9 वेदियों में 9 पंडितों ने विवाह संपन्न कराया। समस्त नगरवासियों व अंचलवासी इन जोड़ों को आशीर्वाद देने बड़ी संख्या में विवाह स्थल पहुंचे। वहीं समिति द्वारा नववर्ष के अवसर पर पर विशाल हनुमान चालीसा महापाठ किया गया। संस्था के संस्थापक राजू काबरा ने कहा कि नगर वासियों एवं अंचल के लोगों ने आयोजन में बढ़-चढक़र भाग लिया एवं भरपूर सहयोग दिया जिसे भुलाया नहीं जा सकता। काबरा ने बताया कि यह आयोजन आज की जो युवा पीढ़ी धर्म को भूलकर दूसरे धर्म में जा रही उन्हें सनातन धर्म की ओर वापस लाने का यह प्रयास है।

 


अन्य पोस्ट