दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 12 अगस्त। उच्च शिक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के अंतर्गत तीन नए शासकीय महाविद्यालयों में स्नातक स्तर के प्रथम वर्ष में 13 अगस्त से ऑनलाइन प्रवेश प्रारंभ हो जाएगा। यह जानकारी देते हुए हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ। सी।एल। देवांगन ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सत्र 2021-22 से दुर्ग विश्वविद्यालय, परिक्षेत्र में तीन नए महाविद्यालय- कुम्हारी, निकुम तथा रानीतराई में आरंभ किए जाने की स्वीकृति प्रदान की गई है। शासन का आदेश प्राप्त होते ही विश्वविद्यालय द्वारा तत्काल सम्बद्धता प्रदान करने की कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ। अरूणा पल्टा द्वारा गठित पृथक-पृथक विशेषज्ञ समितियों को भौतिक रूप से महाविद्यालय हेतु चिन्हित जगहों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। इन तीन नये कॉलेजों में से दो महाविद्यालयों की संबद्धता संबंधी निरीक्षण रिपोर्ट विश्वविद्यालय को प्राप्त हो चुकी है। तीसरे महाविद्यालय का सम्बद्धता निरीक्षण 12 अगस्त को प्रस्तावित है। इन निरीक्षण रिपोर्ट की प्राप्ति के पश्चात विश्वविद्यालय के अधिकृत प्रवेश पोर्टल पर विद्यार्थियों को इन तीनों महाविद्यालयों में स्नातक स्तर के बी।ए।, बी।कॉम तथा बीएससी प्रथम वर्ष में ऑनलाइन प्रवेश हेतु आवेदन का अवसर प्राप्त होगा।
कुलपति डॉ। अरूणा पल्टा ने विश्वविद्यालय परिक्षेत्र में तीन नए महाविद्यालयों की स्थापना का स्वागत करते हुए कहा कि इससे इन क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्ति में सहायता होगी। प्रारंभ में कुम्हारी के नए महाविद्यालय का प्रभारी शासकीय खूबचंद बघेल महाविद्यालय भिलाई-3 के प्राचार्य को बनाया गया है। रानीतराई महाविद्यालय का तत्कालिक दायित्व प्राचार्य, शासकीय सी।एल।सी। महाविद्यालय पाटन को तथा निकुम स्थित नये महाविद्यालय के दायित्व की जिम्मेदारी शासकीय महाविद्यालय खेरथा के प्राचार्य को शासन द्वारा सौंपी गई हैं। बीए में राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र तथा अर्थशास्त्र विषय की कक्षाएं स्वीकृत की गई है। जबकि बीएससी में भौतिक, रसायन, गणित समूह तथा वनस्पति शास्त्र प्राणीशास्त्र एवं रसायन शास्त्र समूह में अध्ययन की स्वीकृति शासन द्वारा प्रदान की गई है। कुलसचिव डॉ। देवांगन ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा घोषित वार्षिक परीक्षा के परिणामों में बीसीए भाग तीन में 99 प्रतिशत विद्यार्थी सफल रहें। इसी प्रकार बीकॉम भाग तीन में 97 प्रतिशत विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की।