धमतरी
धमतरी, 27 मई। छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेशाध्यक्ष पर जैन समाज के धर्म गुरुओं के खिलाफ अभद्र और अनर्गल शब्दों का प्रयोग के आरोप है।
जैन संवेदना ट्रस्ट के महेन्द्र कोचर व विजय चोपड़ा ने निंदा करते कहा कि जैन धर्मावलंबियों का छत्तीसगढ़ में हजारों वर्षों का ऐतिहासिक प्रमाण है। अमित बघेल ने जैन धर्म के साथ छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत का अपमान किया है।
जैन समाज के प्रमुख सतीष नाहर, विजय गोलछा, राजेश जैन ने कहा कि विश्व में अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले, आपसी प्रेम सद्भभावना एवं भाईचारा बढ़ाने वाले, जियो और जीने दो का संदेश देने वाले और जगत के सभी प्राणीमात्र के प्रति करुणा भाव धारण करने वाले जैन मुनियों के बारे में ऐसी धारणा रखने वाले और खुले मंच से उनके प्रति ऐसी घटिया भाषा का प्रयोग करने वाले कि मानसिकता का अंदाजा स्वयं लगाया जा सकता है। अमित बघेल जिन्होंने आज जैन मुनियों के बारे में बहुत ही गंदे गंदे शब्दों का प्रयोग किया है, यह छत्तीसगढ़ राज्य जो कि आपसी प्रेम और सद्भाव के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बयान ने प्रेम सद्भावना के वातावरण में जहर घोलने वाला कृत्य है।
कड़ी कार्रवाई की मांग रखी
समाज में वैमनस्यकता फैलाने, अल्पसंख्यक समुदाय के धर्म गुरुओं के प्रति अपशब्द का प्रयोग करने, आपस में बैर को बढ़ावा देने, असामाजिकता फैलाने, जातिगत फूट डालने, आपसी रंजिश को बढ़ावा देने वाले, भडक़ाऊ भाषण देकर जनता को अनैतिक कार्य करने को उकसाने, बलि प्रथा को बढ़ावा देने आदि अन्य कुकृत्य के खिलाफ और अमित बघेल अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के खिलाफ जैन संवेदना ट्रस्ट कड़ी कार्यवाही की मांग करता है। प्रदर्शनकारियों में नीरज नाहर, दीपक जैन, सुनील जैन, नीलेश जैन, रानू डागा, आशीष जैन, नरेश जैन, देवेंद्र जैन, महेश रोहरा समेत बड़ी संख्या में समाज प्रमुख मौजूद रहे।


