दन्तेवाड़ा

पंखिड़ा गरबा महोत्सव पर उमड़ा उत्सव का रंग
30-Sep-2025 4:10 PM
 पंखिड़ा गरबा महोत्सव पर  उमड़ा उत्सव का रंग

ओपन गरबा में विजेता हुए पुरस्कृत

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बचेली, 30 सितंबर। एनएमडीसी मंगल भवन परिसर में जारी पंखिड़ा गरबा महोत्सव के दूसरे दिन रविवार रात अद्भुत उत्साह और उल्लास देखने को मिला। दीपों की टिमटिमाती रौशनी, ढोल-नगाड़ों की गूंज और पारंपरिक संगीत की लय पर नगरवासी देर रात तक गरबा की ताल पर थिरकते रहे। रंग-बिरंगी पोशाकों और पारंपरिक परिधानों में सजे प्रतिभागियों ने जब गरबा प्रस्तुत किया, तो पूरा वातावरण मानो गुजरात की पारंपरिक गरबा रात में तब्दील हो गया।

लगातार पांच वर्षों से आयोजित यह महोत्सव अब बचेली की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है। यह सिर्फ एक नृत्य आयोजन नहीं, बल्कि नगरवासियों के आपसी मिलन, परंपरा और सामाजिक सौहार्द का जीवंत प्रतीक है। बच्चे, युवा और बुज़ुर्ग—सभी आयु वर्ग के लोग इस आयोजन का हिस्सा बने और अपने तालमेल भरे कदमों से गरबा की अनोखी छटा बिखेरते रहे।

 

ओपन गरबा का आकर्षण

महोत्सव के पहले दो दिन नगरवासियों के लिए ओपन गरबा का आयोजन किया गया। रविवार को दूसरे दिन भी बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने अपनी प्रस्तुति दी। मंच पर गूंजते लोकगीतों और लहराते कदमों के साथ पारंपरिक नृत्य ने पूरे परिसर में उत्साह की नई ऊर्जा भर दी। दर्शक भी तालियों और जयकारों से प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते रहे। महोत्सव का मुख्य आकर्षण 29 सितंबर को होने वाली ग्रुप गरबा प्रतियोगिता रही , जिसमें विभिन्न टीमें अपनी नृत्य प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी।

 विजेताओं के लिए आकर्षक नगद पुरस्कार रखे गए हैं प्रथम पुरस्कार  21,000, द्वितीय पुरस्कार 11,000, तृतीय पुरस्कार 5,000 रु.,इसके अलावा अन्य प्रतिभागियों को भी प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किए गए

गरबा महोत्सव की परंपरा

पांच वर्षों से निरंतर आयोजित यह गरबा महोत्सव अब बचेली की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में स्थापित हो चुका है। इसने जहां नगर के सांस्कृतिक वातावरण को नई ऊर्जा दी है, वहीं समाज में एकता और उत्सवधर्मिता का संदेश भी मजबूत किया है। तीन दिवसीय इस महोत्सव के अंतिम दिन नगरवासी ग्रुप प्रतियोगिता का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और गरबा की ताल पर फिर से झूमने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।


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