दन्तेवाड़ा
तीन दिनी राइड में पहुंचे सैकड़ों बाइकर्स, प्राकृतिक सौंदर्य और आदिवासी संस्कृति से हुए रूबरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 19 सितंबर। दंतेवाड़ा जिला इन दिनों पर्यटन और रोमांच का केंद्र बना रहा। 13 से 16 सितम्बर तक आयोजित ‘देखो दंतेवाड़ा बाइक ट्रेल 2025’ में राज्यभर से पहुंचे बाइक राइडर्स ने हिस्सा लिया। यह आयोजन ‘36 आरसी राइडिंग क्लब रायपुर’ और ‘जिला प्रशासन दंतेवाड़ा’ के सहयोग से किया गया। दंतेवाड़ा की धरती ने इन दिनों एक अद्भुत नजारा देखा, जब इंजन की गडग़ड़ाहट, रोमांच और संस्कृति का संगम बना।
तीन दिवसीय इस ट्रेल का मुख्य उद्देश्य दंतेवाड़ा की ‘‘प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे जंगलों और आदिवासी संस्कृति’’ से राइडर्स को परिचित कराना था। बाइकर्स ने जिले के अलग-अलग पर्यटन स्थलों की सैर की और यहां की संस्कृति को करीब से देखा। दंतेवाड़ा की प्राकृतिक सुंदरता, हरे-भरे जंगलों, पहाड़ों और समृद्ध आदिवासी संस्कृति को नजदीक से अनुभव किया गया। बाइकर्स ने न सिर्फ यहां की वादियों में दौड़ लगाई, बल्कि पारंपरिक नृत्य, लोकगीत और आदिवासी समाज की झलकियां भी देखीं।
एनएमडीसी गेस्ट हाउस, बचेली में रविवार शाम हुए समापन समारोह में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और स्थानीय लोग शामिल हुए। इस कार्यक्रम के दौरान आदिवासी कलाकारों ने पारंपरिक माडिय़ा नृत्य प्रस्तुत किया, जिसने सभी का मन मोह लिया। राइडर्स ने कहा कि दंतेवाड़ा की खूबसूरती और मेहमाननवाजी उनके लिए अविस्मरणीय रही।
‘‘पर्यटन को नई दिशा’’
स्थानीय विधायक और जिला प्रशासन ने कहा कि इस तरह की पहल दंतेवाड़ा के पर्यटन और संस्कृति को नई पहचान देगी। इससे बाहरी पर्यटकों का रुझान यहां बढ़ेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
कुल मिलाकर, ‘देखो दंतेवाड़ा बाइक ट्रेल 2025’ केवल एक राइडिंग इवेंट नहीं रहा, बल्कि इसने संदेश दिया कि दंतेवाड़ा प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता के कारण पर्यटन की असीम संभावनाओं से भरा हुआ है। बाइकर्स ने कहा कि दंतेवाड़ा न केवल एडवेंचर टूरिज्म का केंद्र बन सकता है बल्कि यहां की संस्कृति और परंपराएं भी दुनिया भर के सैलानियों को आकर्षित कर सकती हैं।


