दन्तेवाड़ा

दंतेवाड़ा, 3 सितंबर। जिले के डीपीआरसी मांझीपदर में 1 से 3 सितंबर तक रेस्पॉन्सिव गवर्नेंस प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिले के आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत ब्लॉक स्तर मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग राजीव नाग ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के 15 कर्मचारी और 2 गैर-सरकारी संगठन के प्रतिनिधि शामिल हैं। इन्हें ब्लॉक स्तर पर मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा, ताकि वे आगे ग्रामीण स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दे सकें। आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत कोरिया जिले के 156 ग्रामों का चयन किया गया है। इन ग्रामों में सरकार की 25 योजनाओं और बुनियादी सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित की जाएगी। प्रत्येक चयनित ग्राम में ‘आदि सेवा केंद्र’ स्थापित किए जाएंगे, जिनमें गैर-शासकीय कर्मियों को आदि सहयोगी और शासकीय कर्मियों को आदि साथी के रूप में जिम्मेदारी दी जाएगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजीव नाग ने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि शासन की नई सोच का प्रतीक है। यह अभियान प्रशासन को अधिक संवेदनशील, जवाबदेह और परिणामोन्मुख बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और जनता की भागीदारी को सर्वोपरि मानते हुए यह पहल जनता के विश्वास को मजबूत करेगी। उन्होंने आगे कहा कि शासन का मूल आधार जनता की सेवा है और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना ही कर्मयोग है। इस प्रशिक्षण में जिला स्तर के मास्टर ट्रेनरों के साथ-साथ ब्लॉक स्तर के मास्टर ट्रेनर एवं चयनित एनजीओ प्रतिनिधि मौजूद थे।