दन्तेवाड़ा

न गौशाला, न इलाज की व्यवस्था, मवेशी सडक़ पर, आमजन परेशान
22-Jul-2025 5:42 PM
 न गौशाला, न इलाज की व्यवस्था, मवेशी सडक़ पर, आमजन परेशान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 22 जुलाई।
शहर की सडक़ों पर घूमते मवेशी अब बचेली की एक गंभीर समस्या बन चुके हैं। रोजाना सुबह-शाम सडक़ पर आवारा गौवंशों का झुंड देखा जाना आम हो गया है। न केवल ट्रैफिक बाधित होता है, बल्कि कई बार वाहन दुर्घटनाओं की स्थिति बन जाती है, जिससे जान-माल की हानि की आशंका बढ़ गई है। इसके अलावा घायल हो जाने पर इन गायो के ईलाज के लिए कोई स्थान उपलब्ध नही है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि ये मवेशी कहीं भी बैठ जाते हैं चाहे सडक़ हो, दुकान के सामने या सरकारी दफ्तर के पास, किसी के घर के पास । कई बार आपस में लड़ते भी हैं, जिससे अफरा-तफरी की स्थिति बन जाती है। स्कूल जाते बच्चों, बाइक सवारों, बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा रहता है। 

बीमार मवेशियों के लिए नहीं इलाज की सुविधा
इन मवेशियों में कई बीमार भी होते हैं, जिनका न तो इलाज किया जा रहा है और न ही इनका ठिकाना सुनिश्चित किया गया है। कभी-कभी ये गंभीर संक्रमण फैलाने का भी खतरा बन सकते हैं, खासकर मानसून के मौसम में। स्थानीय एनजीओ एईसीएस के समर्पित सदस्यों द्वारा सडक़ किनारे ही मूक प्राणियों के इलाज करने को मजबूर है। स्थिति यह है कि गायों की मरहम पट्टी से लेकर छोटे ऑपरेशन त खुले आसमान के नीचे किए जा रहे है। वेटनरी विभाग के पास भी पर्याप्त स्थान नही है।

गौठान की घोषणा, लेकिन जमीनी असर नहीं
सरकार की ओर से गौठान निर्माण की योजना की घोषणा तो की गई थी, बनवाया भी गया था, लेकिन उसका कोई ठोस परिणाम दिखाई नहीं दे रहा। क्योंकि पांच साल पहले नगर के पुराना मार्केट वार्ड क्रं. 6 के हाईस्कूल के आगे लाखो रूपये की लागत से गौठान बनाया गया था, लेकिन ऐसे जगह पर बनाया गया जहां पर गौवंश ले जाने के लिए न मार्ग न रास्ता है। वह कोई काम का नही है, जनता का पैसा बर्बाद हो गया। न ही मवेशियों की स्थिति में कोई सुधार आया।
 

 

दुर्घटनाओं का बढ़ता खतरा
चूंकि मवेशी अक्सर बीच सडक़ पर चलते हैं या बैठ जाते हैं, तेज रफ्तार वाहनों को अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है। कई बार यह ब्रेक समय पर न लगने की वजह से दुर्घटनाएं हो जाती हैं। खासकर बड़े ट्रक या बसों के चालकों के लिए ये बेहद खतरनाक स्थिति है। शॉपिंग काम्पलेक्स में लगने वाले सब्जी बाजार में घुस जाते है सब्जी विक्रेता के साथ-साथ ग्राहक भी परेशान हो रहे है, इधर-उधर भागते है तो कई बार लोग घायल हो जा रहे है। खाने को चारा या कोई व्यवस्था न होने के कारण होटलों में घुस नहीं रहे हैं।
 जनता की मांग, प्रशासन तत्काल एक्शन लें-
शहरवासियों का स्पष्ट कहना है कि अब सहनशक्ति की सीमा पार हो चुकी है। प्रशासन को चाहिए कि एक स्थायी और सुरक्षित गौशाला का निर्माण करवाया जाए, बीमार मवेशियों की पहचान कर उनका इलाज कराया जाए। साथ ही ईलाज के लिए पर्याप्त स्थान की व्यवस्था की जाये। वेटेनरी विभाग भी इनके इलाज की व्यवस्था की जाये। बचेली के नागरिक अब सरकार व प्रशासन से एक ही सवाल पूछ रहे हैं, क्या सडक़ पर जीवन जीने को मजबूर मवेशियों और परेशान जनता की कोई सुनवाई होगी?


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