दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा,17 जुलाई। जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति ‘‘दिशा’’ एवं सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक संयुक्त जिला कार्यालय में सांसद बस्तर महेश कश्यप की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित की गई।
बैठक में जिले में संचालित विभिन्न निर्माण एवं विकास मूलक योजनाओं की समीक्षा करते हुए सांसद ने कहा कि अधिकारीगण इन योजनाओं को तेजी से प्रगति लाने के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय एवं बेहतर तालमेल एवं सहयोग से कार्य करें। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का संचालन जिले में समुचित ढंग से हो सके इसके लिए जरूरी है कि अधिकारीगण सक्रियता पूर्वक कार्यो को संपादित करें। केन्द्र और राज्य की योजनाओं का धरातलीय क्रियान्वयन किया जाना विभागों और जनप्रतिनिधियों की प्रमुख जिम्मेदारी है।
उन्होंने आगे यह भी कहा कि डीएमएफ की राशि को जिले के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले कार्यो में ही सदुपयोग करना सुनिश्चित करें। प्रकृति ने बस्तर को खनिज संपदा एवं प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण किया है। इसी के फलस्वरूप हमें डीएमएफ अनुदान की राशि एक वरदान के रूप में प्राप्त हुआ है। परन्तु हमें यह ध्यान रखना होगा कि एक सामुदायिक लाभ के तौर पर इसका वास्तविक उपयोग और जमीनी क्रियान्वयन दिखना भी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने जिले में शिक्षा, पर्यटन, खेल तथा स्वास्थ्य और उद्यानिकी के क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियों का भी जिक्र करते हुए कहा कि हम सब का यह लक्ष्य होना चाहिए कि जिले को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाए। उपस्थित थे।
इस दौरान केन्द्र और राज्य शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं की समीक्षा के तहत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, छ.ग ग्रामीण सडक़ योजना विकास अभिकरण, जल संसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, कृषि विभाग एवं महिला एवं बाल विकास द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी, उपाध्यक्ष अरविंद कुजाम, नगर पालिका अध्यक्ष पायल गुप्ता, कलेक्टर कुणाल दुदावत, पुलिस अधीक्षक गौरव राय, जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा और अपर कलेक्टर राजेश पात्रे प्रमुख रूप से मौजूद थे।


