दन्तेवाड़ा

नम आंखों से दी भगवान अयप्पा को विदाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली , 29 दिसंबर। लौह नगरी बचेली में स्थित अयप्पा मंदिर में 41 दिवसीय मण्डल व्रत पूजा का समापन गुरुवार को हुआ। अंतिम दिन सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और नम आंखों से भगवान अयप्पा को विदाई दी। इस पूजा का आयोजन मलयालम समाज के द्वारा किया जाता है।
मण्डल व्रत पूजा के अंतिम दिन रेल्वे कॉलोनी के शिव मंदिर में पूजा पश्चात श्रद्धालुओं ने हाथों में दीया लेकर शहनाई बजाते हुए रेल्वे कॉलोनी के शिव मंदिर से भगवान अयप्पा की झांकी निकाली गई।। रथ को काफी आकर्षक ढंग से सजाया गया था। इस दौरान जमकर गाजे-बाजे व आतिशबाजी की गई। अंत मेंं झांकी अयप्पा मंदिर पहुंची। तत्पश्चात अयप्पा मंदिर में विशेष मण्डलपूजा की गई। हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को गुड़ व चावल से बना प्रसाद वितरण किया गया। मंदिर को फूलों व आकर्षक झालर लाईटों के साथ सजाया गया।
इसी पूजा के साथ मंदिर का पट बंद कर दिया गया। दुबारा तीन दिवसीय जनवरी 2025 में मकर संक्राति के उपलक्ष्य में मंदिर का पट खुलेगा। इस पूजा का शुभारंभ 16 नवंबर को हुआ थ। भक्तों ने महाअन्नदान पर चावल, गुड़, तेल, दाल के अलावा रूपये का भी दान किये।
केरल राज्य के आवलापुरा जिला के कृष्णावरम ग्राम के रहने वाले पं. वासुदेवन पेाटी द्वारा पिछले 19 वर्षों से 41 दिवसीय मण्डल व्रत पूजा की जा रही है।
इस पूजा में सभी भक्त 41 दिन तक सुबह-शाम पूजा में शामिल हुए और मण्डल व्रत पूजा में विशेष योगदान रहा। हर शनिवार को शनिदेव की विशेष पूजा की जाती थी। सोमवार व शनिवार को गणेश पूजा भी की जाती थी।
कहा जाता है कि सच्चे मन से शनिदेव की पूजा करने पर मनोकामना पूर्ण होती है। इतने कड़ाके की ठंड में भी भक्त सुबह-शाम पूजा में शामिल होते थे। अंतिम दिन भक्तों ने नम आंखों से भगवान अयप्पा को विदाई दी।