दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 16 दिसंबर। नेशनल लोक अदालत का दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर में संयुक्त रूप से आयोजन किया गया। इस अवसर पर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ करते हुए प्रधान जिला न्यायाधीश विजय कुमार होता ने पीठासीन अधिकारियों, न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं व कर्मचारियों को अधिक से अधिक प्रकरणों का निराकरण करने हेतु प्रोत्साहित कर शुभकामनाएं दी। साथ ही उनके द्वारा नेशनल लोक अदालत में गठित समस्त खंडपीठों का निरीक्षण किया गया एवं राजीनामा के आधार पर निराकृत हुए प्रकरणों में पक्षकारों को पौधा देकर पर्यावरण को संरक्षित रखने का संदेश दिया गया।
ज्ञात हो कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय कुमार होता के निर्देशानुसार इस लोक अदालत के लिए कुल 11 खंडपीठ का गठन किया गया था। उक्त नेशनल लोक अदालत के अनुक्रम न्यायालयीन कर्मचारी पैरालीगल वालंटियर जिला प्रशासन जिला पंचायत नगर पालिका, विद्युत विभाग, बी.एस.एन.एल. विभाग एवं समस्त बैंकों का भरपूर सहयोग रहा है। नेशनल लोक अदालत में उपस्थित पक्षकारों को विधिक रूप से जागरूक करने के लिए ‘ ‘नालसा एवं सालसा’’ द्वारा विभिन्न कानूनी विषयों पर निर्मित लघु फिल्मों का प्रसारण न्यायालय भवन में लगे हुए टी.वी. स्क्रीन पर किया गया।
28 हजार से अधिक मामले निराकृत
जिला न्यायालय में संपन्न नेशनल लोक अदालत में प्रधान जिला न्यायाधीश के निर्देशानुसार तीनों राजस्व जिला दंतेवाड़ा. सुकमा, बीजापुर एवं बचेली के न्यायालय में कुल 11 खंडपीठों का गठन किया गया था। सभी न्यायालयों में लंबित नियमित मामले कुल 3705 रखे गये थे जिनमें से कुल-3583 मामलों का निराकरण करते हुए कुल 26940754 राशि का अवार्ड पारित किया गया।
उक्त लोक अदालत वर्चुअल एवं भौतिक दोनों रूप में आयोजित किया गया था। इस क्रम में नेशनल लोक अदालत में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण दंतेवाड़ा के खंड क्रमांक 1 के पीठासीन अधिकारी प्रधान जिला न्यायाधीश विजय कुमार होता के न्यायालय के मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण में 4 प्रकरणों का निराकरण करते हुए कुल राशि 4478954 का अवार्ड पारित किया गया, तथा 02 क्रिमिनल अपील का निराकरण किया गया।
इसी प्रकार न्यायाधीश परिवार न्यायालय हरीश कुमार अवस्थी के न्यायालय के वैवाहिक प्रकरणों में कुल 1 प्रकरण, मोहन प्रसाद गुप्ता, प्रथम अपर जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, दंतेवाड़ा के न्यायालय से कुल-1 मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण का निराकरण करते हुए 365000 का अवार्ड पारित किया गया।
इसके अलावा प्रवीण कुमार प्रधान, द्वितीय अपर जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, दंतेवाड़ा के न्यायालय से कुल 6 मोटर दुर्घटना दावा प्रकरण का निराकरण करते हुए 7020000 का अवार्ड, शैलेश कुमार शर्मा, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश पॉक्सो कोर्ट द्वारा मोटर दुर्घटना के 16 दवा प्रकरणों का निराकरण करते हुये 1 करोड़ से अधिक के अवार्ड पारित किए गए।