दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 8 दिसंबर। ऑर्गेनिक दंतेवाड़ा कॉन्क्लेव का अंतिम दिनकिसानों के लिए विशेष यादगार रहा। प्रगतिशील किसानों और विशेषज्ञों ने जैविक खेती के महत्व और उसके फायदे पर चर्चा की।
इस क्रम में रोहित साहू (दुर्ग) और धनेन्द्र साहू (धमतरी) ने अपने अनुभव साझा करते हुए जैविक खेती की तकनीकों और इसके सकारात्मक प्रभावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने जैविक खेती करके भूमि की उर्वरता को बनाए रखी, बल्कि पर्यावरण का संरक्षण भी किया। इसके अलावा जिले की प्रतिभाशाली छात्रा कृति नेताम ने भी इसमें भाग लेते हुए और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए अपने विचार साझा किए।
उन्होंने स्थानीय समुदाय को जैविक खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया और बताया कि यह न केवल स्वास्थ्य के लिए बेहतर है बल्कि आर्थिक रूप से भी किसानों को सशक्त बना सकती है। इस तरह के कार्यक्रम से किसानों को नई तकनीकों और अनुभवों से परिचित होने का अवसर मिलता है, जिससे वे अपनी खेती को अधिक लाभकारी और पर्यावरण अनुकूल बना सकते हैं।
इसके साथ ही विधायक एवं जनप्रतिधियों के हाथों कृषकों को कृषि यंत्रों का वितरण, 16 ग्रामों को वृहद क्षेत्र प्रमाणीकरण अन्तर्गत प्रमाण पत्र का वितरण, के साथ-साथ जिले के 1062 आंगनबाड़ी केन्द्र में गंभीर कुपोषित बच्चों को दिए जाने वाले जैविक मल्टीग्रेन मिलेट पोषण आहार को ‘‘लांच’’ किया गया।
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य रामूराम नेताम, जिला पंचायत सदस्य बैसूराम मंडावी कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और उप संचालक सूरज पंसारी प्रमुख रूप से मौजूद थे।