दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 13 फरवरी। शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में हितग्राहियों को राशन का वितरण के लिए नया सिस्टम लागू किया गया है। इसमे पॉस मशीन के माध्यम से ऑनलाईन एंट्री के बाद हितग्राही को राशन दिया जाता है, लेकिन वर्तमान में सर्वर खराब होने के कारण पॉस मशीन से ठीक काम नहीं कर रहा है। साथ ही फरवरी से पारदर्शिता लाने तराजू को पॉस मशीन से लिंक किया गया है। यह सारी सुविधा हितग्राहियों को आसानी से राशन उपलब्ध कराने व उसमे पारदर्शिता रहने के लिए यह सिस्टम लगाया गया है। लेकिन यह सिस्टम अब लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है।
नगर पालिका वार्ड क्रं. 3 के उचित मूल्य की दुकान क्रं. 1 की समस्या है। लोग अपने काम को छोडक़र राशन के लिए दो-तीन तक चक्कर लगा रहे हैं। घंटों लाईन में लगने के बाद भी राशन नहीं मिल पा रहा है। खाली वापस घर जाने के बाद अगले दिन आना पड़ रहा है। पूर्व में सर्वर नेटवर्क की समस्या थी ही अब तराजू लिंक करने से भी और समय लग रहा है।
दरअसल पॉस मशीन में अंगूठा लगाते ही सिस्टम काम करता है। एक राशन कार्ड में 35 किलो चावल मिलना है। एक व्यक्ति को महिने का सात किलो चावल। लेकिन कुछ ग्राम भी अगर तराजू में अधिक या कम हो जाने पर त्रुटिया आ जाती है। पॉश मशीन आगे प्रक्रिया नहीं कर पाता है। ऐसे में लोगों को राशन मिलने में समय लग रहा है। एक तो परेशानी थी सर्वर की, अब पॉस मशीन को तराजू से लिंक करना भी मुसीबत को बढ़ा दिया है। इसके बारे में संबंधित अधिकारी को कई बार अवगत कराने के बाद भी ध्यान नही दिया जा रहा है।
दिनभर इंतजार कर शाम को लौटना पड़ता है खाली हाथ
राशन कार्डधारियों को कहना है कि हम लोग दिन भर इंतजार करते हंै और शाम को खाली हाथ वापस लौट रहे हैं। जब से ई-पॉस मशीन आई है तब से यह परेशानी हो रही है। दूरदराज से आदिवासी महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ राशन लेने दुकान पहुंचती है और लाईन में लगे रहते हंै।
पूर्व में एक दिन में सुबह 10 से 4 बजे तक 120-150 राशनकार्डधारियों को राशन मिल जाता था लेकिन अब यह बड़ी मुश्किल से 30-35 कार्डधारियों को ही मिल पाता है। ग्राहकों के साथ-साथ सेल्समेन भी परेशान रहते हैं। वार्ड क्रं 3 के दुकान में करीब 900 राशन कार्ड पंजीकृत हंै। यही स्थिति लगभग सभी शासकीय उचित मूल्य के दुकानों की है।


