दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दन्तेवाड़ा, 10 फरवरी। प्रदेश के उद्योग एवं आबकारी मंत्री एवं जिले के प्रभारी कवासी लखमा ने अपने एक दिवसीय प्रवास पर ग्राम पंचायत गढ़मिरी में भूमकाल के महानायकों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
भूमकाल स्मृति दिवस की 112वीं वर्षगांठ के अवसर पर सर्व आदिवासी समाज द्वारा आयोजित क्रांतिकारी शहीद वीर कवासी रोडा पेदा के बलिदान का स्मरण किया गया। श्री लखमा ने कहा कि अंग्रेजों के विरूद्ध आदिवासी समाज के महानायकों ने भी स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेते हुए अपने परंपरागत अस्त्र-शस्त्रों से लड़ाई लड़ी है और शहीद हुए हैं। श्री लखमा ने कहा कि भूमकाल के आंदोलन के दौरान अब तक शासकीय रिकार्ड में 51 लोगों के नामों का पता चला है।
शहीद कवासी रोडा पेदा का नाम आदिवासी समाज आगे बढ़ाएगा। ग्राम पंचायत गढ़मिरी में कैसे इस दिवस का आयोजन किया जाए, यह समाज के लोग तय करेंगे ताकि आगे चलकर बड़े आयोजन किया जा सके। भूमकाल स्मृति दिवस के इस अवसर पर जिले के धुरवा समाज, कोया समाज, गोंड समाज, मुरिया समाज, भतरा समाज, हल्बा समाज, महारा समाज, धाकड़ एवं अन्य समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के पहले गढ़मिरी में क्रांतिकारी वीर कवासी रोडा पेदा का मूर्ति का माल्यार्पण व सेवा अर्जी, विधि विधान के साथ शहीद स्थल गढ़मिरी में श्रद्धांजलि दी गई।
कार्यक्रम को सर्व आदिवासी समाज के अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में समाज पदाधिकारियों ने मंत्री कवासी लखमा को मांगपत्र सौंपा। जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए समाज को पढ़-लिखकर आगे आने का आव्हान किया।
इस मौके पर बुधराम कवासी, हांदा कड़ती, शंकर कुंजाम, लक्ष्मीनाथ, सुरेश भास्कर, धीरज राणा, हिरमा सोढ़ी, सर्व आदिवासी समाज अध्यक्ष सुरेश कर्मा परगना, मांझी, गायता सहित अनुविभागीय दण्डाधिकारी, तहसीलदार व आदिवासी समाज के सदस्यों सहित भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।


