‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 12 जून। चुनावी घोषणा पत्र में किए वादों को पूरा न कर पाने के साथ ही प्रत्येक मोर्चे पर विफल प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरने भारतीय जनता पार्टी ने जवाब तो देना होगा भूपेश के तहत जन संवाद के माध्यम से महाभियान शुरू किया है।
इसी तारतम्य में 12 जून को स्थानीय भाजपा कार्यालय अटल सदन में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री विक्रम उसेंडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार का यह ढाई वर्ष का कालखंड वादाखिलाफी, धोखाधड़ी, विश्वासघात और अराजकता के काले अध्याय के रूप में जाना जाएगा।
आगे कहा कि पवित्र गंगाजल हाथ में लेकर जिस तरह वायदों की अवहेलना की गई, ऐसा उदाहरण देश में कहीं देखने को नहीं मिलता। वादा किया शराबबंदी का, घर पहुंच सेवा मिलने लगी। हाल ही में महासमुंद की हृदय विदारक घटना, जिसमें एक ही परिवार के छह सदस्यों ने ट्रेन से कटकर अपनी जान गवां दी, के पीछे भी मुख्य वजह शराब को बताया जा रहा है, यदि कानून व्यवस्था की बात की जाए, तो शांति का टापू रहा छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ में बदलता जा रहा है। चाकूबाजी, हत्या, बलात्कार, चोरी, डकैती और लूटपाट के हजारों मामलों के बीच कई ऐसे मामले होंगे, जो दर्ज भी नहीं हो पाते। कहां तो किसानों को कर्जमुक्त करने की बात थी और कहां प्रदेश को ही कर्ज के जाल में उलझा दिया। पीसीसी चीफ मोहन मरकाम घूम-घूम के ढिंढोरा पीट रहे हैं कि तेंदूपत्ता की सर्वाधिक खरीदी उनकी सरकार ने की है, जबकि उन्हें बताना चाहिए कि एक दिन के लिए खरीदी का प्रबंध कर कितने संग्राहक परिवारों को फायदा पहुंचाया। तेंदूपत्ता संग्राहकों के ‘हित-संवर्धन’ में भाजपा की सरकार सबसे आगे रही और उसकी तेंदूपत्ता नीतियों ने आदिवासी ईलाकों की किस्मत को चमका दिया।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में कांग्रेस सरकार लगभग सभी मापदंड पर फिसड्डी साबित हुई है, बावजूद इसके गाल बजाने और डींगे हांकने से इनके नेता बाज नहीं आते। हर घर को रोजगार और एक लाख शासकीय रोजगार का वादा करने वाली इस सरकार ने मु_ी भर रोजगार भी नहीं दिए।
प्रदेश में बेरोजगार पंजीकृत युवाओं की संख्या करीब पच्चीस लाख है। कांग्रेस 10 लाख युवाओं को 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देने का वायदा कर सत्ता में आई थी, जो अब तक युवाओं को नही मिला, किसानों और बुजुर्गो को पेंशन का वायदा किया था, भूमिहीन परिवारों को जमीन, सबके सर पर छत, कब्जाधारियों को पट्टा और न जाने कितने ही दिवास्वप्न प्रदेश की जनता को दिखाए गए थे, जो पूरे नहीं हुए।
जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा ने कहा कि भूपेश सरकार हर तरफ से नाकाम साबित हुई है, लोगों में सरकार के प्रति जमकर नाराजगी है, अब हमें चुनावी मोड पर आना होगा और प्रत्येक कार्यक्रम जनता के बीच जाकर करने होंगे। यह महत्वपूर्ण अवसर है, जिसे भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी गंभीरता से लेते कांग्रेस के चुनावी वायदों की विफलता को गिनाना चाहिए। इसलिए हम इस महा अभियान के माध्यम से घर घर जाकर भूपेश सरकार की नाकामियों को गिनाते जनता के सवालों का जवाब और कार्यों का हिसाब इस सरकार से मांगेंगे।
इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष हेमकुवर पटेल, ओम प्रकाश टावरी, जितेंद्र सुराना, प्रतोष त्रिपाठी, रौनक दीवान, जैनेंद्र सिंह ठाकुर, संजय मोदी, प्रशांत पात्र, विक्की रवानी व बिट्टू पाणिग्रही मौजूद रहे।