‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 24 मार्च। दंतेवाड़ा में पुलिस ने डेढ़ लाख रुपए के गांजा समेत दो आरोपी को गिरफ्तार किया है।
गीदम थाना प्रभारी विजय पटेल को गोपनीय सूचना मिली थी कि समलूर में आपराधिक तत्वों द्वारा गांजे का विक्रय किया जा रहा है। इसी कड़ी में थाना प्रभारी विजय पटेल द्वारा टीम गठित की गई पुलिस द्वारा आरोपी भारत सिंह ठाकुर के घर पर छापेमारी की गई, जिसमें करीब साढ़े चार किलो ग्राम गांजा बरामद किया गया। पुलिस द्वारा आरोपी पर एनडीपीएस अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा रही है।
इसी कड़ी में गीदम थाना अंतर्गत ग्राम समलूर के कबाडी पारा में आरोपी छबिंद्र सिंह ठाकुर द्वारा अपने खेत में गांजे के पौधे लगाए गए थे। जिसे छुपाने साडिय़ों का उपयोग किया गया था। पुलिस द्वारा आरोपी के खेत से गांजे के पौधे बरामद किए गए। जिनका वजन करीब 9.5 किलोग्राम है। जिनकी कीमत करीब 1.5 लाख रुपए है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 23 मार्च। दंतेवाड़ा जिले के थाना किरन्दुल क्षेत्र में 2 मोटरसाइकिल में सवार होकर कंपनी से केबल वायर चोरी करके ले जाते 3 आरपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस के अनुसार 21-22 मार्च को किरन्दुल के लारसेन एंड टुब्रो कंपनी में रात्रि करीबन 2.30 बजे 3 चोरों द्वारा कंपनी परिसर में घुसकर कंटेनर में लगे ताला को तोडक़र उसमें रखे कापर वायर ड्रम से करीबन 23 मीटर, तीन टुकड़ों में काटकर जिसकी कीमत करीब 50 हजार रूपए को दो मोटर सायकल से ले जा रहे थे।
पुलिस ने थाना किरन्दुल में अपराध दर्ज कर तीनों आरोपियों अशोक भास्कर कलेपाल कुंजामपारा, संजू कड़ती मदाड़ी पटेलपारा व हरिश कुमार मंडावी पीरनार स्कुलपारा सभी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 23 मार्च। आखिरकार अब बचेली नगरवासियों को पुराना मार्केट के खराब सडक़ की समस्या से निज़ाद मिलने वाली है। सडक़ किनारे खराब पड़ी कबाड़ हो चुकी वाहनों को हटाया गया, साथ ही ज़ुर्माना लगाया गया।
दरअसल, पुराना मार्केट क्षेत्र में सडक़ का डामरीकारण होना है जो कि कई वर्षों से लंबित था। अब पुराना मार्केट वासियों समेत नगर वासियों को राहत मिलने वाली है। लोक निर्माण विभाग द्वारा इस सडक़ का कार्य शुरू करने से पूर्व बंद पड़ी व कबाड़ बन चुकी वाहनों का हटाने का कार्य 22 मार्च को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के आदेश पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी की उपस्थिति में हटाया गया। साथ ही 3000 रूपये का ज़ुर्माना भी लगाया गया। एसडीएम ने लोकनिर्माण विभाग को जल्द से जल्द सडक़ का कार्य शुरू करने निर्देशित किया गया है। सडक़ डामरीकरण के साथ नाली निर्माण कार्य भी होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 22 मार्च। राज्य शासन की प्राथमिकता में दंतेवाड़ा जिला विगत कई वर्षों से रहा है। बस्तर की कला और संस्कृति के संवर्धन हेतु बस्तर पंडुम का विशेष आयोजन आरंभ किया गया है।
‘बस्तर पण्डुम’ के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम का मां दंतेश्वरी मंदिर परिसर स्थित मेंढका डोबरा में शनिवार को विधिवत उद्घाटन किया गया। आदिम जाति विकास, अनुसूचित जाति विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास, कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने ‘बस्तर पण्डुम 2025’ का उद्घाटन करते हुए समूचे जिले के प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
इस दौरान दंतेवाड़ा जिले के सभी चारों ब्लॉक के प्रतिभागियों ने जिला स्तरीय ‘बस्तर पण्डुम’ में उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस दौरान अतिथियों ने सभी विकासखण्डों के द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भी अवलोकन कर जनजातीय आभूषण, शिल्प कला, स्थानीय पेय पदार्थों एवं व्यंजन इत्यादि को बारीकी से देखा और जानकारी ली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 22 मार्च। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा एवं आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम ने दंतेवाड़ा पहुंचकर बस्तर पंडुम के संभाग स्तरीय कार्यक्रम के स्थल का निरीक्षण शनिवार को किया। यह भव्य आयोजन 1 से 3 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा। जिसमें बस्तर संभाग के जनजातीय कलाकार अपनी समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन करेंगे।
निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने आयोजन स्थल की व्यवस्थाओं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा, प्रतिभागी दलों की सुविधाओं तथा सुरक्षा व्यवस्था की बारीकी से जांच की। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि बस्तर पंडुम 2025 बस्तर की जनजातीय कला और संस्कृति को पहचान दिलाने का एक ऐतिहासिक अवसर है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 22 मार्च। आखिरकार अब बचेली नगरवासियों को पुराना मार्केट के खराब सडक़ की समस्या से निज़ाद मिलने वाली है। सडक़ किनारे खराब पड़ी कबाड़ हो चुकी वाहनों को हटाया गया, साथ ही ज़ुर्माना लगाया गया।
दरअसल, पुराना मार्केट क्षेत्र में सडक़ का डामरीकारण होना है जो कि कई वर्षों से लंबित था। अब पुराना मार्केट वासियों समेत नगर वासियों को राहत मिलने वाली है। लोक निर्माण विभाग द्वारा इस सडक़ का कार्य शुरू करने से पूर्व बंद पड़ी व कबाड़ बन चुकी वाहनों का हटाने का कार्य 22 मार्च को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के आदेश पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी की उपस्थिति में हटाया गया। साथ ही 3000 रूपये का ज़ुर्माना भी लगाया गया। एसडीएम ने लोकनिर्माण विभाग को जल्द से जल्द सडक़ का कार्य शुरू करने निर्देशित किया गया है। सडक़ डामरीकरण के साथ नाली निर्माण कार्य भी होगा।
खस्ताहाल हो चुकी है सडक़
पुराना मार्केट के अंतर्गत शिव मंदिर पुलिया से लेकर बीटीओए कार्यालय तक सडक़ की स्थिति से लोगों के आवागमन को दुश्वार कर दिया है। इस मार्ग पर उड़ती धूल के कारण मार्ग के आसपास रहने वाले लोग व दुकानदार काफी परेशान हंै एवं धूल से श्वास संबंधी बीमारियों को खतरा भी बढ़ चुका है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 21 मार्च। नागरिक सुरक्षा फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश सिंह एवं महिला प्रदेश अध्यक्ष आरती सिंह के दिशानिर्देश पर प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीएम सोनी की अगुवाई में आज सदस्यों की टीम नए निर्वाचित पालिका अध्यक्ष राजू जायसवाल से मिले। साथ ही सदस्यों ने पालिका अध्यक्ष को स्मृति चिन्ह भेंट किया एवं ज्ञापन देकर नगर में व्याप्त समस्याओं से अवगत कराया।
ज्ञात हो कि नए पालिका अध्यक्ष राजू जायसवाल द्वारा तेजी से विकास कार्यों को किया जा रहा है। संगठन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीएम सोनी ने बताया कि कई मुद्दों पर चर्चा हुई है, वर्तमान में तात्कालिक राहत के तौर पर नगर में रिहायशी इलाकों में भीषण गर्मी के मद्देनजर सार्वजनिक प्याऊ की मांग की गई है, जिसे जल्दी पूरा करने की बात पालिका अध्यक्ष ने की है।
इस भेंट मुलाकात कार्यक्रम में प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीएम सोनी,प्रदेश सहसचिव नफीस कुरैशी, प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रियांशु सिंह, जिला महिला उपाध्यक्ष पुष्पा वर्मा, जिला महिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुसूनिया भोपले, कार्यकारी सदस्य सुखविंदर सिंह, आफताब आलम, उमेश गौतम उपस्थित रहे।
दंतेवाड़ा, 21 मार्च। विकसित भारत युवा संसद कार्यक्रम प्रथम स्तर का भाषण प्रतियोगिता शासकीय दंतेश्वरी स्नातकोत्तर महाविद्यालय दंतेवाड़ा में 21 मार्च को किया गया।
संस्था की प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. शिखा सरकार ने बताया कि भारत सरकार खेल एवं युवा मंत्रालय द्वारा विकसित भारत युवा संसद कार्यक्रम 2025 संचालित करवाने की निर्देश प्राप्त हुए, 18 से 25 वर्ष के युवाओं को देश की संसद एवं राज्यों के संसद में बोलने का अवसर प्राप्त हो रहा हैष संसद में युवा वर्ग अपने मत रख सकेंगे उनके सुझावों पर अमल किया जाएगा। देश की कार्यपालिका को समझने का अवसर बच्चों को प्राप्त होगा। निर्णायक समिति के द्वारा 10 प्रतिभागियों का चयन किया गया तथा पुरस्कार प्रदान किया गया ।
तिलेश्वरी नागेश जिला पंचायत सदस्य जिला दंतेवाड़ा प्रतिनिधि नंदलाल मुड़ामी अध्यक्ष जिला पंचायत दंतेवाड़ा कार्यक्रम में उपस्थित थी। विशिष्ट अतिथि गुप्त कैलाश मिश्रा उपाध्यक्ष नगर पालिका दंतेवाड़ा नेे बताया कि विकसित भारत एवं संरक्षण के बच्चों की भूमिका आम है तो उनका उतर अवार्ड करना चाहिए।
रमेश गावड़े उपाध्यक्ष जनपद पंचायत दंतेवाड़ा ने बच्चों को प्रोत्साहित करते प्रोत्साहित करते हुए उन्हें विकसित भारत के भविष्य निर्माता कहा ।
सोहन कुमार अंबष्ट जिला शिक्षा अधिकारी ने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें शिक्षित होकर समाज निर्माण में 1 अपनी भूमिका प्रदान करने के लिए प्रेरित किया।
नोडल अधिकारी दुष्यंत कुमार तारामणि ने बताया -माय भारत पोर्टल पर पंजीयन कर मेगा इवेंट में विकसित भारत युवा सांसद नोडल दंतेवाड़ा चुनने के बाद विभाग द्वारा वीडियो अपलोड किए गए थे जिसकी स्क्रीनिंग स्क्रूटनी समिति के द्वारा की गई थी। चयनित युवाओं का भौतिक भाषण 21312 ओपन किया गया। चयनित विद्यार्थियों को राज्य स्तर पर विधानसभा में बोलने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ शिखा सरकार डॉ.के. एम. प्रसाद सहायक प्राध्यापक डॉ. रत्नबाला मोहंती राजीव पानीग्रही सुश्री धारणा ठाकुर श्री दुष्यंत कुमार नोडल ऑफिसर श्रीमती सरला पैकरा बंशीधर चौहान सिद्धार्थ देवांगन अमीत कुमार साहू ईमा अंजलि मिंज प्रभा मांझी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 21 मार्च। जिला प्रशासन द्वारा शांति समिति की बैठक संयुक्त जिला कार्यालय में आयोजित की गई। इस दौरान आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत कानून व्यवस्था बनाये रखने आवश्यक कदमों पर विचार रखे गए।
कलेक्टर दंतेवाड़ा मयंक चतुर्वेदी द्वारा प्रार्थना और चंगाई सभा के आयोजन सतर्कता पूर्वक करें। वही हिंदूवादी संगठनों से अपील की गई। आगामी त्यौहारों में अफवाहों पर ध्यान न दें। जिससे त्यौहारों के दौरान वातावरण में शांति बनी रहे। बैठक में किसी भी वञ धर्म पर टिप्पणी न करने की नसीहत दी गई। यदि किसी व्यक्ति अथवा संगठन द्वारा किसी संप्रदाय पर टिप्पणी की जाती है तो टिप्पणी करता पर कानून सम्मत कार्यवाही की जाएगी। किसी भी दिशा में कानून व्यवस्था में बाधा न डाले। कानून तोडऩे पर पुलिस द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक गौरव राय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन और अपर कलेक्टर राजेश पात्रे प्रमुख रूप से मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली /किरंदुल, 21 मार्च। श्रम संघ मेटल माइंस वर्कर्स यूनियन इंटक शाखा किरंदुल द्वारा बौद्धिक विचार गोष्ठी, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसके साथ साथ मातृ-शक्तियों को अतिथियों के कर कमलों से सम्मानित किया गया ,जिसमे 400 से अधिक संख्या में मातृ शक्तियां सम्मिलित हुई।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथि में प्रेरणा महिला समिति की अध्यक्ष मंजू शाही, पालिका अध्यक्ष रूबी सिंह, कार्मिक उपमहा प्रबंधक केएल नागवेणी, समस्त अतिथियों को पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत कीर्ति राणा, पूर्व पार्षद, एवं इंटक सदस्य के परिवार सदस्य के द्वारा छत्तीसगढ़ के राज्य गीत से हुई। तत्पश्चात नगर के विभिन्न समाज यथा बौद्ध समाज, साहू समाज, तेलगु समाज, पटेल समाज, गायत्री परिवार, श्री राघव महिला समिति, आदि समितियों की अनेकों मातृ शक्तियों नें खूबसूरत सांस्कृतिक कार्यक्रम, कविता पाठ, नृत्य आदि की प्रस्तुति दी।
आमंत्रित अतिथियों तथा समाज के प्रतिनिधियों नें अपने वक्तव्य में नारी की महत्ता, उनके योगदान, पर प्रकाश डाला, नारी तू नारायणी, नारी तू अबला नहीं जैसे नारों से उपस्थित मातृ शक्तियों के अंदर ऊर्जा का संचार किया गया।
कर्यक्रम में उपस्थित अतिथियों को शॉल तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
साथ ही साथ कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले सभी प्रतिभागियों को भी अतिथियों के कर कमलों से मोमेंटो , गमछा, मैडल आदि से यूनियन की ओर से सम्मानित किया गया।
बचेली, 20 मार्च। छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा समिति बचेली में छत्तीसगढ़ महिला समिति द्वारा बुधवार को रंग पंचमी और होली मिलन समारोह बड़े धूमधाम से मनाया गया।
महासचिव महेन्द्र कुमार साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ महिला समिति की मातृ शक्ति ने पारिवारिक मिलन समारोह में अभूतपूर्ण योगदान दी थी। रंग पंचमी और होली मिलन समारोह में महिलाएं और बच्चे द्वारा विभिन्न खेल जैसे बॉलथ्रो, मटका दौड़, कुर्सी दौड़, गैसिंग गेम, रस्सा खींच के साथ नगाड़ा बजाकर रंग गुलाल लगाए। जिसमें छत्तीसगढ़ महिला समिति की सभी महिलाओं ने भाग लिए।
खेल में जितने वाले प्रतिभागी में सरस्वती, ननीता, तृप्ति नंदिनी, भानमती, राजेश्वरी, भारती, लक्ष्मी नीरा, पदमिनी, सुनैना जिसने प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त किए। छत्तीसगढ़ महिला समिति के सभी सदस्यगण की उपस्थिति में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 20 मार्च। बस्तर पंडुम के दौरान बस्तर की समृद्ध संस्कृत की विरासत नजर आई। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों द्वारा शिरकत की गई।
उल्लेखनीय है कि जिले के सभी विकासखंडों में बस्तर पंडुम का भव्य आयोजन किया गया। इसी कड़ी में आदिवासी विकास विभाग तत्वावधान में विकासखंड मुख्यालय कटेकल्याण में बस्तर पंडुम का विशेष आयोजन किया गया था। जिसमें बस्तर के त्यौहार और खान-पान को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी, जनपद पंचायत अध्यक्ष हिरमा कवासी, उपाध्यक्ष भीमसेन मंडावी, मंडल अध्यक्ष कटेकल्याण लक्ष्मी नारायण टेकाम और सुमित भदौरिया प्रमुख रूप से मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 20 मार्च। ग्रामीणों द्वारा प्रतिवर्ष महुआ बीनने के दौरान जंगलों में आग लगाई जाती है। जिससे पर्यावरण को क्षति पहुंचती है। इस समस्या से निजात पाने वन विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं। जिससे पर्यावरण सुरक्षित रहे।
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक वन मंडल दंतेवाड़ा अंतर्गत प्रत्येक परिक्षेत्र अंतर्गत फायर वाचर की नियुक्ति की गई है। जिससे आग के मामलों पर तत्काल कार्यवाही की जाए। इसके बेहतर परिणाम है सामने आ रहे हैं।
प्रयास निरंतर जारी - आशुतोष
वन परिक्षेत्र अधिकारी, बचेली रेंज, आशुतोष मांडवा ने ‘छत्तीसगढ़’को जानकारी में बताया कि वन विभाग द्वारा इस दिशा में प्रयास निरंतर जारी है। जिसके बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। विगत वर्ष की तुलना में चालू वर्ष के दौरान वनों में आगजनी के के मामलों में कमी आई है। आगामी दिनों में शिकार के दौरान भी आगजनी के प्रकरण सामने आते हैं। जिसे जागरूकता से रोका जाएगा।
वन विभाग द्वारा तत्परता पूर्वक निगरानी की जा रही है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वनों में आगजनी न करें और पर्यावरण को सुरक्षित रखें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 19 मार्च। दंतेवाड़ा में बस्तर पंडुम का आयोजन विशेष रूप से सफल रहा। इस दौरान हजारों प्रतिभागियों ने शिरकत की।
दंतेवाड़ा जिले में विकासखंड स्तरीय दो दिवसीय बस्तर पंडुम का बुधवार को समापन हुआ। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर मुख्य अतिथियों ने कहा कि यह आयोजन बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और संवर्धित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। बस्तर पंडुम के माध्यम से पारंपरिक नृत्य, लोकगीत, हस्तशिल्प और आदिवासी रीति-रिवाजों को मंच प्रदान किया जाता है। जिससे स्थानीय संस्कृति को नई पहचान मिलती है। इस उत्सव में विभिन्न जनजातीय समूह अपनी कला और परंपराओं का प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे न केवल सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ेगी बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
दंतेवाड़ा जिले के चारों विकासखंडों में आयोजित इस कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों, जनजातीय समुदायों और सांस्कृतिक प्रेमियों का उत्साह देखते ही बनता है। बस्तर पंडुम, न केवल संस्कृति को सहेजने का प्रयास है बल्कि सामाजिक एकता और पारंपरिक मूल्यों को भी सुदृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। जिले के सभी विकासखंड में ‘बस्तर पंडुम’ के तहत लगभग 25 हजार से ज्यादा प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़ कर उत्साहपूर्वक भाग लिया।
उल्लेखनीय है कि ‘बस्तर पंडुम’ के अन्तर्गत प्रतियोगिताओं की जो विधाएं शामिल की गई । उनमें जनजातीय नृत्यों के तहत गेड़ी, गौर-माडिय़ा, ककसाड़, मांदरी, दण्डामी, एबालतोर, दोरला, पेंडुल, हुलकीपाटा, परब, घोटुलपाटा, कोलांगपाटा, डंडारी, देव कोलांग, पूस कोलांग, कोकरेंग सहित लोक गीत श्रृंखला के तहत जनजातीय गीत-घोटुल पाटा, लिंगोपेन, चौतपरब, रिलो, लेजा, कोटनी, गोपल्ला, जगारगीत, धनकुल, मरमपाटा, हुलकी पाटा (रीति-रिवाज, तीज त्यौहार, विवाह पद्धति एवं नामकरण संस्कार आदि) जनजातीय नाट्यश्रेणाी में माओपाटा, भतरा नाट्य जिन्हें लय एवं ताल, संगीत कला, वाद्य यंत्र, वेषभूषा, मौलिकता, लोकधुन, वाद्ययंत्र, पारंपरिकता, अभिनय, विषय-वस्तु, पटकथा, संवाद, कथानक के मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया गया। इसके अलावा जनजातीय वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन के तहत धनकुल, ढोल, चिटकुल, तोड़ी, अकुम, बवासी, तिरडुड्डी, झाब, मांदर, मृदंग, बिरिया ढोल, सारंगी, गुदुम, मोहरी, सुलुड़, मुडाबाजा, चिकारा शामिल रहे। जिन्हें संयोजन, पारंगता, प्रकार, प्राचीनता के आधार पर अंक दिए गए।
जनजातीय वेशभूषा एवं आभूषण का प्रदर्शन विधा में लुरकी, करधन, सुतिया, पैरी, बाहूंटा, बिछिया. ऐंठी, बन्धा, फुली, धमेल, नांगमोरी, खोचनी, मुंदरी, सुर्रा, सुता, पटा, पुतरी, द्वार, नकबेसर जैसे आभूषण में एकरूपता, आकर्षकता, श्रृंगार, पौराणिकता को महत्व दिया गया।
जनजातीय शिल्प एवं चित्रकला का प्रदर्शन विधा के अंतर्गत घडवा, माटी कला, काष्ठ, पत्ता, ढोकरा, लौह प्रस्तर, गोदना, भित्तीचित्र, शीशल, कोड़ी शिल्प. बांस की कंघी, गीकी (चटाई), घास के दानों की माला प्रदर्शन प्रस्तुतियां हुई। साथ ही जनजातीय पेय पदार्थ एवं व्यंजन का प्रदर्शन-सल्फी, ताड़ी, छिंदरस, हंडिया, पेज, कोसरा, मडिय़ा पेज, चापड़ा चटनी (चींटी की चटनी), अमारी शरबत एवं चटनी के बनाने की विधि स्वाद, प्रकार का प्रस्तुतिकरण ‘‘बस्तर पंडुम ’’ के मुख्य आकर्षण रहे।
इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार भी दिया गया। इस मौके पर जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 19 मार्च। दंतेवाड़ा में पुलिस की विशेष पहल घर वापस लिए अंतर्गत बुधवार को बड़ी कामयाबी मिली। महानिरीक्षक सीआरपीएफ, राकेश अग्रवाल उपमहानिरीक्षक कमलोचन कश्यप और पुलिस अधीक्षक गौरव राय के सामने एक ईनामी समेत दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय द्वारा नक्सली संगठन के सदस्यों से आत्मसमर्पण की अपील की जा रही है, जिससे मुख्य धारा में जुड़ सके। पुलिस की अपील का नक्सली संगठन में गहरा असर नजर आ रहा है। तिमेनार डीएकेएमएस अध्यक्ष सुपा ओयाम ने घर वापसी की।
उक्त नक्सली लीडर बीजापुर जिला अंतर्गत मिरतुर थाना के तिमेनार गांव का निवासी है। यह नक्सली लीडर विभिन्न वारदातों में शामिल था। इसके फलस्वरुप राज्य शासन द्वारा इस नक्सली लीडर की गिरफ्तारी पर 2 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था।
जैगुर मिलिशिया सदस्य का समर्पण
इसी कड़ी में एक अन्य नक्सली लीडर के आत्मसमर्पण में सफलता मिली। जैगुर आरपीसी मिलिशिया सदस्य हेम सिंह ठाकुर उर्फ टेमो द्वारा भी मुख्य धारा में जुडऩे के उद्देश्य से आत्मसमर्पण किया गया।
यह नक्सली बीजापुर जिला अंतर्गत कुटरु थाना के जैगुर गांव का निवासी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 19 मार्च। जिला प्रशासन की साप्ताहिक समय सीमा बैठक संयुक्त जिला कार्यालय में मंगलवार को आयोजित की गई। इस दौरान जिले में संचालित कार्यों की प्रगति का मूल्यांकन किया गया।
बैठक में कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने नियद नेल्लानार योजना अंतर्गत समीक्षा की। जन्म प्रमाण पत्र, हर घर जल, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, प्रधानमंत्री कृषक सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, व्यक्तिगत शौचालय, महात्मा गांधी नरेगा में मांग के आधार पर 100 प्रतिशत जॉब कार्ड, प्रधानमंत्री आवास योजना, लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी, वन अधिकार पट्टा सेचुरेशन, सभी हाउसहोल्ड को विद्युतीकरण, आयुष्मान कार्ड निर्माण एवं वितरण, गर्म भोजन-टीएचआर, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना,आंगनबाड़ी हितग्राही पंजीयन,टीबी स्क्रीनिंग, उज्ज्वला योजना, श्रमिक पंजीयन कार्ड, एनसीडी स्क्रीनिंग एवं मॉनिटरिंग, जननी सुरक्षा, एएनसी पंजीयन एवं जांच, पशु टीकाकरण, एम्युनाईजेशन, पाठ्य पुस्तक वितरण, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना, प्राथमिक शाला एनरोलमेंट, स्कूल गणवेश, सामाजिक सहायता कार्यक्रम के अंतर्गत विधवा पेंशन योजना, वृद्धावस्था पेंशन योजना, दिव्यांग पेंशन योजना सहित राईट टू स्किल, जनधन खाता, आधार कार्ड, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना तथा राशन कार्ड की उपलब्धता शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही केंद्र शासन एवं राज्य शासन की विभागीय योजनाओं को मिशन मोड में क्रियान्वयित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 60 से 70 वर्ष के बुजुर्गों के लिए विशेष शिविर लगाए जाये। इन शिविरों का उद्देश्य उन बुजुर्गों को चिह्नित करना है जो इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के योग्य हैं। इससे बुजुर्गों को मुफ्त या सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकेगा। इसके अलावा बैठक में एफएसटीपी सीवरेज-कीचड़ उपचार संयंत्र को
सेप्टिक टंकी से प्राप्त पानी का उपचार हेतु शहरी क्षेत्र के आसपास के ग्राम पंचायत का चयन करने हेतु पांचों निकाय के सीएमओ को करने को कहा। गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के निर्देश दिए।
नागरिकों को किसी प्रकार से पेयजल की दिक्कत न हो। कलेक्टर ने पीएम पोर्टल सहित विभागवार लंबित प्रकरणों की जानकारी ली और निर्देशित किया कि सभी लंबित मामलों का निराकरण तय समय-सीमा में किया जाए।
इसके साथ ही बैठक में कलेक्टर जनदर्शन, जन चौपाल, जन शिकायत, पीजी पोर्टल और विभागीय योजनाओं से संबंधित मुद्दों की भी गहन समीक्षा की गई। बैठक के दौरान जिला पंचायत सीईओ जयंत नाहटा और अपर कलेक्टर राजेश पात्रे प्रमुख रूप से मौजूद थे।
दंतेवाड़ा, 19 मार्च। एग्रीस्टेक परियोजना अंतर्गत फार्मर रजिस्ट्री, दंतेवाड़ा के किसानों का एप्प, पोर्टल के माध्यम से पंजीयन सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) संचालकों एवं सहकारी समितियों के माध्यम से किया जाना है। फार्मर रजिस्ट्री के लिए लगाए जाने वाले शिविरों के तहत संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत अधिकारियों को किसान रजिस्ट्री शिविरों के सफल आयोजन एवं जिले के सभी किसानों का एग्रीस्टैक पर रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करने को कहा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 17 मार्च। छत्तीसगढ़ राज्य फुटबॉल लीग चैम्पियनशिप 2025 के चौथे संस्करण के 46वें मैच में नारायणपुर की टीम विजयी रही।
होम एंड अवे फॉर्मेट में खेले जा रहे इस प्रतियोगिता में 17 मार्च को बचेली के केन्द्रीय विद्यालय फुटबॉल मैदान में आरकेएमएफसी नारायणपुर एवं एनएफसी बचेली के मध्य खेला गया। जिसमें 4-1 से नारायणपुर ने जीत हासिल की।
मैच के मुख्य निर्णायक मयूर हेतल, सहायक निर्णायक प्रथम दीपक डहरिया व द्वितीय रायसिंह खरंगा एवं चतुर्थ निर्णायक उमाशंकर दीपक मैच कमिश्नर रूपक मुखर्जी रहे। मैच के मुख्य अतिथि बचेली पालिकाध्यक्ष राजू जायसवाल रहे।
इस दौरान पालिका उपाध्यक्ष सतीश प्रेम चंदानी, जिला फुटबॉल संघ के सचिव जॉन वेल्डन, अध्यक्ष रवि मंडल, कबड्डी संघ के डीके साहु, अमृतलाल यदु सहित पार्षद, फुटबॉल खिलाड़ी व अन्य की मौजूदगी रही।
दंतेवाड़ा, 17 मार्च। छत्तीसगढ़ की अनूठी आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को जीवंत बनाए रखने के उद्देश्य से ‘‘बस्तर पंडुम 2025’’ का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप इस आयोजन के माध्यम से बस्तर संभाग जनजातिय बाहुल्य राज्य छत्तीसगढ़ की स्थानीय कला एवं सांस्कृतिक परंपरा से परिपूर्ण बस्तर अंचल के लोककला, शिल्प, तीज-त्यौहार, खानपान, बोली-भाषा, रीति-रिवाज, वेश-भूषा, आभूषण, वाद्य यंत्र, पारंपरिक नृत्य, गीत-संगीत, नाट्य, पेय पदार्थों के मूल स्वरूप को संरक्षण संवर्धन एवं कला समूहों के सतत् विकास तया जनजातिय कलाकारों को प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने के उद्देश्य से ‘‘बस्तर पंहुम 2025’’ के अंतर्गत विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन 18 से 19 मार्च तक किया जाना है।
इस प्रकार जिला स्तरीय प्रतियोगिता 21 और 22 मार्च को आयोजित किया जाना है‘‘बस्तर पंहुम’’ अंतर्गत जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन हाई स्कूल ग्राउण्ड दन्तेवाड़ा में नियत है।
इसके सफल संचालन हेतु सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग कल्याण सिंह मसराम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उक्त कार्यक्रम के आयोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु अधिकारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा/जगदलपुर, 16 मार्च। दंतेवाड़ा जिले के थाना मालेवाही की पुलिस ने 2 किलो के आईईडी को डिफ्यूज किया।
ज्ञात हो कि दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा थाना मालेवाही क्षेत्र के अंतर्गत 195 बटा. सीआरपीएफ व जिला बल थाना मालेवाही की संयुक्त टीम द्वारा रोड डिमानिंग और एरिया डोमिनेशन के लिए सातधार से मालेवाही की ओर रविवार की सुबह रवाना हुए थे। ग्राम मालेवाही से लगभग 2 किमी पहले टेकरी/पहाड़ी पर नक्सलियों के द्वारा सुरक्षा बल को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से आईईडी लगाया गया था, जिसे बीडीएस टीम द्वारा डिमाईनिंग दौरान डिटेक्ट किया गया, जिसे सुरक्षा के दृष्टि से मौके पर ही डिस्पोज किया गया।
बचेली, 16 मार्च। सतनाम भवन बचेली में गुरु माता मिनी माता की 112 जयंती सतनाम भवन में हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। मिनी माता के छायाचित्र पर माल्र्यापण किया गया।
समाज के सदस्यो ने बताया कि ममतामयी मिनी माता अविभाजित मध्य प्रदेश का प्रथम महिला सांसद रहीं। इन्होंने किसानों की ,मजदूरों की ,कोयला मजदूरों की हित के लिए जीवन भर कार्य किया। इनके अलावा उनके द्वारा विशेष रूप से बेटियों को पढऩे के लिए कार्य किया गया।
बाल विवाह,दहेज प्रथा, शारदा एक्ट आदि से संबंधित संसद में बिल पेश कर पास करवाया।
इन्होंने मानव समाज सेवा के लिए आजीवन कार्य किया। इस अवसर पर समाजजन उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 16 मार्च। लौह नगरी बचेली में रंगों का त्यौहार होली हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान लोगों ने रंग और गुलाल लगाकर और एक दूसरे से गले लगाकर होली की बधाई दी।
शुक्रवार की सुबह से ही युवक समूह बनाकर सडक़ पर निकल पड़े और एक दूसरे पर रंग गुलाल लगाकर होली की बधाई देते देखे गए। इसके साथ ही ढोल, नगाड़े व डीजे की धुन पर पर नाचते लोग अपने तरीके से ही होली का जश्न मनाते नजर आए। बच्चो व युवाओं में इस पर्व को लेकर ज्यादा उत्सुकता देखी गई। सुबह से ही रंग से सराबोर होकर रंग-गुलाल, पिचकारी लेकर गल्ली मोहल्ले में एक दूसरे को रंग डाल रहे थे।
छग सांस्कृतिक क्लब में नगाड़े की धुन पर थिरके
छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक एवं क्रीडा समिति में होली पर्व हर्षोल्लास के साथ माया गया। समिति के सदस्यो एव एनएमडीसी के उच्चाधिकारियो व कर्मचारियो ने होली खेली। इस अवसर पर होली के फाग गीतो से सभी लोगो ने लुफत उठाया। एनएमडीसी बचेली परियोजना के अधिशासी निदेशक निवास स्थल पर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने रंग-गुलाल के साथ होली खेली।
इसके अलावा सुभाष नगर, गुरूद्वारा रोड़, आरईएस कॉलोनी, हाईटेक कॉलोनी, बैंक कॉलोनी, अंधेरी चैक, न्यू मार्केट, पुराना मार्केट में चारों तरफ हर वर्ग के लोगों ने सोल्लासपूर्वक, प्रेम, उत्साह और उमंग के साथ होली खेली। सुबह से शाम तक हर वर्ग के एवं हर समुदाय के लोग रंग गुलाल लगाकर एवं गले मिलने व बड़ो से आशीर्वाद लेने का सिलसिला भी चलता रहा। होली गीतों पर लोग झूमते नजर आये। महिलाओ ने भी जमकर होली खेली। समूह बनाकर एक-दूसरे घर जाकर महिलाओ ने रंग-गुलाल के साथ होली खेली।
पुलिस बल रही तैनात
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए व हुड़दंगियों से निपटने नगर में थाना प्रभारी नगर निरीक्षक मधुनाथ ध्रुव के नेतृत्व में जगह-जगह चौक चौराहे पर पुलिस बल तैनात थे। सभी जवान सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 13 मार्च। नगर के हाईटेक कॉलोनी दुर्गा मंडप में 13 मार्च, गुरूवार को अट्टुकल पोंगाला का आयेाजन हर्षोल्लास के साथ किया गया। बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओ के द्वारा देवी को अर्पण करने के लिए चूल्हे पर चावल, गुड़ और केले का प्रसाद बनाया गया। जिसे देवी को भोग लगाने के बाद प्रसाद के रूप में बंाटा गया। सुबह 10 बजे यह पूजा प्रारंभ हुई।
केरला समाज की महिलाओ ने बताया कि यह 10 दिवसीय धार्मिक त्यौहार है, जिसमे सिर्फ महिलाएॅ शामिल होती है, जो कि केरल राज्य के तिरूवंनंतपुरम में अटकुल भगवती मंदिर में मनाया जाता है। यह केरल का सबसे पुराना पोंगला त्यौहार है। प्रसाद बनाकर अट्टुकल अम्मा (मंदिर की देवी) को चढ़ाते है। महिलाएॅ पांच दिनो तक व्रत रखती है।
लगातार दूसरे साल बचेली में इसका आयेाजन
यह दूसरा मौका था जब बचेली नगर में यह पर्व मनाया गया। महिलाओ ने बताया कि तिरूवंनतपुरम के मंदिर में आयेाजित अट्टकुल पोंगाला दुनिया में किसी त्यौहार के लिए महिलाओ की सबसे बड़ी मंडली है। महिलाए चावल, गुड़, नारियल और केले को एक साथ पकाया जाता है फिर बने प्रसाद को देवी को अर्पित किया जाता है। यह अनुष्ठान केवल महिलाएं ही करती है। यह देवी शक्ति की अराधना का उत्सव है। केरल में होने वाले आयेाजन को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्डस में भी शामिल किया गया है। बचेली में आयेाजित हुए इस पर्व में नगर के अलावा किरंदुल, दंतेवाड़ा की महिलाए भी शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 13 मार्च। दंतेवाड़ा की अनूठी होली दंतेश्वरी देवी के इर्द - गिर्द घूमती है। भैरमनाथ के आदेश से दंतेवाड़ा की होली मनाई जाती है।
मंदिर के सेवादार सेवानिवृत्ति तहसीलदार राजनाथ साय की मुताबिक भैरम लाट से होली की शुरुआत होती है। इस दौरान मंदिर के सेवादारों के शीश पर सजी पगड़ी चोरी की जाती है। इसके पीछे एक मान्यता यह भी है कि भैरमनाथ के समक्ष कोई भी व्यक्ति अपने शीश पर पगड़ी धारण नहीं कर सकता। जो व्यक्ति ऐसा करता है, उसकी पगड़ी को जब्त कर दिया जाता है। उसे पगड़ी छुड़ाने हेतु जुर्माना देना पड़ता है।
आंवरा मार से होली की झलक
इसी क्रम में दंतेश्वरी मंदिर के समक्ष फागुन मंडई के नौवे दिन गुरुवार को आंवरा मार की रस्म आयोजित की जाएगी। जिसमें आंवल के फल को फेंका जाता है। वही मीठे अपशब्दों की भी बौछार की जाती है। उक्त परंपरा नगर के हृदय स्थल जय स्तंभ चौक में भी मनाई जाती है।
4 से 8 बजे तक दहन का मुहूर्त
मंदिर में होली की परंपरा राजा महाराज पुरुषोत्तम देव के शासन काल से मानी जाती है। उक्त परंपरा करीब 500 वर्ष पुरानी है। नगर के गायत्री शक्तिपीठ के समक्ष शनिदेव मंदिर के ताड़ के पत्तों से होलिका मंडप सजाया जाता है। गुरुवार को शाम 4 से 8 बजे के मध्य होलिका दहन का मुहूर्त निर्धारित किया गया है। होलिका दहन के उपरांत सेवादारों द्वारा उक्त राख की रखवाली की जाती है।
दूसरे दिन शुक्रवार को इस राख से मंदिर परिसर के समस्त देवी देवताओं और फागुन मेले में पहुंचे देवी - देवताओं को तिलक लगाया जाता है। इसके उपरांत शंकिनी और डंकिनी नदियों के तट पर स्थित भैरमनाथ के चरण पादुकाओं का पूजन किया जाता है। इस पूजन के उपरांत सेवादारों में भांग धतूरे का प्रसाद वितरित किया जाता है। वातावरण में अबीर- गुलाल उडऩे लगता है। सर्वत्र होली की बयार बहने लगती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 13 मार्च। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के मैदानी अधिकारियों, कृषि मित्रों, कृषि सखियों और जैविक कार्यकर्ताओं के लिए कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि के क्षेत्र में एआई तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देना था, ताकि जैविक खेती में किसानों को उत्पादकता बढ़ाने, लागत कम करने और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने में मदद मिल सके।
इस कार्यशाला में फसल निगरानी और प्रबंधन ’’सैटेलाइट इमेजिंग’’ और ’’ड्रोन एआई’’ का उपयोग करके और ’’सैटेलाइट और ड्रोन’’ से प्राप्त छवियों के विश्लेषण, फसल की स्वास्थ्य स्थिति, मिट्टी की गुणवत्ता और पानी की आवश्यकता का पता लगाने, फसल रोग और कीट प्रबंधन, एआई मॉडल के माध्यम से फसलों में रोग और कीटों की पहचान करने, सटीक कृषि सेंसर के जरिये और मिट्टी, पानी और मौसम की स्थिति की निगरानी करने, एआई इन डेटा का विश्लेषण करके किसानों को सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद किए जाने, स्वचालित सिंचाई प्रणाली एआई आधारित सिस्टम मिट्टी की नमी और मौसम की स्थिति के आधार पर सिंचाई को स्वचालित रूप से नियंत्रित किए जाने, फसल पूर्वानुमान ’’यील्ड प्रेडिक्शन एआई मॉडल ऐतिहासिक डेटा’’, मौसम की स्थिति और मिट्टी की गुणवत्ता का उपयोग करके फसल की उपज का सटीक अनुमान लगाने, मार्केट ट्रेंड ’’एनालिसिस एआइ’र्’ का उपयोग करके बाजार की मांग और कीमतों का विश्लेषण करने, स्वचालित मशीनरी ’’रोबोटिक्स एआई’’ आधारित ’’रोबोट्स’’ का उपयोग बुवाई, निराई, कटाई और छंटाई जैसे कार्यों में किए जाने, श्रम लागत, कम करने के उददेष्य से स्वचालित एआई से लैस ट्रैक्टर, मिट्टी और पानी प्रबंधन मिट्टी विश्लेषण एआई मिट्टी की गुणवत्ता और पोषक तत्वों का विश्लेषण करके उर्वरकों के उपयोग को अनुकूलित करने के संबंध में जानकारी दी गई। कार्यशाला यह भी बताया गया कि एआई जल संसाधनों के प्रबंधन में मदद करता है, जिससे पानी की बर्बादी को कम किया जा सकता है। साथ ही एआई आधारित वर्चुअल असिस्टेंट किसानों को फसल प्रबंधन, बाजार जानकारी और सरकारी योजनाओं के बारे में सलाह देते हैं। पशु पालन की दृष्टि से पशु स्वास्थ्य निगरानी एआई का उपयोग करके पशुओं के स्वास्थ्य और व्यवहार की निगरानी की जाती है, जिससे बीमारियों का समय पर पता लगाया जा सकता है। दुग्ध उत्पादन प्रबंधन एआई डेयरी फार्मों में दुग्ध उत्पादन को अनुकूलित करने में मदद करता है।
आपदा प्रबंधन मौसम पूर्वानुमान एआई मॉडल मौसम की स्थिति का सटीक पूर्वानुमान लगाते हैं, जिससे किसानों को आपदाओं से बचने में मदद मिलती है। बाढ़ और सूखा प्रबंधन एआई का उपयोग करके बाढ़ और सूखे की स्थिति का पूर्वानुमान लगाया जाता है, जिससे किसानों को समय पर सुरक्षात्मक उपाय करने में मदद मिलती है। एआई कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है, जिससे किसानों को अधिक उत्पादक और टिकाऊ खेती करने में मदद मिल रही है। यह तकनीक न केवल दंतेवाड़ा जिले में उत्पादन बढ़ाने में उपयोगी सिद्ध होगी, बल्कि पर्यावरणीय प्रभाव को भी कम करेगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अलका महोबिया, सूरज पंसारी (उपसंचालक, कृषि), भूमगादी संचालक आकाश बड़ावे, मीना मंडावी, केवीके, सहायक संचालक धीरज बघेल और भोले लाल पैकरा सहित 150 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, कृषक मित्र, जैविक कार्यकर्ता एवं प्रगतिशील किसान मौजूद थे।