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राजनांदगांव, 20 अप्रैल। कोरोना की सेकंड वेव और महामारी के शिकार लोगों को हो रही दवाइयों की कमी के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते प्रदेश कांग्रेस संचार की सदस्य क्रांति बंजारे ने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी और किसान कानून जैसे तुगलकी फैसलों की तरह ही कोरोना के नियंत्रण, दवाईयों और वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार ने लगातार गलत फैसले लिए। जिसका परिणाम आज पूरा देश और देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ भी भुगत रहा है। उन्होंने कहा कि फरवरी मध्य में जब विश्व के अनेक देशों में कोरोना महामारी की दूसरी वेव शुरू हो गई थी, उस समय प्रधानमंत्री मोदी यह कह रहे थे कि भारत की कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में पूरे विश्व को प्रेरणा दी है। प्रधानमंत्री मोदी के इसी अति आत्मविश्वास ने देश को कोरोना महामारी के मामले में दूसरी बार नुकसान पहुंचाया है। 6 करोड़ वैक्सीन डिप्लोमेसी के नाम पर निर्यात कर दी गई।
जबकि ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देश ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए पूरी की पूरी सप्लाई चैन अपने देश के लिए सुनिश्चित करने में लगे हैं। ऐसे समय हम लोग अपना टीका अन्य देशों को वैक्सीन डिप्लोमेसी के नाम पर दे रहे थे और भारतीय नागरिक और खासकर देश की युवा पीढ़ी को टीकाकरण के सुरक्षा चक्र से वंचित कर रहे थे। मोदी सरकार ने यह 6 करोड़ टीके महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में दे दिए गए होते तो आज इन करोना प्रभावित प्रदेशों में कोरोना संक्रमण समापन की ओर अग्रसर हो रहा होता।
कलेक्टर-महापौर ने किया निरीक्षण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 अप्रैल। नगर निगम द्वारा मेडिकल कॉलेज परिसर में निर्मित रैन बसैरा में महापौर निधि से 50 बिस्तर आक्सीजनयुक्त मेयर केयर कोविड सेंटर प्रारंभ किया जाएगा। कलेक्टर टीके वर्मा ने सोमवार को महापौर हेमा देशमुख के साथ निरीक्षण कर मेडिकल स्टॉफ उपलब्ध कराने मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक को निर्देशित किया।
नगर निगम आयुक्त डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने मेयर केयर कोविड सेंटर के संबंध में बताया कि रैन बसेरा में महापौर निधि से 50 बिस्तर मेयर केयर कोविड सेंटर प्रारंभ किया जा रहा है। 50 बेड में 25 पुरूष एवं 25 महिला के लिए अलग-अलग बेड रखा गया है। जिसमेें 35 आक्सीजन वाले बेड रखे जाएंगे। वर्तमान में 13 यूनिट डुएल फ्लो आक्सीजन कंसटेंटर मशीन मंगाया गया है। 26 मरीजों को आक्सीजन मिल सकेगा। इसके अलावा महिला-पुरूष के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था की गयी है एवं मेडिकल स्टॉफ के लिए भी अलग से शौचालय बनाया गया है।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि हर मरीज के लिए बेड नंबरिंग होना चाहिए एवं अपने-अपने समान का उपयोग स्वयं करेंगे, किसी और मरीज का समान उपयोग नहीं करेंगे। इस संबंध में सूचना बोर्ड लगाया जाए। उन्होंने अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक को कोविड सेंटर के लिए अलग से मेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था करने के निर्देश दिए, जो हर समय उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि गंभीर हालत के मरीजों को मेडिकल कॉलेज में ही रखा जाएगा। सामान्य कोरोना पॉजिटिव एवं आक्सीजन के जरूरतमद मरीजों को यहां रखा जाए। इसके अलावा मरीजों की भोजन आदि के लिए समाजसेवी संस्था से संपर्क किया जाए।
महापौर ने कहा कि और भी आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन मंगाया जाए, ताकि हम सभी मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा दे सके। उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टॉफ उपलब्ध होते ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए मेयर केयर कोविड सेंटर प्रारंभ किया जाएगा।
इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. रेणुका गहने, संचालक अवीन चौधरी, कार्यपालन अभियंता दीपक जोशी, सहायक अभियंता संदीप तिवारी, उप अभियंता दिलीप मरकाम उपस्थित थे।
घरों-मंदिरों में श्रद्धाभक्ति का माहौल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 अप्रैल। नवरात्र पर्व के अष्टमी पर्व पर मंदिरों और घरों में ब्रम्हमुहूर्त में माताजी का विशेष श्रृंगार और आरती कर कोरोना संक्रमण के खात्मे के लिए प्रार्थनाएं की गई। मंदिरों में पुजारियों और घरों में परिवार के सदस्यों द्वारा अष्टमी पर्व पर माताजी का विशेष श्रृंगार कर आरती की गई। साथ ही विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर मंगल कामना की गई। चैत्र नवरात्र पर्व शुरू होते ही जिलेभर में श्रद्धाभक्ति का माहौल निर्मित है। आज अष्टमी पर्व पर कोरोना प्रोटोकाल के तहत मंदिरों में पुजारियों और घरों में परिवार के सदस्यों के बीच हवन संपन्न करते कोरोना संक्रमण के खात्मे की कामना की गई।
ज्ञात हो कि गत् 13 अप्रैल से चैत्र नवरात्र पर्व प्रारंभ होने से मंदिरों में पुजारियों और घरों में श्रद्धालुओं ने ज्योति कलश प्रज्जवलित की। इसके अलावा श्रद्धालुओं द्वारा माताजी की आराधना को लेकर उपवास भी रखे गए। नवरात्र पर्व पर मंदिर से लेकर घर-घर देवी मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जा रही है। कोरोना संक्रमणकाल के चलते मंदिरों में कोरोना गाईड लाइन के अनुसार पुजारी पूजा-अर्चना कर रहे हैं। श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश वर्जित है।
चैत्र नवरात्र के तहत मंदिरों में मनोकामना ज्योति कलश भी प्रज्जवलित की गई है, जहां नियमित रूप से पूजा-अर्चना की जा रही है। आज अष्टमी पर्व पर देवी मां का विशेष श्रृंगार किया गया। मंदिर व घरों में भक्तों ने श्रद्धाभक्ति के साथ देवी मां की पूजा-अर्चना की। इस वर्ष लोग सादगी के साथ पर्व अपने-अपने घरों में ही मना रहे हैं। कोरोना संक्रमण काल और लॉकडाउन के चलते इस वर्ष डोंगरगढ़ में भी चैत्र नवरात्र मेला का आयोजन नहीं किया गया।
गंगाजल अर्पित कर होगा विसर्जन
इधर बर्फानी सेवाश्रम समिति ने कोरोना महामारी को देखते सिद्धपीठ में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। वहीं अब महाष्टमी हवन व ज्योति कलश विसर्जन में भी श्रद्धालुओं से बर्फानी आश्रम न पहुंचते अपने-अपने घरों में ही पूजा पाठ करने की अपेक्षा की है। चैत्र नवरात्र के अवसर पर सिद्धपीठ में पूजा- अर्चना व ज्योति कलश प्रज्जवलन आचार्यों द्वारा किया गया है। यहां 1237 ज्योति कलश प्रज्जवलित है। संस्था द्वारा महाष्टमी हवन पंडितों व संस्था के पांच सदस्यों द्वारा किया जाएगा। वहीं दुर्गा नवमीं पर श्रद्धालुओं द्वारा प्रज्जवलित ज्योति कलशों का विसर्जन मंत्रोच्चार के मध्य विधि-विधान से गंगाजल अर्पित कर किया जाएगा।
डोंगरगढ़ में समझाईश के बाद हटे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 अप्रैल। कोरोना जांच किट की किल्लत के चलते नाराज ग्रामीणों ने मंगलवार को डोंगरगढ़ शहर में नारेबाजी करते सडक़ में प्रदशर््न किया। ग्रामीणों का आरोप है कि स्वयमेव जांच कराने पहुंचने पर भी प्रशासन जांच नहीं कर पा रहा है। स्वास्थ्य महकमे ने सफाई देते यह कहा कि जांच किट की कमी के चलते लोगों की जांच नहीं हो पा रही है।
बताया जा रहा है कि खैरागढ़-डोंगरगढ़ मार्ग में बस स्टैंड के पास ग्रामीण सडक़ पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। आसपास के कई गांव के ग्रामीण सुबह से जांच कराने के लिए सेंटरों में पहुंचे हुए थे। बताया जा रहा है कि एंटीजन किट के अलावा आरटीपीसीआर टेस्ट भी तय समय पर नहीं हो पा रहे हैं। वैसे राजनांदगांव के कोविड केयर सेंटर में हजारों सैम्पलों की जांच नहीं हो पाई है। लिहाजा आरटीपीसीआर के टेस्ट के नतीजे तय समय पर नहीं मिल पा रहे हैं। जांच रिपोर्ट में देरी से संक्रमित मरीजों को कई तरह की परेशानी से जूझना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि डोंगरगढ़ कोरोना से ग्रसित है।
इस संबंध में डोंगरगढ़ एसडीएम अविनाश भोई ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि जांच किट की कमी के चलते ग्रामीण गुस्से में आकर प्रदर्शन करने लगे थे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा किट भेजा जा रहा है। ग्रामीणों को समझाईश के बाद ग्रामीण सडक़ से हट गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 अप्रैल। कोरोना से रोजाना लोगों की जान जा रही है। मंगलवार तडक़े जिले के मोस्ट सीनियर जर्नलिस्ट प्राकृतशरण सिंह की कोरोना ने जान ले ली।
बताया जाता है कि भिलाई के एक निजी अस्पताल में गुजरी रात करीब 2 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वे मूलत: खैरागढ़ राजपरिवार के सदस्य प्राकृतशरण सिंह की बेहतर पत्रकारों में गिनती होती थी। वह दैनिक भास्कर के ब्यूरो चीफ भी रहे हैं। उन्होंने करीब 5 साल तक ब्यूरो चीफ के रूप में काम किया। इसके अलावा वह कई अखबारों में संवाददाता की हैसियत से सेवा दे चुके हैं। पिछले कुछ सालों से वह रागनीति नामक पत्रिका का प्रकाशन भी कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि उनके की खबर से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है। उनके छोटे भाई भागवत शरण भी पत्रकार हैं। उनके निधन पर प्रेस क्लब संरक्षक जितेन्द्र मिश्रा, सुशील कोठारी, अशोक पांडे, प्रेस क्लब अध्यक्ष सचिन अग्रहरि, अतुल श्रीवास्तव, मिथलेश देवांगन, संदीप साहू, प्रदीप मेश्राम, संतोष दुबे समेत अन्य पत्रकारों ने श्रद्धांजलि देते गहरा व्यक्त किया है।
बुधवार को बैराज से छोड़ा जाएगा 800 क्यूसेक पानी, बैराज में 11 मिलियन घनमीटर पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 अप्रैल। गर्मी में शिवनाथ नदी की मौजूदा पानी की खपत बढ़ गई है। लिहाजा नांदगांव शहर की प्यास बुझाने के लिए जिले के सबसे बड़े मोंगरा बैराज से पानी छोड़े जाने की तैयारी चल रही है। बताया जा रहा है कि शहर के मोहारा एनीकट में पानी का लेबल गिरता जा रहा है। कारण यह है कि शहर में पानी की खपत बढ़ गई है। राजनांदगांव नगर निगम में बैराज के अफसरों से पानी की डिमांड की है। अप्रैल के तीसरे सप्ताह में जहां नलों की धार कम हुई है। वहीं पानी की समस्या से जूझ रहे वार्डों में टैंकरों के जरिये पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक मोंगरा बैराज प्रबंधन की ओर से बुधवार को 800 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की मंजूरी दे दी है। पानी छोड़े जाने के 24 घंटे भीतर मोहारा एनीकट फिर से लबालब हो जाएगा। हालांकि शिवनाथ नदी के तट पर बसे सैकड़ों गांव में भी पानी की खपत बढ़ी है। शिवनाथ नदी के दोनों किनारों में बसे गांवों में निस्तारी के साथ-साथ फसलों के लिए भी पानी का उपयोग किया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि मोंगरा बैराज प्रबंधन ने 7.5 मिलियन घनमीटर पानी सुरक्षित रखा है। वहीं डेट वाटर के रूप में करीब 4.5 मिलियन घन मीटर पानी रखा है। बताया जा रहा है कि बैराज में कुल 21 फीसदी पानी का भराव है। बैराज के ईई एसके सहारे ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि बैराज से 800 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। आगे डिमांड के अनुसार पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
बताया जा रहा है कि मोहारा एनीकट से पहले मोखली एनीकट में भी जल भराव होगा। मोंगरा बैराज का पानी आते ही मोहारा एनीकट का जलस्तर बेहतर हो जाएगा। बताया जा रहा है कि पानी की खपत बढऩे के कारण मोंगरा बैराज पर पानी छोड़े जाने का दबाव बढ़ा है।
गौरतलब है कि अप्रैल के शुरूआत में मटियामोती जलाशय से भी पानी लिया गया था। अप्रैल माह के आखिरी 10 दिन से पहले मोहारा एनीकट का जलस्तर गिर गया है। वहीं लगातार घटते जलस्तर से पानी आपूर्ति व्यवस्था भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। इस बीच मोंगरा बैराज के पानी से शहर को करीब 15 दिनों तक पानी समस्या से राहत रहेगी। बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के चलते शिवनाथ के तटीय इलाकों में पानी का जलस्तर तेजी से नीचे चला गया है। कई गांवों में पानी संकट से हाहाकार की स्थिति है।
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। कलेक्टर टीके वर्मा ने नागरिकों से अपील की है कि भीड़ में जाने से बचें। कोविड-19 से सुरक्षा के लिए यह सुनिश्चित करें कि एक ही स्थान पर सब्जी, फल और अन्य सामग्री न खरीदना पड़े। इसके लिए लॉकडाउन के दौरान सभी होम डिलिवरी या ठेला वालों से मदद लेकर सब्जी खरीदें। बहुत आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें। कोरोना को हराने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें। मास्क अभी हमारे जीवन की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है।
आइये मास्क पहनने को अपने जिंदगी की आदत में शामिल करें। यह समय देश, प्रदेश और समाज के लिए फर्ज निभाने का है। अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करें। साबुन से बार-बार हाथ धोएं, सेनेटाइजर का उपयोग करें तथा दो गज की दूरी के नियमों का पालन करें।
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। कोरोना संक्रमण के इस कठिन समय में बढ़ते कदम एम्बुलेंस द्वारा कोविड-19 के संक्रमित मरीजों को निरंतर समर्पित भाव से सेवाएं दी जा रही है। यह सेवा सुबह से लेकर देर रात तक अनवरत चलती रहती है।
बढ़ते कदम एम्बुलेंस प्रभारी कौशल शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के इस कठिन समय में कोविड-19 के मरीजों को एम्बुलेंस की सेवा सुविधाएं देने के लिए वे स्वयं और उनकी टीम लगातार कार्य कर रही है। इस चुनौतीपूर्ण समय में सेवा भावना के साथ वे कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमित मरीज को समय पर हॉस्पिटल तक पहुंचाने की दिशा में उनका ध्यान रहता है। कौशल ने कहा यह बहुत मुश्किल घड़ी है। बस यह समय निकल जाएं और सभी स्वस्थ हों यही कामना है।
बढ़ते कदम एम्बुलेंस प्रभारी श्री शर्मा ने बताया कि एम्बुलेंस सेवा 24 घंटे स्थानीय स्तर पर एवं इसके साथ ही जिले में तथा भिलाई एवं रायपुर तक कोविड-19 संक्रमित मरीज ले जाया करती है। एम्बुलेंस में ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है। कोविड-19 संक्रमित मरीजों को कम कीमत में सुविधाएं देने का प्रयास किया गया है। एम्बुलेंस सेवा के लिए 20 रुपए प्रति किमी एवं 500 रुपए ड्राइवर भत्ता निर्धारित है। संस्था द्वारा 3 एम्बुलेंस, 2 स्वर्ग रथ और 2 कॉफिन फ्रिजर उपलब्ध है। एम्बुलेंस सेवा का लाभ लेने के लिए कौशल शर्मा मो.नं. 9302899791, अर्जुन वाधवानी मो.नं. 8770202093, गुरूमुख दास वाधवा मो.नं. 9827181772, प्रकाश वाधवानी मो.नं. 9827173233 पर संपर्क कर सकते हैं।
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। जिले में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को संज्ञान में लेते जिला भाजपा ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर जिले में कोविड के प्रति संसाधनों में कमी की ओर ध्यान आकर्षित करते समस्या के त्वरित निदान की बात कही।
जिला अध्यक्ष मधुसूदन यादव ने बताया कि राजनांदगांव में कॉविड मरीजों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। प्रतिदिन ऑक्सीजन की कमी से मौतें हो रही हैं और एम्बुलेंस की कमी से मरीज परेशान हो रहे हैं। कोविड के प्रति सरकार को जागृत करने के लिए 7 बिंदुओं पर मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी, वेंटिलेटर की कमी, ऑक्सीजन सिलेंडर और उनकी रिफलिंग की कमी। साथ ही अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी, एम्बुलेंस तथा आपातकालीन वाहनों की कमी, कोविड सेंटर में उचित एवं गुणवत्ता भोजन की कमी, स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पीपीई किट की कमी आदि विषयों पर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित करते जल्द ही इसके निराकरण के लिए ज्ञापन सौंपा गया।
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। शहर में बिक रहे रेमडीसीवीर इंजेक्शन पर प्रश्न चिन्ह लगाते सर्वजनहित समिति अध्यक्ष अशोक फडऩवीस ने कहा कि जरूरतमंद लोग 12-12 घंटे लाइन में लगे रहते हैं। कई लोगों से इस आपदा का भरपूर फायदा उठाकर अधिक दर पर बेच रहे हैं। पीडि़त पक्षों की शिकायत आ रही है। इस समय तो कई अपनी जानमाल की परवाह किए बिना सेवा दे रहे। कई तन-मन-धन तक लगा रहे और इसी में से कुछ तंत्र रुपए बटोरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। प्रिंट दर से अधिक राशि ले रहे हैं। वे समझ ले अपने आपको इस कृत्य से पृथक कर ले नहीं तो भविष्य में इसके दुष्परिणाम के लिए तैयार रहे।
उन्होंने कहा कि इसका होल सेल रेट 1500 रुपए चिल्लर में बिक्री जो सूचना मिली है। होल सेल वाला 100 रुपए ले रहे। जीएसटी के साथ 1800 रुपए तक बिकना चाहिए, किन्तु कुछ जिम्मेदार लोग कितने में बेच रहे हैं, लेने वाले जान रहे है। कुछ लोग मिलीभगत करके इस आपदा की घड़ी में व्यवसाय कर रहे, उन्हें शर्म आनी चाहिए। अपना रवैया बदल दे अन्यथा आगे की जिम्मेवारी के लिए तैयार रहे। जिला प्रशासन अन्य मेडिकल स्टोर को भी अधिकृत करें या फिर जिला अस्पताल को भी चयन करें।
शासन की गाईड लाइन के अनुसार भर्ती मरीज को ही देना है। रेमडेसिविर इंजेक्शन उसे ही देना जो अस्पताल में भर्ती हुए हैं और वहां के डॉक्टर की अनुशंसा की आवश्यकता होती है। अभी तक जितने जरूरतंदमंद मरीज होंगे, उससे कहीं अधिक इंजेक्सन खपा चुके हैं, इसकी जांच कराने की मांग की जाएगी, क्योंकि आज भी लंबी लाइन लगी रहती है।
श्री फडऩवीस ने कहा कि होम आइसोलेशन मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं लगना है, केवल अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीज को लगना है फिर भी किल्लत इतनी क्यों? कोविड अस्पतालों से मरीजों की सूची ली जानी चाहिए। कोई भी एमबीएस डॉक्टर से लिखवा लिया जाता है, लोग स्टोर भी कर लेते हैं। कई इसका फायदा उठाकर मिलीभगत कर अधिक रुपए में बेच देते हैं। जरूरतमंद 12 घंटे लाइन में खड़ा रहता है। उनसे कहा जाता आप अपने दस्तावेज व मोबाइल नंबर नोट करा दो, आपको बुला लेंगे, जब लाइन में खड़े होने के बाद भी इंजेक्शन नहीं देते हैं, कह दिया जाता है फोन कर बुला लेंगे। समझ जाए यही से होता है गोरखधंधा।
सार्वजनिक भंडारा प्रसादी व कुंवारी कन्या भोज स्थगित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। बर्फानी सेवाश्रम समिति ने कोरोना वायरस महामारी को देखते राज्य सरकार व जिला प्रशासन के निर्देशों व अपील के तहत 13 अप्रैल से प्रारंभ चैत्र नवरात्रि पर्व को सादगी से मनाने का निर्णय लिया था। संस्था ने सिद्धपीठ में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगा दी थी। वहीं अब महाष्टमी हवन व ज्योति कलश विसर्जन में भी श्रद्धालुओं से बर्फानी आश्रम न पहुंचते अपने-अपने घरों में ही पूजा पाठ करने की अपेक्षा की है। संस्था ने जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से सहयोग की अपेक्षा की है।
संस्था के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा गन्नू ने बताया कि संस्था द्वारा मां पाताल भैरवी मंदिर में हिन्दू नववर्ष चैत्र नवरात्र 13 अप्रैल से प्रारंभ हो गई है। संस्था ने सिद्धपीठ परिसर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। चैत्र नवरात्र के अवसर पर सिद्धपीठ में पूजा- अर्चना व ज्योति कलश प्रज्जवलन आचार्यों द्वारा किया गया है। यहां 1237 ज्योति कलश प्रज्जवलित है। 17 अप्रैल को पंचमी के अवसर पर मां पाताल भैरवी, मां काली, गणेशजी महाराज, मां राज राजेश्वरी त्रिपुर सुंदरी दश महाविद्या, पातालेश्वर महादेव, शिवशंकर भोले भंडारी द्वादश ज्योतिर्लिंग, हनुमानजी महाराज, भैरव बाबा का विशेष श्रृंगार किया गया।
संस्था अध्यक्ष राजेश मारू, उपाध्यक्ष दीपक जोशी, सचिव गणेश प्रसाद शर्मा गन्नू कोषाध्यक्ष नीलम जैन, महेन्द्र लूनिया, बलविंदर सिंह भाटिया, मनीष परमार, कुलबीर छाबड़ा, संजय खंडेलवाल, कमलेश सिमनकर, सूरज जोशी, लीलाधर सिंह, आलोक जोशी व अन्य सदस्यों ने वर्चुवल बैठक कर निर्णय लिया कि महाष्टमी हवन व ज्योति कलश विसर्जन पर श्रद्धालु बर्फानी आश्रम न पहुंचे, घर में ही पूजा-अर्चना करें। संस्था द्वारा महाष्टमी हवन पंडितों व संस्था के पांच सदस्यों द्वारा किया जाएगा। वहीं दुर्गा नवमीं पर श्रद्धालुओं द्वारा प्रज्जवलित ज्योति कलशों का विसर्जन मंत्रोच्चार के मध्य विधि-विधान से गंगाजल अर्पित कर किया जाएगा। इसके लिए भी श्रद्धालु बर्फानी आश्रम न पहुंचे। संस्था ने निर्णय लेते रामनवमीं, दुर्गा नवमीं में होने वाले कुंवारी कन्या भोजन व सार्वजनिक भंडारा प्रसाद कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है।
मिलेंगी पूरी दक्षिणा
संस्था के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा गन्नू ने बताया कि मां पाताल भैरवी सिद्धपीठ में आयोजित किए जा रहे चैत्र नवरात्रि के अवसर पर सिद्धपीठ स्थापना से आचार्य का कार्य करने वाले पं. कृष्णकांत तिवारी से आग्रह किया गया है कि वे लकवाग्रस्त हैं, ऐसे समय उन्हें सावधानी की जरूरत है। इस कारण घर पर ही रहकर देवी का पाठ-पूजन करें। उन्हें हर नवरात्रि में दी जाने वाली दक्षिणा इस बार भी संस्था द्वारा भेंट की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 19 अप्रैल। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने विधायक निधि से 20 लाख रुपए देने की घोषणा की है। विधायक श्रीमती साहू ने छुरिया व अंबागढ़ चौकी विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विधायक निधि से स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने, एम्बुलेंस व शव वाहन सहित अन्य आवश्यक चिकित्सकीय उपकरण का क्रय करने की अनुशंसा की है। विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि यदि इसके बाद भी जरूरत पड़ी तो वे विधायक निधि से और राशि की मंजूरी देने प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारियों से विचार-विमर्श कर रही है।
विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि वे दोनों ब्लॉकों के प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग से जुड़े चिकित्सकों व अधिकारियों से चर्चा की जा रही है। यदि जरूरत पड़ी तो वे दोनों स्थानों में संक्रमण की रोकथाम एवं लोगों को स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने और राशि विधायक निधि से प्रदान करेंगी। इधर महामारी की रोकथाम के लिए विधायक निधि से छुरिया व अंबागढ चौकी ब्लॉक में 20 लाख की स्वीकृति देने पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रितेश जैन, अनिल मानिकपुरी व अब्दुल खान ने क्षेत्रवासियो व और कांग्रेस कार्यकर्ताओ की ओर से विधायक श्रीमती साहू का आभार व्यक्त किया है।
सीएम सहायता कोष में दिया एक माह का वेतन
खुज्जी विधायक श्रीमती साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की अपील पर अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा किया है। विधायक श्रीमती साहू ने कांग्रेस के निर्वाचति जनप्रतिनिधियो व संगठन के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे महामारी व भीषण आपदा के दौर में अपनी क्षमता एवं सामथ्र्य के अनुसार मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान दें। इसके अलावा क्षेत्र में जरूरतमंदों को सहयोग प्रदान करने व संक्रमित मरीजों के जीवनरक्षा के लिए आगे आकर पूरी ताकत के साथ सेवा कार्य करने की अपील की है। विधायक श्रीमती साहू ने प्रवासी मजदूरों व लॉकडाउन में घर वापसी कर रहे ग्रामीणों को भी सहयोग करने का आह्वान किया है।
डिस्ट्रिक वार रूम में कोरोना के संबंध में समीक्षा बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। कलेक्टर टीके वर्मा ने गत् दिनों दिग्विजय स्टेडियम स्थित डिस्ट्रिक वार रूम (कंट्रोल रूम) में कोविड-19 के संबंध में समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता के अनुसार शासकीय मेडिकल कॉलेज पेंड्री में बेड की संख्या बढ़ाएं। 2 से 3 दिन के भीतर 350 सिलेंडर की व्यवस्था होने पर बेड की संख्या बढ़ाएं एवं रोटेशन में रिफिलिंग करवाएं।
शासकीय मेडिकल कॉलेज के अरविंद चौधरी ने बताया कि 40 बेड बढ़ाए गए हैं जिनमें से 16 बेड में ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए हैं। कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि नई भर्ती के चयनित अभ्यर्थी शीघ्र ही पदभार ग्रहण कर लें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी से कंटेनमेंट जोन, होम आईसोलेशन के संबंध में जानकारी ली।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी,कविलाश टंडन, डॉ. प्रदीप बेक, मुकेश रावटे, लता उर्वशा, डिप्टी कलेक्टर विरेन्द्र सिंह, डिप्टी कलेक्टर राहुल रजक, डीपीएम गिरीश कुर्रे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रेणु प्रकाश, जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम, ईडीएम सौरभ मिश्रा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 19 अप्रैल। लॉकडाउन में नगर के श्रमिक बाहुल्य बस्तियों व झुग्गी इलाकों में निर्धन व जरूरतमंदों को फल व सब्जियों का वितरण पार्षद व समाजसेवियों द्वारा किया जा रहा है। नगर की कांग्रेस पार्षद सविता अनिल मानिकपुरी द्वारा वार्डवासियों को हरी सब्जियां व फल वितरित कर रही है। इसके अलावा नगर के कई समाजसेवी संस्थाओं व व्यक्तियों द्वारा गरीब व जरूरतमंदों को फल व सब्जियां तथा दिनचर्या की सामग्री वितरित किया जा रहा है।
नगर की कांग्रेस पार्षद सविता अनिल मानिकपुरी द्वारा लॉकडाउन की अवधि में बीते सप्ताह वार्डवासियों को टमाटर, खीरा, ककडी, पपीता, अंडा, कटहल का वितरण किया गया। इसी तरह पार्षद अविनाश कोमरे, पार्षद मनीष बंसोड, पार्षद शंकर निषाद, पार्षद मुकेश सिन्हा एवं समाजसेवी मोंटी खंडेलवाल द्वारा जरूरतमंदों को दिनचर्या व जरूरत की सामग्रियिां बांटी जा रही है। इस मुहिम में मिर्जा सत्तार बेग, हाजी ईमारन, भोजराज कौशिक, साहेबदास मानिकपुरी, आकाश कसार, मुकेश दुबे, संदीप यादव, सरपंच मोहन मलगामे, प्रकाश वर्मा आदि जरूरतमंदों को सहयोग करने में आगे आए हैं। वार्ड 8 के नागरिकों ने नगर के समाजसेवियों एवं पार्षद का आभार ज्ञापित किया है।
सामान्य के लिए 18 व कोरोना मरीज के लिए 25 रु. किराया निर्धारित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मुकेश रावटे द्वारा निजी एम्बुलेंस वाहन स्वामियों की कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी राजनांदगांव के कक्ष में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में कोविड-19 मरीज को गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस का भाड़ा अधिक लिए जाने की शिकायत पर चर्चा की गई। शिकायत को दृष्टिगत रखते एकरूपता लाने के लिए एम्बुलेंस संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में मरीज को एम्बुलेंस में गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए सामान्य मरीज के लिए 18 रुपए प्रति किमी तथा कोविड मरीज के लिए 25 रुपए प्रति किमी किराया निर्धारित किया गया। एम्बुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर रखना तथा चालक को ऑक्सीजन सिलेंडर ऑपरेटर करने का अनुभव होना आवश्यक है। चालक को प्रतिदिन चालक के लिए लागबुक मेंटेनेन्स करने तथा समय-समय पर अधिकारी के समक्ष जांच के लिए प्रस्तुत एवं आपातकालीन सुविधा के लिए एम्बुलेंस में किट रखने के निर्देश दिए। जांच के दौरान एम्बुलेंस में अनियमितता पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 19 अप्रैल। रायपुर में रहने वाले सुबोध सिंघानिया ने गंडईवासियों के कोरोनाकाल में सहयोग करने की भावना से अपने दादा स्व. लीलाधर सुभाष सिंघानिया की स्मृति में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंडई को दो नग ऑक्सीजन ऑक्सीनेटर मशीन व 10 लीटर सेनेटाईजर, 300 नग मास्क, 100 नग हेड ग्लब्स अपने भतीजे रितेश सिंघानिया, नीरज सिंघानिया व जैकी सिंघानिया के माध्यम से प्रदान किया।
मिली जानकारी के अनुसार उक्त मशीन की कीमत लगभग एक लाख रुपए है। यह मशीन ऑक्सीजन जनरेट करता है। उक्त मशीन को रिफलिंग करने की आवश्यकता नहीं होती है। इससे गंडई के कोरोना पीडि़त मरीज जिन्हें सांस लेने में दिक्कत होती है, उन्हें राहत मिलेगा। बताया गया कि सुबोध सिंघानिया मूलरूप से गंडई के निवासी हैं और बीते कुछ बरसों से रायपुर में निवास कर रहे हैं। रायपुर में वे टॉप के बिल्डर हैं। उनका कहना है कि गंडईवासियों के सहयोग के लिए वे हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने सोशल साइट्स के माध्यम से अपने गंडई के परिवार को संदेश भेजा है, जिसमें लिखा है कि हम सपरिवार इस विकट एवं विपरीत परिस्थिति में गंडई के साथ खड़े हैं और निकट भविष्य में किसी भी सहायता की आवश्यकता होगी तो तन-मन और धन के साथ सेवा में तत्पर रहेंगे। हम पूरे गंडई क्षेत्र के निवासियों की सेवा के लिए तटस्थ हैं। आक्सीजन आक्सीनेटर मशीन एवं अन्य सामान प्रदान करने के दौरान डॉ. अभिनव पंचारी, डॉ. प्रशांत सोनी, वैष्णव सिस्टर व स्टाफ के अन्य लोग मौजूद थे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंडई के डॉ. प्रशांत सोनी ने बताया कि कोरोनाकाल में कोविड मरीजों की सहायता के लिए बहुत सी आवश्यक सामान है। जिसकी जरूरत पड़ती है। ऐसे में इस प्रकार के ऑक्सीजन ऑक्सीनेटर मशीन हमारे स्वास्थ्य केंद्र को प्रदान किया गया है, जो कोविड मरीजों की देखभाल में सहायक होगा। गंडई में जो भी सक्षम व्यक्ति है वे भी इस प्रकार की जरूरी समानों को प्रदान कर सकते हैं।
इधर रितेश सिंघानिया ने बताया कि चाचा सुबोध सिंघानिया द्वारा गंडई सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र को 2 नग ऑक्सीजन ऑक्सीनेटर मशीन प्रदान किया गया है, जो हम सब के लिए गर्व की बात है। अभी संभावना है कि कुछ सामानों को और प्रदान किया जाएगा। चाचा सुबोध सिंघानिया एवं उनका पूरा परिवार जिसमे हम सब भी शामिल है द्वारा कोविड मरीजों के लिए इस प्रकार का प्रयास किया जाता रहेगा।
राशन की होम डिलवरी से भी मिली राहत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। राजनांदगांव शहर को दूसरे दौर के लॉकडाउन में प्रशासन ने सब्जी-तरकारी के अलावा राशन की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़ी रियायत दी है। मिली छूट से लॉकडाउन के दौरान खानपान और घरेलू सामानों के संकट से जूझ रहे लोगों को राहत मिली है।
कलेक्टर टीके वर्मा ने दूसरे दौर के लॉकडाउन में सुबह 6 से दोपहर 12 बजे ठेलों में जहां सब्जी-तरकारी बिक्री करने के लिए छूट दी है। वहीं होम डिलवरी के लिए राशन मुहैया कराने से भी लोगों का तनाव कम हुआ है। हालांकि दूसरे दौर के लॉकडाउन में अभी भी सख्त पाबंदिया है। सामूहिक भीड़भाड के अलावा शादी और दूसरे आयोजनों पर रोक लागू है। बताया जा रहा है कि प्रशासन द्वारा लोगों को बार-बार इस बात की चेतावनी दी जा रही है कि नियम-शर्तों को तोडऩे पर हालात और खराब हो सकते हैं, इसलिए लॉकडाउन के जरिये संक्रमण की चेन को तोडऩे में सभी की सहभागिता जरूरी है।
मिली जानकारी के अनुसार जिलेभर से अप्रैल माह में 18 दिन में जहां 125 लोगों ने कोरोना से अपनी जान गंवाई है। वहीं 15 हजार 863 लोग संक्रमित हुए हैं, जिसमें शहर से 5 हजार 168 व ग्रामीण क्षेत्र से 10 हजार 695 लोग शामिल हैं। इधर 18 अप्रैल को इस माह के संक्रमित आंकड़े कम रहे। रविवार को 573 लोग ही संक्रमित होने के मामले सामने आए हैं, जिसमें शहर से 106 और ग्रामीण क्षेत्र से 467 लोग संक्रमित हुए हैं। जिले में अब तक 39 हजार 232 लोग संकमित मिले हैं, जिसमें से 28 हजार 55 लोग स्वस्थ हो गए हैं। वर्तमान में 10 हजार 839 मामले एक्टिव हैं। अब तक 338 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
लॉकडाउन से दिखने लगा सकारात्मक असर
जिला प्रशासन द्वारा 10 से 19 अप्रैल सुबह तक जिले को कंटेनमेंट घोषित करने के साथ ही कड़ा लॉकडाउन लागू कर दिया था। जिससे सकारात्मक असर सामने आया। वहीं गत् दिनों कलेक्टर टीके वर्मा ने कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे लॉकडाउन को 26 अप्रैल तक लागू कर दिया, जिसमें सब्जी और किराना सामानों की होम डिलवरी की छूट दी गई है। सख्त लॉकडाउन लागू होने से संक्रमितों की संख्या में जहां रविवार को कमी आई है। उधर कलेक्टर टीके वर्मा ने नागरिकों से भीड़ में जाने से बचने, होम डिलवरी सामानों की खरीदी करने, आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलने, कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने, मास्क का उपयोग करने, साबुन से बार-बार हाथ धोने, सेनेटाइजर का उपयोग करने तथा दो गज की दूरी के नियमों का पालन करने का आह्वान किया है।
वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिये नांदगांव की मीडिया से चर्चा, भूपेश सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अप्रैल। कोरोना के तांडव के बीच रोजाना हो रही दर्जनों मौतों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश सरकार की नाकामी को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि कोरोना मोर्चे पर सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है। प्रशासनिक व्यवस्था बेपटरी हो गई है। लिहाजा सरकारी नीतियां मूर्तरूप लेने के बजाय दम तोड़ रही है। पूर्व सीएम डॉ. सिंह सोमवार को वर्चुअल कान्फ्रेंस के जरिये नांदगांव के पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने न सिर्फ राजनांदगांव, बल्कि समूचे राज्य की बदइंतजामी को लेकर भूपेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना से हो रही मौतों से परेशान परिजनों से ढ़ाई हजार रुपए लिए जा रहे हैं। वहीं शवों को कचरे के जैसा ढोया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि इंसानी शव को भूपेश सरकार कचरे के वाहन में ढ़ो रही है। यह मानव संवेदना को तार-तार करने जैसा काम है। डॉ. सिंह ने कहा कि कोरोना से उपजे संकट से निपटने सरकार की कोई कार्ययोजना नहीं है। सरकार की ओर से न ही कोरोना मरीजों का समुचित देखभाल किया जा रहा है और न ही जरूरतमंद लोगों को आक्सीजन और न ही बिस्तर मिल पा रहा है।
डॉ. सिंह ने नांदगांव की जनता से अपील करते कहा कि यह समय कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का है, इसलिए मास्क लगाने के साथ दो गज की दूरी रखने और बिना किसी कारण के घर से बाहर न निकले।
डॉ. सिंह ने नांदगांव के सामाजिक संस्थाओं की कार्यशैली की भूरि-भूरि प्रशंसा करते कहा कि नांदगांव हमेशा संकट के दौर में एकजुट होता है। इसलिए हर संकट से पार पाने की राजनंादगांव में ताकत है। डॉ. सिंह ने पत्रकारों के सुझावों को सुनते हुए एक महत्वपूर्ण ऐलान करते कहा कि विधायक निधि और सांसद संतोष पांडेय की निधि द्वारा जल्द ही विद्युत शव दाह गृह का स्थापना की जाएगी। साथ ही वर्तमान में शव जलाने में प्रयुक्त संसाधन का दूसरे कार्यों में इस्तेमाल हो।
डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि कोरेाना की तीसरी लहर बेहद घातक है, इसलिए युवाओं को सम्हलना जरूरी है। उन्होंने वैक्सीनेशन को लेकर किसी भी तरह की भ्रामक खबरों को अनसुना करने की अपील की है। वर्चुअल कान्फ्रेंस में उन्होंने राजनांदगांव मीडिया की भूमिका की भी सराहना की। पत्रकारों से मिले अन्य सुझावों को उन्होंने जल्द ही अमल करने का आश्वासन दिया। वर्चुअल कान्फ्रेंस में जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, सचिन बघेल, जिला पंचायत अध्यक्ष गीता साहू, उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, नांदगांव संगठन प्रभारी संजय श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा, पत्रकारद्वय जितेन्द्र मिश्रा, शशांक तिवारी, अतुल श्रीवास्तव, सचिन अग्रहरि, संदीप साहू, प्रदीप मेश्राम, पुरूषोत्तम तिवारी, अशोक पांडे समेत अन्य शामिल थे।
हफ्तेभर में दो दर्जन की वापसी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 19 अप्रैल। प्रवासी मजदूरों की वापसी के लिए विकासखंड के 69 ग्राम पंचायतों में क्वारंटीन सेंटर की स्थापना की गई है। इसमें शासकीय स्कूलों को भी क्वारंटीन सेंटर में तब्दील किया गया है। इन केंद्रों में प्रवासी मजदूरों व प्रदेश से बाहर से आने वाले नागरिकों को रखा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि क्वारंटीन सेंटर में पानी, लाईट, सफाई, विश्राम के लिए दरी व चादरों की व्यवस्था ग्राम पंचायतों को दी गई है। जबकि भोजन की व्यवस्था क्वारंटीन में रहने वाले मजदूरों व नागरिकों को स्वयं व उनके परिवार को करना होगा। ब्लॉक के सभी पंचायत मुख्यालयों में क्वारंटीन शुरू हो गए हैं। विखं के 67 ग्राम पंचायत मुख्यालयों में प्राथमिक शालाओं और केवल दो स्थान कोरचाटोला व छछानपाहरी में छात्रावास को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है।
जनपद सीईओ बीएल देहारी ने बताया कि शासन के निर्देश मिलते ही ब्लॉक के 69 पंचायतों में क्वारंटीन प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि क्वारंटीन सेंटर में पंचायतों द्वारा पेयजल, सफाई, प्रकाश व विश्राम के लिए दरी की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि भोजन की व्यवस्था क्वारंटीन किए गए ग्रामीणों के परिवार को करना होगा। क्वारंटीन में केवल प्रवासी मजदूर व बाहर से आने वाले लोगों को रखा जा रहा है। क्वारंटीन किए गए किसी ग्रामीण की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे कोविड केयर सेंटर या सीधे स्वास्थ्य विभाग के सुपुर्द किया जा रहा है।
सप्ताहभर में दो दर्जन प्रवासी क्वारंटीन
सरकारी आंकड़ों की माने तो विखं में सप्ताहभर में केवल 24 प्रवासी मजदूर ही वापस छग लौटे हैं। घर वापसी करने वाले प्रवासी ग्रामीणों को ग्राम पंचायत द्वारा बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में ही रखा गया है। जनपद सीईओ श्री देहारी ने बताया कि कोरचाटोला व छछानपाहरी में छह-छह व देवरसुर, लाताकोडो, थैलीटोला में दो-दो, खुर्सीपार में चार एवं परसाटोला में एक प्रवासी मजदूर की घर वापसी हुई है। इन सभी को ग्राम पंचायत के क्वारंटीन सेंटर में रखा गया है। उन्होंने बताया कि क्वारंटीन सेंटर में रह रहे सभी ग्रामीणों की कोरोना जांच कराई जा रही है।
टीकाकरण के लिए किया जा रहा जागरूक
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए ब्लॉक के 151 गांव में ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया जा रहा है। ग्राम पंचायतों में मुनादी के माध्यम से लोगों को टीकाकरण का लाभ बताते सीनियर सिटीजन व 45 प्लस आयु वर्ग के ग्रामीणों को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में टीका लगाने की अपील की जा रही है। जनपद सीईओ श्री देहारी ने बताया कि ग्राम पंचायत के सचिवों एवं अन्य कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वे पंचायत क्षेत्र में निवास करने वाले सभी 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराने में सहयोग प्रदान करे। इसके अलावा उन्हें संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी निर्देशों का पालन कराने का भी निर्देश दिया गया है। सीईओ ने बताया कि महामारी के प्रकोप को देखते सभी पंचायतों में टीकाकरण को लेकर उत्साह है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। कोरोना संक्रमण के भयानक रूप को दृष्टिगत रखते कोरोना संक्रमितों की जीवनरक्षा के लिए जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने राजनंादगांव मेडिकल कॉलेज को 100 आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया है। इस भीषम परिस्थिति में संवेदनशीलता का परिचय देने पर महापौर हेमा देशमुख ने प्रभारी मंत्री अकबर का आभार व्यक्त किया है।
महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि कोरोना के दूसरे दौर के भयावह संक्रमण से जनता जूझ रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में आम जनता को कोरोना महामारी के समय हर पल सुविधा व सुरक्षा पहुंचाने आवश्यक कदम निरंतर उठा रही है। उसी क्रम में जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर भी स्वयं कोरोना संक्रमण से प्रभावित होते हुए भी राजनांदगांव जिले की चिंता करते 100 ऑक्सीजन सिलेंडर मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव को उपलब्ध कराने का दायित्व निभाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्तता के लिए भी आवश्यक निर्देश जारी कर दिए है। जिसका सुखद परिणाम हमें जल्द मिलेगा और जनता संक्रमण से मुक्त होंगे। इस आपदा की घड़ी में छत्तीसगढ सरकार जनता के साथ है। हमें घबराना नहीं है, बल्कि धैर्य रखकर इसका मुकाबला करना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। साई हॉस्टल दिग्विजय स्टेडियम में गत् दिनों शुरू हो चुके सिंधु कोविड सैंटर में ग्रामीण मरीजों का तांता लग चुका है।
ग्रामीण मरीज बड़ी संख्या में यहां भर्ती हो रहे हैं, जिन्हें बड़ी संख्या में ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता पड़ रही है । शनिवार को सिंधु कोविड सेंटर के प्रभारी रूपचंद भीमनानी ने जब डॉ. रमन सिंह को अपनी परेशानी बताई तो तत्काल डॉ. रमन सिंह ने 10 ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था नि:शुल्क प्रदान की।
सिंधी समाज ने डॉ. रमन सिंह की इस सहृदयता का हृदय से साधुवाद व्यक्त करते कहा कि राजनांदगांव की जनता के लिए डॉ. रमन सिंह सदैव ही चिंतित रहते हैं और उनकी मदद के लिए तत्काल ही हाथ आगे बढ़ाते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता नीलू शर्मा ने कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार वायरस को फैलने से रोकने में नाकाम रही है। जनसंख्या घनत्व के मुताबिक पॉजिटिव दर में छत्तीसगढ़ प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है।
श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की अपनी जिम्मेदारी होती है, पर छग की निक्कम्मी कांग्रेस सरकार अपनी सारी जिम्मेदारी केंद्र सरकार पर मढकर विफलता के नए पायदान पर चढ़ रही है। आज प्रदेश में जो कोरोना की भयावह स्थिति है, वह चिंता का विषय है, पर सरकार का अब भी असम से मोह भंग नहीं हुआ है, वहां के नेताओ के साथ प्रदेश के मंत्रीगण पार्टी करने में व्यस्त हैं।
बढ़ते कोरोना मामले पर श्री शर्मा ने कहा कि आज आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने में 5 से 6 दिन की देरी की वजह से वह व्यक्ति अन्य लोगों को भी संक्रमित कर रहा है। प्रदेश सरकार को चाहिए था कि अपने टेस्ट लैब बढ़ाए, पर सरकार तो रोड सेफ्टी मैच में व्यस्त थी। मुख्यमंत्री ने रोड इतना सेफ कर दिया है कि आज लोग घर पर ही कैद हो गए हैं। प्रदेश के मुखिया व उनके स्वास्थय मंत्री के बीच की आपसी खींचतान में प्रदेश की भोली-भाली जनता पिस रही है।
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अपने मुख्यमंत्री को पत्र व्यवहार करना ही दर्शाता है कि आपसी मतभेद कितने है, इन्हीं आपसी मतभेद का नतीजा है कि आज प्रदेश के सारे अस्पताल चाहे सरकारी हो या निजी कहीं भी बेड खाली नहीं है।
ऑक्सीजन की कमी से लोगों की असमय मृत्यु हो रही है। इंजेक्शन के लिए अफरा-तफरी मची हुई है।
श्री शर्मा ने चिंता व्यक्त करते कहा कि प्रदेश की यही स्थिति रही तो सरकार को अपने सारे संसाधनों को झोकना पड़ेगा। शराब बिक्री से प्राप्त सेस की राजस्व राशि का उपयोग स्वास्थ्यगत बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर इस्तेमाल करना चाहिए। सरकार को अविलंब ज्यादा से ज्यादा पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती करनी चाहिए। नागरिको से अपील है कि कोरोना गाईड लाइन का पालन करें, मास्क का उपयोग करें व दो गज की दूरी बनाए रखें।
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। नगर निगम राजनांदगांव के पूर्व महापौर एवं जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण राजनांदगांव के उपाध्यक्ष सुदेश देशमुख की माताजी एवं राजनांदगांव महापौर हेमा देशमुख की सासू मां श्रीमती जमुनादेवी देशमुख पति एनआर देशमुख का शनिवार को 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। श्रीमती देशमुख विगत 5 दिनों से सुंदरा अस्पताल में कोविड के इलाज के लिए भर्ती थी।
श्रीमती जमुनादेवी देशमुख सामाजिक एवं धार्मिक गतिविधियों में अग्रणी रहने वाली महिला थी। उनके निधन की सूचना मिलते ही क्षेत्र में शोक का वातावरण निर्मित हो गया। उन्हें मुखाग्नि उनके पुत्र सुदेश देशमुख ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत दी। उनके निधन पर शहर सहित जिले के सामाजिक धार्मिक संगठनों ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
प्रभारी मंत्री अकबर ने जताया शोक
वन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने राजनांदगांव महापौर हेमा देशमुख की सासू मां श्रीमती जमुनादेवी देशमुख के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने स्वर्गीय श्रीमती जमुनादेवी देशमुख को श्रद्धांजलि अर्पित की है एवं शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
प्रेस क्लब एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यों की सराहना की
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। वन एवं जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर द्वारा कोविड-19 संक्रमण की विषम परिस्थितयों के मद्देनजर शासकीय मेडिकल कॉलेज पेंड्री को 120 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रदान किया गया है। जिले के प्रभारी मंत्री अकबर स्थितियों पर नजर बनाए रखे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि शासकीय मेडिकल कॉलेज पेंड्री में शीघ्र ही वेटिंलेटर चालू हो रहे हंै। इसके साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने जिले के नागरिकों से अपील करते कहा कि सभी घर पर रहें, आवश्यक कार्य होने पर ही घर से बाहर जाएं। मास्क अनिवार्य रूप से लगाएं, हाथों को समय-समय पर साबुन से धोते रहें एवं दो गज की दूरी का पालन करें।
श्री अकबर ने संस्कारधानी राजनांदगांव की प्रशंसा करते कहा कि यहां विशेषकर प्रेस क्लब द्वारा कोविड केयर सेंटर आरंभ कर सेवाएं देने का कार्य अविस्मरणीय है। इसके साथ ही उद्याचल एवं अन्य स्वयंसेवी संस्थाएं, समाजसेवी एवं व्यापारिक व औद्योगिक प्रतिष्ठान इस कठिन समय में सेवा के लिए आगे आए हैं, जो सराहनीय है। आपसी सहयोग एवं समन्वय से हम कोरोना की इस विभीषिका का सामना कर सकते हैं। उन्होंने एकजुट होकर किए गए इस प्रयास के लिए सभी को साधुवाद दिया है।
राजनांदगांव, 18 अप्रैल। नगर निगम सीमा क्षेत्रांतर्गत विभिन्न वार्डों में कोरोना पॉजिटिव (कोविड-19) मरीज पाए जाने के कारण निगम के समस्त वार्डों में स्वास्थ्य निरीक्षण कराए जाने के निर्देश जिलाधीश टीके वर्मा द्वारा दिए गए हैं। निर्देश के अनुक्रम में निगम आयुक्त डॉ.आशुतोष चतुर्वेदी ने शिक्षक, सहायक राजस्व निरीक्षक, सफाई दरोगा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की वृहद निगरानी दल का गठन किया है। दल के नोडल अधिकारी प्र.कार्यपालन अभियंता जयनारायण श्रीवास्तव मो.नं. 94062 45292 को एवं सहायक नोडल अधिकारी मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के शहरी कार्यक्रम प्रबंधक अनामिका विश्वास मो.नं. 94064 81643 को नियुक्त किया है।
आयुक्त डॉ. चतुर्वेदी ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीज के स्वास्थ्य निरीक्षण किए जाने संपूर्ण निगम क्षेत्र में सर्वेक्षण हेतु निगरानी दल का गठन किया गया। गठित दल में वार्ड नं. 01 से 10 तक के लिए नया ढाबा के संकुल समन्वयक वेदांता खोब्रागढे मो.नं. 91795 26837 को दायित्व सौंपा गया है। वार्ड नं. 11 से 20 तक के लिए चिखली के संकुल समन्वयक लक्ष्मण लाल पाल मो. नं. 83059 17006 को, वार्ड नं. 21 से 30 तक के लिए कैलाश नगर के संकुल समन्वयक निर्मल कुमार खरे मो.नं. 70007 08735 को, वार्ड नं. 31 से 40 तक के लिए कन्हारपुरी के संकुल समन्वयक दीपक कुमार सिन्हा मो.नं. 94255 62914 एवं वार्ड नं. 41 से 51 तक के लिए शासकीय उ.मा.शाला हल्दी के शिक्षक अमित कुमार शर्मा मो.नं. 93036 12264 को दायित्व सौंपा गया हैै ।
एवं इनके सहयोगी के रूप में शिक्षक, सहायक राजस्व निरीक्षक, वार्ड प्रभरी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रहेंगे।
उन्होंने बताया कि समस्त प्रभारी अधिकारी अपने निगरानी दल के सदस्यों के साथ आवश्यक समन्वयक दिग्विजय स्टेडियम में सुबह 8 बजे उपस्थित होकर निर्धारित प्रारूप में सर्वेक्षण कराकर प्रतिदिन समस्त रिर्पोट दिग्विजय स्टेडियम में ही शाम 4 बजे तक जमा करना सुनिश्चित करेंगे। निगरानी दल के सभी सदस्य अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण के लिए प्रपत्र उपलब्ध कराने एवं सर्वक्षण पश्चात रिर्पोट प्राप्त कर ऑनलाइन किए जाने दिग्विजय स्टेडियम में भी कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गई है।