जिले के विकास के लिए मिल का पत्थर साबित होंगे दो वर्षों के महत्वपूर्ण निर्माण कार्य
जगदलपुर, 31 दिसंबर। आदिवासी बाहुल्य बस्तर जिले के लोक निर्माण विभाग के लिए 2019 एवं 2020 का वर्ष कई मायनों में उपलब्धियों से भरा रहा। इन दो वर्षों में हुए अनेक बहुप्रतिक्षित एवं महत्वपूर्णं विकास कार्य वास्तव में बस्तर जिले के विकास के लिए धूरी बनकर मिल का पत्थर साबित होंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाले छत्तीसगढ़ सरकार के मंशानुरूप लोक निर्माण विभाग द्वारा पिछले दो वर्षों में जिले में कराए गए सभी महत्वपूर्णं कार्य आम जनता की समस्याओं एवं जनसरकारों जुड़ी हुई है। जिनकी मांग बस्तर के जनप्रतिधि एवं आम नागरिक लम्बे समय से करते आ रहे थे। राज्य सरकार की संवेदनशीलता एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा प्रशासन की तत्परता से जिला मुख्यालय के अलावा सुदूर ग्रामीणों अंचलों में हुए अनेक छोटे-बड़े कार्यों से आम लोगों को सहुलियत मिल रही है। इसके साथ ही इसके माध्यम से बस्तर जिले में विकास की बुनियाद रखने का प्रयास किया गया है।
इन दो वर्षों में लोक निर्माण विभाग द्वारा कराए गए विकास कार्यों की लम्बी फेहरिस्त है। पूरे बस्तर संभाग की महत्वपूर्ण पहचान एवं जिले को देश के महत्वपूर्णं शहरों हवाई मार्ग से जोडऩे वाले मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट 41.05 करोड़ रूपए लागत से जरूरी निर्माण कार्य किए गए है। मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट से रायपुर और हैदराबाद के लिए 21 सितम्बर 2020 से हवाई सेवा प्रारंभ हो गई है। निर्माण विभाग द्वारा शहर के पीजी कॉलेज के मेन बिल्डिंग एवं आडिटोरियम का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। इसके अलावा बस्तर विश्वविद्यालय जगदलपुर में रूसा योजना अंतर्गत 6.03 करोड़ रूपए की लागत से बीएड अध्ययन शाला भवन निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
जगदलपुर में सेंट्रल लाईब्रेरी भवन का निर्माण कार्य की लागत 409.24 लाख रूपए संटेऊल लाईब्रेरी के निर्माण से बस्तर जिले एवं जिलेेे के दूरस्थ जगहों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को जिले के मुख्यालय में सर्व सुविधा युक्त लाईब्रेरी की सुविधा मिलेगी। जिससे प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को आवश्यक पठन सामाग्री उपलब्ध होगी। लाईब्रेरी में बुक रेडिंग के साथ ई-लर्निंग तथा छोटे बच्चों के लिए बाला बिल्डिंग ंएस लर्निंग एआईडी भी होगा। जिससे छोटे बच्चों को खेल के साथ-साथ उनका सामान्य ज्ञान भी बढ़ेगा तथा लाईब्रेरी परिसर में विद्यार्थियों की सुविधा के लिए रेस्टोरेंट एवं स्टेशनरी का भी निर्माण किया गया है, जो कि लाईब्रेरी के साथ सातों दिन चैबीस घंटों खुला रहेगा।
जगदलपुर शहर में 1006.45 लाख रूपए की लागत से निर्मित शासकीय आर्दश आवासीय महाविद्यालय भवन के निर्माण होने से जिले व संभाग के दूरस्थ अंचल में रहने वाले विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए बेहतर सुविधा एवं परिवेश मिल सकेगी। इस आदर्श आवासीय महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं को परिसर में ही अध्ययन-अध्यापन की उत्तम सुविधा एवं आवास की व्यवस्था उपलब्ध होगी।
बस्तर विकासखण्ड में भानपुरी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग में स्थित ग्राम तारागांव में 83.59 लाख रूपए की लागत से निर्मित बस्तर हस्तशिल्प परियोजना भवन का निर्माण किया गया है। यह कार्य वास्तव में आदिवासी बाहुल्य बस्तर जिले में हस्तशिल्प को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्णं कार्य है। इस भवन के निर्माण हो जोने से जिले में हस्तशिल्प कला के व्यवसाय में वृद्धि होने के अलावा इस कार्य से जुड़े लोगों की जीवन स्तर में भी सुधार हो रहा है।
पूरे बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सुविधाओं की दृष्टि से महत्वपूर्णं सौगात माने जाने वाले शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में 6 करोड़ रूपए की लागत से सर्व-सुविधायुक्त आडिटोरियम भवन का निर्माण किया गया है। कार्य पूर्ण करा लिया गया है। 500 व्यक्तियों की क्षमता वाले इस आडिटोरियम का निर्माण वास्तव में महत्वपूर्णं उपलब्धि है। राज्य शासन द्वारा श्रमिकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जिला मुख्यालय जगदलपुर में काम-काजी महिलाओं के लिए 6.99 करोड़ रूपए की लागत से 50 सीटर सर्व-सुविधायुक्त हास्टल निर्माण किया गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के तहत महारानी अस्पताल जगदलपुर के ओ.पी.टी. भवन का उन्नयन कार्य विशेष केंद्रीय सहायता एससीए योजना अंतर्गत 1.49 करोड़ रूपए की लागत से किया गया है।