बेमेतरा

बेमेतरा-नवागढ़ मार्ग में झाल जलाशय के मुहाने पर योजना के तहत भवन का निर्माण
बेमेतरा, 23 अप्रैल। योजना कभी गलत नहीं होती, क्रियान्वयन में ही गड़बड़ कर योजना को पलीता लगाया जाता है। कुछ यही कहानी बेमेतरा- नवागढ़ मार्ग में झाल जलाशय के मुहाने पर मानव मल से खाद बनाने के लिए बनी योजना के लिए बने भवन की है।
जल संसाधन विभाग से बिना अनुमति लिए झाल में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग की निगरानी में लगभग 40 लाख रुपए की लागत से भवन बनकर तैयार हो गया है। पूर्व सरकार द्वारा बनाई गई इस योजना का संचालन खटाई में पड़ सकता है। सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के तहत भवन तो बन गया पर बाकी राह आसान नहीं है।
रीपा योजना की इकाइयां डेढ़ साल से बंद
नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम मोहतरा में रीपा योजना से जिन इकाइयों को शुरू किया गया था। आज डेढ़ साल से बंद हैं। लाखों की लागत से आई मशीनें कबाड़ में तब्दील हो रही हैं। सरपंच कर्ज लेकर योजना को अंतिम रूप दे रहे हैं। इस लिहाज से झाल में बने भवन को केवल दर्शनीय कहना अनुचित नहीं होगा।
पत्र लिखेंगे -सीईओ
सीईओ जिला पंचायत टीसी अग्रवाल ने बताया कि फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट के संचालन के लिए वाहन सहित अन्य आवश्यकताओं के लिए पत्र लिखेंगे।
बिना अनुमति निर्माण-ईई
ईई जल संसाधन सीएस शिवहरे ने बताया कि जलाशय की सीमा में बिना अनुमति के निर्माण किया गया है।