आईएमए की बैठक में निर्णय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 फरवरी। मेडिकल कॉलेज के लेक्चर हॉल में आईएमए की बैठक में सदस्य संचालकों ने आयुष्मान योजना के तहत दो दर्जन अस्पतालों पर कार्रवाई का विरोध किया गया। और यह निर्णय लिया है कि अगर सरकार ने हफ्ते भर में कार्यवाही वापस नहीं ली तो निजी अस्पताल हड़ताल पर जा सकते हैं।
इस दौरान यह आरोप लगाया गया कि स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन का पक्ष नहीं लिया। वहीं शो कॉज नोटिस का जो जवाब दिया गया उसकी पुष्टि भी नहीं की गई और सीधे कार्यवाही का आदेश जारी कर दिया गया। बैठक में इस बात पर नाराजगी जताई गई कि सरकार समय पर हमारा भुगतान नहीं कर रही है, उलटे गलत तरीके से कार्यवाही की जा रही है। इस बैठक में लिए गए निर्णयों के बाद आईएमए ने मुख्यमंत्री के नाम पर एक ज्ञापन कलेक्ट्रेट में एसडीएम नवीन सिंह ठाकुर को सौंपा। इसमें तीन सूत्रीय मांगें रखी गई हैं। इसके तहत अस्पतालों के खिलाफ की गई कार्यवाही को तत्काल वापस लिए जाने की मांग प्रमुख रूप से की गई है। इसके अलावा आयुष्मान योजना के तहत अस्पतालों का बकाया भुगतान समय पर करने की मांग और अगर विलंब हुआ तो उसका ब्याज देने की मांग भी रखी गई है।
बैठक में संगठन के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप सोलंकी, सचिव डॉ संजीव श्रीवास्तव, डॉ. राकेश गुप्ता, रायपुर हॉस्पिटल बोर्ड के सचिव डॉ. गंभीर सिंह, राज्य हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सुरेंद्र शुक्ला सहित अनेक वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद रहे।