‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 9 फरवरी। रविवार को कोण्डागांव जिले में पदस्थ आइटीबीपी 41वीं बटालियन और 53वी बटालियन ने अपने सीओबी नारायणपुर जिला के कोडेलियार से मोहंदी के बीच बड़ी घटना से पहले ही नक्सलियों के साजिश को नाकाम कर दिया है। सुरक्षा बलों की सतर्कता और सूझबूझ से एक बड़ी घटना टल गई।
दरअसल, 9 फरवरी की सुबह सीओबी कोडेलियार से मोहंदी के लिए 41वीं वाहिनी और 53वीं वाहिनी आईटीबीपी पुलिस बल द्वारा एक संयुक्त ऑपरेशन आरओपी रोड डिमाइनिंग अभियान के तहत प्रस्थान किया गया। इस अभियान का नेतृत्व सहायक सेनानी अनमोल श्रीवास कर रहे थे। ऑपरेशन में 41वीं वाहिनी आईटीबीपी और छत्तीसगढ़ पुलिस की बीडीडीएस टीम भी शामिल थी।
सर्चिंग और डिमाइनिंग के दौरान ग्राम मोहंदी के कब्रिस्तान क्षेत्र में एक संदिग्ध वस्तु दिखाई दी, जो ईंटों से ढकी हुई थी। ऑप्स कमांडर के निर्देश पर बीडीडीएस टीम को जांच के लिए बुलाया गया। जांच में पुष्टि हुई कि यह एक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) थी। यह एक 5 से 7 लीटर का प्रेशर कुकर बम था, जिसका वजन लगभग 15 किलो था। बम के बाहरी हिस्से में छर्रे लगे हुए थे और इसे काली पॉलिथीन में लपेटा गया था।
सुरक्षा बलों ने पूरी सतर्कता और सावधानी बरतते हुए कमांडर के निर्देशानुसार बीडीडीएस टीम की मदद से इस आईईडी को सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया। इस सफल अभियान की उप–महानिरीक्षक (भुवनेश्वर) राणा युद्ववीर सिंह, 41वीं वाहिनी के कमांडेंट नरेन्द्र सिंह, 53वीं वाहिनी के कमांडेंट अमित भाटी और नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने सराहना की। उन्होंने सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए जवानों का हौसला बढ़ाया और शाबाशी दी।