‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 7 फरवरी। कोण्डागांव में आगामी 8 मार्च को नेशनल लोक अदालत के सफल आयोजन और अधिकतम मामलों के निराकरण को लेकर 6 फरवरी को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
यह बैठक प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष उत्तरा कुमार कश्यप के निर्देशानुसार न्याय सदन, कोण्डागांव में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मनीषा ठाकुर, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी शिव प्रकाश त्रिपाठी और सचिव गायत्री साय ने जिला कोण्डागांव के थाना प्रभारी, उप निरीक्षक और सहायक उप निरीक्षक के साथ चर्चा की।
बैठक का मुख्य उद्देश्य नेशनल लोक अदालत के संचालन को सुचारू बनाना और नागरिकों को त्वरित, सस्ता व प्रभावी न्याय दिलाना था। इसमें विशेष रूप से दीवानी मामले, मोटर वाहन दुर्घटना मामलों, आबकारी अपराध, ट्रैफिक चालान और अन्य सामान्य अपराधों के अधिकतम निराकरण पर जोर दिया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्री-लिटिगेशन मामलों से संबंधित नोटिस की तामीली को भी प्राथमिकता दी जाए, ताकि अधिक से अधिक मामलों का समाधान नेशनल लोक अदालत में समयबद्ध रूप से किया जा सके।
बैठक के दौरान नागरिकों को कानूनी सेवाओं का अधिक लाभ पहुंचाने और विवादों का सौहार्दपूर्ण समाधान सुनिश्चित करने पर भी चर्चा हुई।