महासमुन्द

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आधारित परीक्षा प्रणाली पर मार्गदर्शन के लिए कार्यशाला
03-Dec-2024 2:05 PM
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आधारित परीक्षा प्रणाली पर मार्गदर्शन के लिए कार्यशाला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 3 दिसंबर। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में  प्राचार्य करुणा दुबे के मार्गदर्शन में 2 दिसंबर सोमवार को विवेकानंद सभागार में कला संकाय के द्वारा बी ए प्रथम सेमेस्टर नियमित एवं स्वाध्यायी के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आधारित परीक्षा प्रणाली पर मार्गदर्शन के लिए एक दिवसीय परीक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के संयोजक प्रो सी खलखो एवं सहसंयोजक डॉ सीमा रानी प्रधान थे। इस कार्यक्रम में  कला संकाय प्रभारी डॉ रीता पांडेय, विज्ञान संकाय प्रभारी व मुख्य वक्ता डॉ ई पी चेलक, डॉ मालती तिवारी विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान, डॉ. दुर्गावती भारतीय विभागाध्यक्ष हिन्दी, प्रो दिलीप बढ़ई उपस्थित थे।

इस अवसर पर परीक्षा प्रणाली पर चर्चा करते हुए प्राचार्य प्रो करुणा दुबे ने परीक्षा को छात्र जीवन का अहम हिस्सा बताया। उन्होंने आगे कहा कि परीक्षा में अच्छे उत्तर लेखन कर ज़्यादा से ज़्यादा अंक अर्जित किए जा सकते हंै। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ ई पी चेलक ने अपने व्याख्यान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत प्रथम सेमेस्टर के नवप्रवेशित नियमित और स्वाध्यायी छात्र-छात्राओं को परीक्षा प्रणाली के संबंध में पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। छ ग शासन और विश्वविद्यालय से प्राप्त परीक्षा के संबंध में डिसिप्लिन स्पेसिफिक कोर्स, वैल्यू एडिशन कोर्स, जेनेरिक इलेक्टिक कोर्स, एबीलिटी इनहांस मेंट कोर्स की क्रेडिट प्रणाली व परीक्षा प्रणाली जिसके तहत प्रत्येक विषय में आंतरिक मूल्यांकन के अंतर्गत दो यूनिट परीक्षा व एक असाइनमेंट तैयार कर जमा करनी है।

साथ ही प्रायोगिक विषय के लिए यूनिट परीक्षा और असाइनमेंट बनाकर जमा करनी है। लिखित सेमेस्टर परीक्षा के तहत विश्वविद्यालय के निर्धारित तिथि अनुसार विषयवार परीक्षा में सम्मिलित होना अनिवार्य है। इस परीक्षा में डिसिप्लिन स्पेसिफिक कोर्स व अन्य विषय के लिए प्रश्न पत्र को दो सेक्शन अ और ब में बांटा गया है। जिसके अंतर्गत ऑब्जेक्टिव प्रश्न एलघु उत्तरीय प्रश्न और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पर प्रत्येक यूनिट से दो प्रश्न अथवा के साथ पूछे जाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि यह परीक्षा प्रणाली को बी ए प्रथम वर्ष के स्वाध्यायी छात्रों को भी पालन करना आवश्यक है। इस अवसर पर कला संकाय के रेणुका साहू, डा. गरिमा दीवान, गायत्री चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में नियमित व स्वाध्यायी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आभार व्यक्त डॉ रीता पांडेय तथा संचालन विजय कुमार मिर्चे के द्वारा किया गया ।

अन्य पोस्ट

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news