महासमुन्द

केसराटाल भालू डोंगर रथयात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब: दुर्गम रास्तों के बावजूद पहुंचे श्रद्धालु
11-Jul-2025 4:18 PM
केसराटाल भालू डोंगर रथयात्रा में उमड़ा आस्था का सैलाब: दुर्गम रास्तों के बावजूद पहुंचे श्रद्धालु

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद,11जुलाई। जिले के सरायपाली क्षेत्र स्थित ग्राम केसरा टाल के पास स्थित भालू डोंगर में 9 जुलाई बुधवार को डोंगर रथयात्रा का आयोजन किया गया। डोंगर के ऊपर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा के साथ भक्तों को दर्शन दिये।

मालूम हो कि प्रतिवर्ष आषाढ़ शुक्ल चतुर्दशी को भालू डोंगर में आयोजित होने वाला रथयात्रा अंचल में काफी प्रसिद्ध है और बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसका आनंद लेने के लिए वहां पहुंंचते हैं। हालांकि यहां पहाड़ ऊपर चढऩे का रास्ता दुर्गम है। इसके बावजूद भक्तों का उत्साह कम नहीं होता। डोंगर के ऊपर में रथ बनाया जाता है, जिसमें बलभद्र, सुभद्रा और जगन्नाथ भगवान को चढ़ाकर शंख, घण्टकीर्तन के साथ रथ महोत्सव मनाया जाता है।

ग्राम केसराटाल में जामबवंत भालू डोंगरी जगन्नाथ धान सेवा समिति ने 9 जुलाई को डोंगर रथ यात्रा का आयोजन किया। जिसमें लगभग 50 हजार से अधिक लोगों ने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लिया। उबड़-खाबड़ मार्ग से होते हुए डोंगर के ऊपर चढक़र भक्तों ने उत्साहपूर्वक इस कार्यक्रम का आनंद लिया। इस दौरान वहां मेला का भी आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न प्रकार के झूले, बच्चों के लिए खिलौने सहित कई प्रकार की दुकानें सजी थीं। गाडिय़ों की पार्किंग के लिए भी अच्छी व्यवस्था रखी गई थी। साथ ही एसडीओपी सरायपाली ललिता मेहर के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन की टीम भी चाक चौबंद व्यवस्था के साथ वहां मुस्तैद थी। मेले के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं घटी और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कोसरिया ने वहां दीप प्रज्वलित किया। सांसद प्रतिनिधि ओम प्रकाश चौधरी, जिला उपाध्यक्ष विपिन उबोवेजा, जिला महामंत्री संजय शर्मा, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष अमृत पटेल, संगम सेवा समिति के अध्यक्ष प्रखर अग्रवाल व अन्य जनप्रतिनिधि चंद्रभान नायक, घनश्याम साहू, आत्माराम साहू, लिंगराज व समिति के अन्य सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत किया। ओमप्रकाश चौधरी ने भालू डोंगर के ऊपर चढक़र गुफ ा तथा मूर्तियों के अवशेष का निरीक्षण किया।

तत्पश्चात कार्यक्रम स्थल पर उन्होंने इस जगह की प्रशंसा करते हुए श्रद्धालुओं की भीड़ देखकर उक्त स्थान के विकास हेतु 5 लाख रुपए का अनुदान दिया। वहीं अन्य अतिथियों ने भी अलग-अलग नगद राशि व सामग्रियों के लिए अनुदान की घोषणा की। साथ ही श्रीमती कोसरिया ने इस स्थान को पर्यटन स्थल के रूप में घोषित करने के लिए इस मांग को शासन तक पहुंचाने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन मोहन भोई तथा आभार प्रदर्शन प्रदीप साहू ने किया।


अन्य पोस्ट