रायपुर
रमन सिंह के साथ चर्चा
रायपुर, 9 नवम्बर। सरकारी अस्पतालों में सेवाएं दे रहे संविदा चिकित्सक नौकरी छोडऩे की तैयारी में है। निजी प्रैक्टिस को लेकर स्वास्थ्य विभाग के ताजे आदेश के विरोध में ये चिकित्सक लामबंद हो रहे हैं। इस आदेश के लागू होने पर
20 फीसदी वेतन कटौती भी हो रही है। ऐसे में आने वाले दिनों में प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में सेवाएं चरमरा सकती हैं।
इस पर आईएमए छत्तीसगढ़ की चुप्पी बनी हुई है। जबकि आईएमए रायपुर खुलकर विरोध कर रहा है। वहीं भाजपा के चिकित्सा प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने कल स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल से मुलाकात की। इस चर्चा के निष्कर्ष का प्रकोष्ठ ने कोई खुलासा नहीं किया है।
वहीं कल रायपुर के मेडिकल कॉलेज में इन सरकारी डॉक्टरों की बैठक हुई। इसमें आमंत्रण के बावजूद नांदगांव दुर्ग रायगढ़ के अधिकांश डॉक्टर नहीं आए।
जबकि सरकार के आदेश के बाद सबसे पहले यहीं के डॉक्टरों ने इस्तीफे देने या देने की चेतावनियां दी थीं। इन डॉक्टरों ने अपने अपने कारणों से बैठक में न आने की बात कही । कल की बैठक में कितने शामिल हुए इसे लेकर कोई भी डॉक्टर कुछ भी बोलने तैयार नहीं हैं।
वैसे बताया गया है कि स्पीकर डॉ रमन सिंह ने कल इन डॉक्टरों से चर्चा कर समस्या का हल निकालने का भरोसा दिलाया है। फिलहाल इस पर निर्णय रायपुर दक्षिण उप चुनाव के बाद ही होने के आसार हैं क्योंकि स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल चुनाव में व्यस्त हैं।