बस्तर

रमन्ना की मौत के बाद सुजाता को सौंपा गया था प्रभार
17-Oct-2024 1:41 PM
रमन्ना की मौत के बाद सुजाता को सौंपा गया था प्रभार

 बीजापुर के अंदुरुनी इलाकों में काफी सक्रिय थीं, एक करोड़ की ईनामी 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
जगदलपुर, 17 अक्टूबर।
तेलंगाना के महबूबनगर में एसआईबी की टीम ने बस्तर में आतंक मचा रखे सुजाता को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।
सुजाता (60)की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस को काफी हद तक नक्सलियों की सूचनाएं मिलने का अंदाजा भी लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पकड़ी गई महिला नक्सली सुजाता पर एक करोड़ का ईनाम भी है।

मामले की जानकारी देते हुए बताया जा रहा है कि दुर्दांत नक्सली किशन की सुजाता पत्नी है, जो पिछले 3 दशक से तेलंगाना, प. बंगाल और बस्तर में काफी सक्रिय थी। डीकेएसजेडसी सचिव रामन्ना की मौत के बाद नक्सलियों के टॉप लीडरों ने सुजाता को बस्तर प्रभारी बनाया था।

केंद्रीय कमेटी सदस्य और साउथ सब जोनल ब्यूरो की इंचार्ज के रूप में सुजाता उर्फ मेनी बाई उर्फ जानकी सुजाता का अधिकांश समय बस्तर के जंगलों में बीता है, जिससे कि वह अंदुरुनी इलाकों के बारे में काफी जानकारी रखती हैं।

बीजापुर के तर्रेम थाना के भट्टीगुड़ा, तुमलपाट और मीनागुट्टा के जंगलों में अक्सर सुजाता को देखा जाता था, बुधवार को तेलंगाना पुलिस ने मेहबूबनगर से सुजाता को गिरफ्तार किया है। किशन उर्फ मालाजुला कोटेश्वर राव भी सीसी मेंबर रह चुका है । रणनीतिक रूप से सुजाता की गिरफ्तारी को बड़ी सफलता मानी जा रही है।
 


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