बस्तर

हत्याएं बर्दाश्त के बाहर, सरकार लाचार-बैज
14-Oct-2024 10:18 PM
हत्याएं बर्दाश्त के बाहर, सरकार लाचार-बैज

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 14 अक्टूबर। सोमवार को बस्तर संभाग मुख्यालय राजीव भवन में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आज छत्तीसगढ़ प्रदेश की क़ानून व्यवस्था दिनों दिन और बिगड़ती जा रही है। सरकार मूकबधिर बनकर बैठी हुई है। अब तो हत्या अपराध की घटनाएं बर्दाश्त के बाहर हो गयी है। सरकार निकम्मी और लाचार बन गयी है। मुख्यमंत्री से सरकार नहीं संभल रही, गृहमंत्री से गृह विभाग। राज्य में जनता इतनी मजबूर हो गई कि अपराधियों का हिसाब खुद करने पर आमादा है। लोहारीडीह और अंबिकापुर में यही हुआ, राज्य में अपराधी इतने ज्यादा बेलगाम हो चुके हैं कि उनसे अब पुलिस वाले भी सुरक्षित नहीं, सूरजपुर आज का जीता जागता उदाहरण है।

सूरजपुर में एक पुलिस कांस्टेबल की पत्नी और उसकी पुत्री की हत्या दी गई। अपराधी कबाड़ी का काम करता है। पुलिस ने उसके यहाँ रेड मारा और अपराधी ने सीधे पुलिस वाले के घर पहुंच कर उसकी पत्नी-पुत्री को जान से मार डाला। कुल मिलाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को गृहमंत्री विजय शर्मा को बर्खास्त कर देना चाहिए।

दीपक बैज ने कहा- पुलिस अपराध तो रोक नहीं पा रही, उलटे निर्दोष लोगों को प्रताडि़त कर रही है। अर्जुन्दा में एक निर्दोष युवक की इतनी पिटाई की गयी कि उसकी हालत को देखकर उसके पिता की मृत्यु हो गयी, कवर्धा के लोहारीडीह में पुलिस की लापरवाही से तीन लोगों की मौत हो गई, एक की हत्या हुई उसके विरोध में दूसरे की हत्या उसके घर में जलाकर कर दी गयी।  तीसरे प्रशांत साहू की हत्या पुलिस कस्टडी में हो गयी,वहीं लोहारीडीह में अपनी नाकामी पर पर्दा डालने पुलिस ने 167 लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर लिया।

सूरजपुर में पुलिस के प्रधान आरक्षक के पत्नी और पुत्री की नृशंस हत्या करके घर से 5 किमी दूर सडक़ किनारे फेंक दिया जाता है। प्रदेश में आये दिन महिलाओं के साथ अत्याचार व गैंगरेप की घटनाएं बढ़ती जा रही है और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है।

इस लचर कानून व्यवस्था से महिलाएं अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही है। महिलाएं भयभीत हंै, डरी सहमी हुई है। भाजपा के 10 महीना की सरकार में 600 से अधिक बलात्कार के मामले सामने आये है। महिलाओं के खिलाफ 3 हजार से ज्यादा आपराधिक घटना हुई हैं, श्री बैज ने कहा,सत्ता में बैठे लोग अपराधियों को संरक्षण देते है इसलिये अपराधियों के हौसले बुलंद है।

आज एक 4 साल की छोटी भिलाई की बच्ची हो या फिर रायपुर नया बस स्टैण्ड में एक 50 साल की महिला हो, सब के साथ दुष्कर्म हो रहा है। आज इस प्रदेश में कोई भी उम्र की बेटियां एवं महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है।

हाल ही में को सीतापुर में मार्केट से घर लौट रही एक नाबालिग से गैंगरेप की घटना होती है। रायपुर नया बस स्टैण्ड में एक 50 साल की महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है। दूसरे दिन रिपोर्ट लिखा जाता है और सामूहिक दुष्कर्म को नकार दिया गया, बलात्कार की रिपोर्ट लिखी गई और यहां पुलिस अपराधियों को सजा देने के बजाय उन्हें बचाने में लगी है।

बस्तर, जशपुर, रायगढ़, बिलासपुर,अंबिकापुर एवं राजधानी रायपुर में दुष्कर्म की घटनाओं से महिलायें भयभीत है। महिलायें घर से बाहर निकलने में खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है, भिलाई में 5 जुलाई को 4 साल की मासूम बच्ची के साथ हुई। क्या अब प्रदेश की महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिये हर बार आंदोलन करने पर ही ये सरकार उस मामले की जांच या कार्रवाई करेगी।

रायगढ़ के पुसौर में एक आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने दुराचार किया। पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी करती रही। मीडिया की दबाव के बाद रिपोर्ट लिखा गया। जशपुर के एक नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक दुराचार हुआ। कोण्डागांव में नाबालिग से बलात्कार, नारायणपुर के सरकारी स्कूल में छात्राओं के साथ यौन शोषण, राजिम में 2 साल की बच्ची के साथ रेप, भिलाई में नाबालिग एवं 5 साल की बच्ची के साथ रेप, रायगढ़ में मूक-बधिर महिला के साथ बलात्कार। जशपुर, केशकाल, पखांजूर दुर्ग, राजधानी रायपुर और रायगढ़, सक्ती, अंबिकापुर में लगातार बलात्कार की घटनाएं हो रही है।,

प्रदेश कॉंग्रेस अध्यक्ष बैज ने कहा, बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ का खोखला नारा देने वाले अपराधियों को बचा रही है। पीडि़त महिलाएं हिम्मत करके थाना एफआईआर दर्ज करवाने जाती है तो रिपोर्ट दर्ज करने के बाजाय उन्हें जजील किया जाता है। जिससे पीडि़त महिलाएं आत्महत्या तक कर लेती है। प्रदेश में बढ़ती बलात्कार की घटना प्रदेश के लिये चिंता का विषय बन गयी है।

आज खेत में काम करने वाली महिलाएं, बस में सफर करने वाली महिलाएं, घर में रहने वाली महिलाएं, अस्पताल में महिलाएं, स्कूल कॉलेज जाने वाली बेटियां, कही पर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है। पुलिस और प्रशासन आरोपी को बचाने में लगे रहते है और पीडि़त महिला को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। बेहद शर्म की बात है कि बंगाल की घटना पर प्रतिक्रिया देने वाले भाजपाई छत्तीसगढ़ में 4 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी पर मौन है।

प्रेसवार्ता के दौरान मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य, उपनेता प्रतिपक्ष राजेश राय, सुभाष गुलाटी,मनोहर लुनिया,रविशंकर तिवारी, अतिरिक्त शुक्ला,प्रकाश अग्रवाल,पार्षद कोमल सेना, ज़ाहिद हुसैन,निकेत झा,जावेद खान,अनुराग महतो,संदीप दास, शादाब अहमद, उस्मान रज़ा, विशाल खम्बारी, नीलम कश्यप आदि मौजूद रहे।


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