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प्रदेश के व्यापार को मिलेगी नई दिशा-पारवानी
रायपुर, 30 जनवरी। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि कल दिनांक 28 जनवरी 2025 को छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन के मध्य (एमओयु) समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर हुआ। आईआईटी भिलाई और छत्तीसगढ़ चेंबर का ऐतिहासिक समझौता राज्य के व्यापार और उद्योगों को नई दिशा देगा।
चेंबर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में व्यापार, उद्योग और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने तथा व्यापार और नवाचार के नविन अवसरों को खोजने छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन के मध्य ऐतिहासिक (एमओयु) समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ।
श्री पारवानी ने आगे बताया कि चेंबर की ओर से चेंबर पदाधिकारियों में प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश महामंत्री श्री अजय भसीन, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष श्री मनमोहन अग्रवाल, श्री संजय चौबे जी एवं आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर श्री राजीव प्रकाश जी, आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन( आईबीआईटीएफ) के सीईओ श्री प्रशांत माथुर, श्री विष्णु वैभव द्विवेदी, श्री संतोष विश्वास जी ने हस्ताक्षर किए।
श्री पारवानी बताया कि एमोयु के मुख्य उद्देश्य व्यापार और उद्योग को बढ़ावा देना, छत्तीसगढ़ राज्य में व्यापार और उद्योगों के विकास को प्रोत्साहित करना और उनका समर्थन करना। व्यवसाय हितों का प्रतिनिधित्व करना, व्यापार और उद्योग के विकास के लिए सरकार और नियामक प्राधिकरणों के समक्ष व्यापारिक समुदाय के हितों का प्रतिनिधित्व करना, ताकि राज्य सरकार के राजस्व में वृद्धि हो और नए रोजगार के अवसर उत्पन्न हों, नीति वकालत व्यापार और उद्योग के लिए लाभकारी नीतियों की सिफारिश करना और नीति निर्माण में सहयोग करना।
श्री पारवानी ने बताया कि नेटवर्किंग को बढ़ावा देना व्यवसायों को नेटवर्किंग, सहयोग, और विचारों के आदान-प्रदान के लिए मंच प्रदान करना है । भारत सरकार के विकसित भारत 2047 को ध्यान में रखते हुए व्यपारियों एवं उधमियों के हितों के लिए कौशल विकास और प्रशिक्षण कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित करना, विशेष रूप से स्टार्टअप और महिला उद्यमियों को सहयोग प्रदान करना।