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रायपुर, 28 जनवरी। संजीवनी सी बी सी सी कैंसर अस्पताल ने बताया कि कैंसर के इलाज में एक बड़ा कदम उठाते हुए अत्याधुनिक 3डी लैप्रोस्कोपिक मशीन और (इंडोसाइनिन ग्रीन) तकनीक वाली कार्लस्टोजऱ् मशीन की शुरुआत की है। यह आधुनिक लैप्रोस्कोपिक मशीन सर्जरी में सटीकता और बेहतर परिणाम सुनिश्चित करती है । डॉ. यूसुफ मेमन (सीनियरसर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और डायरेक्टर, संजीवनी सी बी सी सी कैंसर अस्पताल) ने बताया कि यह तकनीक ऑपरेशन के दौरान गहराई और स्पष्टता प्रदान करती है।
अस्पताल ने बताया कि इसकी मदद से सर्जन बहुत छोटे-छोटे ट्यूमर को भी साफ-साफ देख सकते हैं। ढ्ढष्टत्र तकनीक से सेंटिनललिम्फनोड्स की सटीक मैपिंग की जा सकती है, जो कैंसर के फैलाव का पता लगाने में मदद करती है। इस तकनीक से नोड्स के कैंसरयुक्त होने का फ्रोजेनसेक्शन की मदद से पता लगाया जा सकता है। जरूरत पडऩे पर ही आगे की सर्जरी की जाती है, जिससे बड़े ऑपरेशन की आवश्यकता कम हो जाती है। सर्जिकलऑन्कोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. अर्पण चतुर्मोहता और सीनियरसर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. दिवाकर पांडे ने बताया कि यह तकनीक ऑपरेशन का समय काफी कम कर देती है।
अस्पताल ने बताया कि पहले जो ऑपरेशन 3-4 घंटे में होता था, अब उसे लगभग आधे समय में अधिक सटीकता और ध्यानपूर्वक किया जा सकता है। यह उन्नत लैप्रोस्कोपिक मशीन छोटे चीरे के साथ सर्जरी को संभव बनाती है, जिससे मरीज को जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है और ऑपरेशन के बाद होने वाली असुविधा कम होती है। यह तकनीक विशेष रूप से गर्भाशय, मूत्र मार्ग, आंतों और लिम्फनोड्स से संबंधित जटिल सर्जरी में अत्यधिक लाभकारी है।
डॉ. विवेक पटेल और डॉ. कल्याण पांडे (सीनियरसर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट) ने बताया कि ढ्ढष्टत्र तकनीक की मदद से , जोडऩे वाले टिशू की रक्त आपूर्ति का पता लगाया जा सकता है। जटिल सर्जरी के दौरान मूत्रनलिका को सुरक्षित रूप से पहचाना जा सकता है।