बिलासपुर
दीपावली अवकाश के बीच रायगढ़, खरसिया, सक्ती और जांजगीर-चांपा में न्यायिक व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने की पहल
छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 25 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने शुक्रवार को न्यायालयीन व्यवस्था की समीक्षा के लिए रायगढ़, खरसिया, सक्ती और जांजगीर-चांपा न्यायालयों का औचक निरीक्षण किया। यह दौरा दीपावली अवकाश के दौरान किया गया, जब उच्च न्यायालय में छुट्टियों के बावजूद आवश्यक प्रकरणों पर सुनवाई की जा रही है।
निरीक्षण के दौरान मुख्य न्यायाधीश सिन्हा ने न्यायालयीन व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया और अधिकारियों को लंबित मामलों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए। रायगढ़ में उन्होंने अधिवक्ताओं से मुलाकात की और पूर्व निरीक्षण में पाई गई कमियों के निराकरण पर संतोष व्यक्त किया।
इसके बाद उन्होंने सिविल न्यायालय खरसिया के नवीन भवन का निरीक्षण किया। यहां पार्किंग क्षेत्र में उचित प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। खरसिया में अधिवक्ताओं से संवाद के साथ न्यायिक अधिकारियों की बैठक भी हुई।
सक्ती न्यायालय के निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी कक्षों और अनुभागों का अवलोकन किया, जिसे संतोषजनक पाया गया। अधिवक्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
दौरे के अंत में जांजगीर-चांपा जिला न्यायालय का भी निरीक्षण किया गया, जहां उन्होंने न्यायिक अधिकारियों को लंबित प्रकरणों के प्राथमिकता से निराकरण के निर्देश दिए और न्यायालय परिसर की साफ-सफाई पर संतोष जताया।
इस औचक निरीक्षण में रजिस्ट्रार जनरल रजनीश श्रीवास्तव, संयुक्त रजिस्ट्रार (पीपीएस) एम.वी.एल.एन. सुब्रहमण्यम, और प्रोटोकॉल ऑफिसर आरएस नेगी भी मुख्य न्यायाधीश के साथ उपस्थित रहे।
मुख्य न्यायाधीश सिन्हा राज्य की न्यायालयीन व्यवस्था में निरंतर सुधार और सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में यह दौरा कार्यक्रम रखा गया था।


