बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 4 अक्टूबर। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में कफ सिरप पीने के बाद नौ बच्चों की मौत के मामले के बाद अब बिलासपुर में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। जिले में चल रहे 1100 से ज्यादा मेडिकल स्टोर्स को ड्रग विभाग ने निर्देश दिए हैं कि यदि उनके पास कोल्डरिफ या नेस्टप्रो-डीएक्स नाम का कफ सिरप है, तो फिलहाल उसे न बेचें।
इन सिरप की पहले छिंदवाड़ा के संदिग्ध बैच नंबर से मिलान कराया जाएगा। जो स्टॉक मिलेगा, उसे जांच के लिए लैब भेजा जाएगा। लैब में यह पता किया जाएगा कि कहीं इन दवाओं में डायथिलीन ग्लाइकोल या एथिलीन ग्लाइकोल जैसे खतरनाक केमिकल तो मौजूद नहीं हैं। यदि इन रसायनों की पुष्टि हुई, तो दवाओं को तुरंत जब्त कर नष्ट किया जाएगा।
मालूम हो कि छिंदवाड़ा में वायरल फीवर से पीड़ित बच्चों को कुछ डॉक्टरों ने कोल्डरिफ और नेस्टप्रो-डीएक्स सिरप दिया था। सिरप पीने के बाद बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ती गई और दो साल से कम उम्र के नौ बच्चों की मौत हो गई। जांच में सामने आया कि एक ही बैच का सिरप इस हादसे की वजह बना।
इसी वजह से अब बिलासपुर में भी उसी बैच के सिरप की खोज की जा रही है, ताकि जानलेवा दवा को बाजार से पूरी तरह हटाया जा सके। ड्रग विभाग ने मेडिकल संचालकों से सहयोग की अपील की है।


