बिलासपुर

बिलासपुर, 7 सितंबर। बिलासपुर में 4सी एयरपोर्ट की मांग लंबे समय से हो रही है, लेकिन अब इस मसले पर राज्य सरकार की कार्यप्रणाली और ठेका प्राप्त कंपनी को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि सरकार द्वारा नियुक्त बोरकर और मजूमदार कंपनी मुंबई अब तक कोई ठोस काम नहीं कर पाई है।
जानकारी के अनुसार, मई महीने में राज्य सरकार ने इस कंपनी को केवल एक लाख रुपये की लागत पर इकोनॉमिक फिजिबिलिटी रिपोर्ट बनाने का ठेका दिया था। आश्वासन दिया गया था कि एक माह में रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। लेकिन लगभग पांच महीने बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट का कोई अता-पता नहीं है। समिति का कहना है कि कंपनी ने बिलासपुर में अपना दफ्तर तो खोल लिया है, लेकिन स्थानीय संस्थानों और नागरिकों से न तो कोई बातचीत की और न ही कोई सर्वेक्षण।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने आशंका जताई कि यह सबकुछ एक फर्जी रिपोर्ट तैयार करने की साजिश का हिस्सा हो सकता है, ताकि बिलासपुर में 4सी एयरपोर्ट की मांग को दबा दिया जाए। समिति ने याद दिलाया कि राज्य के मुख्य सचिव ने हाईकोर्ट में शपथ पत्र देकर दावा किया था कि तीन सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत हो जाएगी, मगर अब तक ऐसा नहीं हुआ।
गौरतलब है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया पहले ही तकनीकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट दे चुकी है और उसमें बिलासपुर के चकरभाठा एयरपोर्ट को 4सी श्रेणी में अपग्रेड करने के लिए पूरी तरह उपयुक्त बताया है। ऐसे में इकोनॉमिक फिजिबिलिटी पर भी सरकार स्वयं निर्णय ले सकती थी या एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से राय ले सकती थी। इसके बावजूद किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट कंपनी को यह जिम्मेदारी सौंपना हैरानी पैदा करता है। समिति का कहना है कि जब जबलपुर एयरपोर्ट को 4सी में बदलने की लागत 412 करोड़ रुपए आई है, तो इतनी बड़ी परियोजना की आर्थिक रिपोर्ट किसी छोटी कंपनी से तैयार करवाना गम्भीर सवाल खड़े करता है। समिति ने सरकार से मांग की है कि इस पूरे मामले में पारदर्शिता बरती जाए और रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए, ताकि जनता को गुमराह करने की आशंका समाप्त हो सके।
समिति ने यह भी कहा कि कहीं यह सब कुछ आम जनता और हाईकोर्ट को गुमराह करने के लिए तो नहीं किया जा रहा। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महाधरना शनिवार और रविवार को जारी रहा, जिसमें रवि बनर्जी, संतोष पीपलवा, आशुतोष शर्मा, अशोक भंडारी, जसबीर सिंह चावला, समीर अहमद बबला, देवेंद्र सिंह ठाकुर, महेश दुबे, टाटा प्रकाश बहरानी, साबर अली, प्रतीक तिवारी, शिरीष कश्यप, मोहसिन अली और सुदीप श्रीवास्तव सहित कई लोग शामिल हुए।