बिलासपुर
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 17 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर जिला कांग्रेस कमेटी (शहर और ग्रामीण) ने 16 अगस्त की शाम लोकतंत्र की रक्षा और कथित वोट चोरी के खिलाफ कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च नेहरू चौक से शुरू होकर अंबेडकर चौक तक पहुँचा। हाथों में मोमबत्ती लिए कांग्रेसजन “वोट चोर गद्दी छोड़ो”, “लोकतंत्र का गला घोंटने वालों गद्दी छोड़ो” और “गद्दी की चोरी, ऊपर से सीना जोरी” जैसे नारे लगाते रहे।
कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं ने भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि राहुल गांधी लगातार चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते रहे हैं और अब भाजपा व चुनाव आयोग की मिलीभगत उजागर हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 से भाजपा ने करोड़ों खर्च कर नरेंद्र मोदी की छवि गढ़ी, लेकिन जनादेश को प्रभावित करने के लिए चुनावी गड़बड़ियां लगातार की जाती रहीं।
ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि ईवीएम हैकिंग, मतदाता सूची में हेरफेर और वोट प्रतिशत में अस्वाभाविक बढ़ोतरी जैसी घटनाएं लोकतंत्र पर हमला हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के नाम पर लाखों मतदाता हटाए गए, जबकि घुसपैठियों का कोई प्रमाण नहीं मिला।
विधायक दिलीप लहरिया ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में गिनती के दौरान नरेंद्र मोदी कई चरणों तक पीछे थे, लेकिन नतीजे अचानक पलट गए। पूर्व विधायक सियाराम कौशिक ने दावा किया कि हरियाणा और महाराष्ट्र में लाखों फर्जी वोटर जोड़े गए। वहीं पूर्व महापौर रामशरण यादव ने कहा कि हरियाणा पंचायत चुनावों में ईवीएम से छेड़छाड़ के सबूत अदालत में सामने आ चुके हैं।
कैंडल मार्च में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रमुख नेताओं में विजय पांडेय, विजय केशरवानी, विधायक दिलीप लहरिया, सियाराम कौशिक, रामशरण यादव, राजेंद्र साहू, पंकज सिंह, देवेंद्र सिंह, जितेंद्र पांडेय, ऋषि पांडेय, समीर अहमद सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।


