बिलासपुर

'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 जुलाई। कोटा तहसील के छेरकाबांधा में संचालित वेलकम डिस्टलरी प्रा. लि. पर आखिरकार प्रशासन सख्त हुआ है। फैक्ट्री पर करीब 88 करोड़ रुपए का जलकर बकाया है, जिसे चुकाने के लिए सोमवार तक का अल्टीमेटम दिया गया है। तय समय सीमा तक राशि जमा नहीं करने पर तहसीलदार ने फैक्ट्री को सील करने की चेतावनी के साथ नोटिस जारी किया है।
यह डिस्टलरी 1998 से बिना किसी वैधानिक अनुबंध और अनुमति के सरकारी जल का दोहन कर रही है। जल संसाधन विभाग द्वारा लगभग 90 करोड़ का बिल भी जारी किया गया है, परंतु अब तक एक रुपया भी वसूला नहीं जा सका है।
मालूम हो कि छेरकाबांधा, रतनपुर, कोटा नगर पंचायत, भेनवापारा, लाटीघाट, पीपरपारा जैसे तीन दर्जन गांवों के लोग फैक्ट्री के प्रदूषण से त्रस्त हैं। फैक्ट्री से निकले अपशिष्ट से मवेशी बीमार और मर रहे हैं, वहीं गांव की जमीन दलदल बन चुकी है। एक अनुमान के अनुसार करीब दो एकड़ वन भूमि लगातार प्रदूषित पानी से गीली रहती है और कई जगह दलदल बन गया है।
हाल ही में कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने विधानसभा में मामला उठाया, तब जाकर प्रशासन सक्रिय हुआ। वर्तमान में एसडीएम नितिन तिवारी के निर्देश पर तहसीलदार ने नोटिस जारी किया है।
फैक्ट्री प्रबंधन ने नोटिस का जवाब देते हुए कहा है कि मामला हाईकोर्ट में लंबित है, इसलिए दस्तावेज सोमवार को पेश किए जाएंगे। उसके बाद ही कोई कार्रवाई तय की जाएगी।