बिलासपुर

फूड पॉइजनिंग की आशंका
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 15 जुलाई। सिरगिट्टी इलाके में चल रहे एक नेटवर्किंग मार्केट में काम करने वाली चार युवतियों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। चारों को इलाज के लिए सिम्स अस्पताल लाया गया, जहां एक युवती की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज जारी है।
पुलिस के मुताबिक, यह मामला फूड पॉइजनिंग का हो सकता है। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है, क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है। जानकारी के मुताबिक, रविवार को सिरगिट्टी मुक्तिधाम के पास एक निजी बिल्डिंग में नेटवर्किंग मार्केटिंग से जुड़े युवाओं का कार्यक्रम हुआ था। इसमें छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों से आए युवक-युवतियां शामिल हुए थे। खास तौर पर आदिवासी इलाकों के युवा इसमें बड़ी संख्या में मौजूद थे। कार्यक्रम में बढ़िया नेटवर्किंग करने वालों का फूल-मालाओं से स्वागत किया गया और खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई थी।
कार्यक्रम के बाद चार युवतियों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इनमें प्रियंका सिंह (18 वर्ष, निवासी अनूपपुर मप्र), ज्योति सिंह (मनेन्द्रगढ़), संतोषी सिंह (अनूपपुर) और अंजली सिंह (अनूपपुर) शामिल हैं। पहले तो इसे ज़हर देने का मामला समझा गया, लेकिन पुलिस की जांच में यह फूड पॉइजनिंग जैसा मामला लग रहा है।
प्रियंका सिंह की सहेली श्यामलता ने बताया कि सभी ने एक साथ खाना खाया था, लेकिन बाहर जाकर किसने क्या खाया, यह नहीं पता। प्रियंका के पिता अर्जुन सिंह को सबसे पहले उनकी सहेलियों ने बेटी की तबीयत बिगड़ने की सूचना दी थी। वे तुरंत अनूपपुर से बिलासपुर रवाना हुए, लेकिन रास्ते में ही उन्हें बेटी की मौत की खबर मिल गई। अस्पताल पहुंचने पर उन्होंने बताया कि प्रियंका पढ़ाई के लिए बिलासपुर आई थी। फोन पर वह हमेशा क्लास और पढ़ाई की बात करती थी, लेकिन असल में वह यहां क्या कर रही थी, यह जानकारी परिवार को नहीं थी।
चार युवतियों की तबीयत बिगड़ने की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इनमें से एक की मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक फिलहाल यह फूड पॉइजनिंग का मामला लग रहा है, लेकिन मौत की असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगी। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।