बिलासपुर

तीन दिन में ज्वाइनिंग नहीं देने पर कार्रवाई की चेतावनी
'छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 जून। जिले में 755 अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग बुधवार को दो चरणों में संपन्न हुई, लेकिन इस प्रक्रिया में भारी अव्यवस्था और पारदर्शिता की कमी को लेकर शिक्षकों ने जमकर नाराजगी जताई। देवकीनंदन दीक्षित ऑडिटोरियम और आत्मानंद स्कूल परिसर में आयोजित इस काउंसिलिंग में 150 से ज्यादा शिक्षकों ने सूची पर आपत्ति दर्ज कराई, जबकि 50 से अधिक शिक्षकों ने लिखित रूप से असहमति जताकर काउंसलिंग में हिस्सा ही नहीं लिया।
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि बिना दावा-आपत्ति का निपटारा किए ही सूची जारी कर दी गई और चयन भी कर लिया गया। सूची में कई गंभीर गड़बड़ियां सामने आईं। जैसे सीनियर शिक्षकों को अतिशेष घोषित कर देना, जूनियर को बचा लेना, विषयों की अदला-बदली कर देना, यानि विज्ञान शिक्षक को कला में और वाणिज्य वाले को विज्ञान में डाल देना।
शिक्षकों का कहना है कि आत्मानंद स्कूल शुरू होने के समय जिन शिक्षकों ने असहमति जताई थी, उन्हें अब काउंसिलिंग में मौका नहीं दिया गया, जबकि संचालनालय ने इसके लिए स्पष्ट आदेश दिए हैं। इसके अलावा 2025 और 2026 में रिटायर होने जा रहे 19 शिक्षकों को भी अतिशेष सूची में टॉप पर रखा गया। इसमें 11 सहायक शिक्षक, 1 प्रधान पाठक और 7 व्याख्याता शामिल हैं। शिक्षकों का कहना था कि रिक्त पदों की सूची पहले से साझा नहीं की गई थी। केवल काउंसिलिंग वाले दिन सुबह उसे चस्पा किया गया और व्हाट्सएप पर भेजा गया। इसी को लेकर भारी असंतोष फैल गया। कई व्याख्याताओं का प्रमोशन प्राचार्य पद पर हो चुका है और मामला कोर्ट में लंबित है, फिर भी उन्हें सूची में अतिशेष बताया गया। काउंसिलिंग में स्क्रीन के जरिए स्कूल चुनने की प्रक्रिया अपनाई गई। जैसे ही शिक्षक ने चयन किया, मंच से ही पोस्टिंग ऑर्डर दे दिया गया और चेतावनी दी गई कि तीन दिन में जॉइन न करने पर कार्रवाई होगी।
शिक्षक साझा मंच ने बयान जारी कर युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को अवैध बताया। उनका कहना है कि बिना प्रमाणित दस्तावेज के कुछ लोगों को बचाया गया और नियमों का खुला उल्लंघन हुआ। मंच ने जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है और जरूरत पड़ी तो कोर्ट का रुख करने की चेतावनी दी है।
जिला शिक्षा अधिकारी अनिल तिवारी का पूरे मामले में कहना है कि काउंसिलिंग के बाद ही पदस्थापना आदेश जारी किया गया है। तीन दिन में जॉइन करना अनिवार्य है। कुछ शिक्षकों के आवेदन पर कलेक्टर स्तर से नाम हटाया गया है। पुरुष शिक्षकों के लिए मिडिल स्कूल में जिले में पद रिक्त नहीं थे, प्राथमिकता महिला शिक्षकों को दी गई।
कुल अतिशेष शिक्षक: 755
सहायक शिक्षक: 461
प्राथमिक प्रधान पाठक: 19
पूर्व माध्यमिक शिक्षक: 147
पूर्व माध्यमिक प्रधान पाठक: 11
व्याख्याता: 116
प्राचार्य: 1