बिलासपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 4 जून।मस्तूरी के जयरामनगर में एक नवविवाहित युवक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। परिजनों ने इसे खुदकुशी बताया और पुलिस ने भी ज्यादा जांच-पड़ताल किए बिना मामला बंद कर दिया। लेकिन अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर में गहरी चोट की पुष्टि होने के बाद मृतक की बहन ने एसएसपी से दोबारा जांच की मांग की है।
28 साल के सूरज वस्त्रकार की लाश 14 मई 2025 को उसके बेडरूम में फर्श पर पड़ी मिली थी। उसके सिर में गंभीर चोट थी और खून बह रहा था। उस वक्त घर में पत्नी और अन्य परिजन मौजूद थे। परिजनों ने सूरज के शव को खुद मस्तूरी स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर पुलिस को सूचना दी कि उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। लेकिन सिर की चोट के बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया।
पुलिस ने परिवार के बयान के आधार पर केस को आत्महत्या मानकर बंद कर दिया। लेकिन जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, तो सिर में गहरी चोट की बात सामने आई। इसके बाद सूरज की बहन आरती वस्त्रकार (निवासी घुटकु) ने भाई की मौत को संदिग्ध बताते हुए हत्या की आशंका जताई है।
आरती का कहना है कि सूरज की मौत के बाद पुलिस को तुरंत सूचना नहीं दी गई, उल्टा कमरे में फैले खून को धो दिया गया। उसके गले में तौलिया बंधा था, लेकिन किसी ने उसे फांसी पर लटका हुआ नहीं देखा।
परिजनों ने पुलिस को सूरज की जेब से मिला एक सुसाइड नोट भी दिया, जिसमें लिखा था कि वह निराशा के चलते खुदकुशी कर रहा है। लेकिन यह नोट दो अलग-अलग रंग की पेन से लिखा गया था। आरती का दावा है कि नोट की हस्तलिपि सूरज की पुरानी लिखावट से मेल नहीं खाती।
एसएसपी रजनेश सिंह ने बताया कि मृतक की बहन की ओर से दोबारा जांच की मांग वाला आवेदन मिला है, जिसमें सूरज की मौत को संदेहास्पद बताया गया है। आवेदन को मस्तूरी एसडीओपी को भेजा गया है, जहां बहन को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है।