बिलासपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 फरवरी। जिले में बिना लाइसेंस संचालित पैथोलॉजी लैब और कलेक्शन सेंटर मरीजों की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद कई लैब बिना प्रमाणित पैथोलॉजिस्ट के जांच कर रही हैं और डिजिटल सिग्नेचर से रिपोर्ट जारी कर रही हैं। एनएसयूआई ने इसकी शिकायत सीएमएचओ से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
एनएसयूआई के प्रदेश सचिव रंजेश सिंह ने सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ज्ञापन में उन्होंने बताया है कि जिले में कई पैथोलॉजी लैब और कलेक्शन सेंटर बिना लाइसेंस कार्यरत हैं और गलत रिपोर्ट जारी कर रहे हैं, जिससे मरीजों के इलाज में गंभीर गलतियां हो रही हैं।
शिकायत के अनुसार, कई लैब बड़े शहरों की फ्रेंचाइजी लेकर बिना विशेषज्ञों के ही सैंपल जांच कर रही हैं। मरीजों की रिपोर्ट में गड़बड़ी की आशंका अधिक होने से उनके स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है।
सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी ने बताया कि कई लैब अभी भी डिजिटल सिग्नेचर का इस्तेमाल कर रही हैं, जिनके खिलाफ शिकायतें मिली हैं। जांच के आदेश दिए गए हैं और जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। एनएसयूआई नेता रंजेश सिंह ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो इस मुद्दे को बड़े स्तर पर उठाया जाएगा। मरीजों की जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।