बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 31 दिसंबर। फर्जी परित्यक्ता प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर नियुक्ति पाने वाली कोटा ब्लॉक के जरगाडीह आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता सरस्वती यादव को बर्खास्त कर दिया गया है। कलेक्टर अवनीश शरण ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए थे, जिसके बाद उनकी सेवा समाप्त करने का निर्णय लिया गया।
एकीकृत बाल विकास परियोजना कोटा के परियोजना अधिकारी ने बताया कि सरस्वती यादव ने सरपंच और सचिव के हस्ताक्षर से फर्जी परित्यक्ता प्रमाण पत्र बनवाकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद के लिए आवेदन दिया था। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सरस्वती यादव अपने पति और 3 माह के बच्चे के साथ रहती है। सचिव ने लिखित में बयान दिया कि प्रमाण पत्र पर उसका हस्ताक्षर नहीं है। गांव के लोगों ने भी लिखित में शिकायत की, जिससे फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई। 13 दिसंबर को परियोजना स्तरीय मूल्यांकन समिति ने जांच रिपोर्ट के आधार पर सरस्वती यादव को बर्खास्त करने का अनुमोदन किया। सेवा समाप्ति के साथ, उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई करने के लिए कोटा थाना प्रभारी को पत्र भी भेजा गया है।


