बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 दिसंबर। छत्तीसगढ़ के विभिन्न नगरीय निकायों में कार्यरत कर्मचारी, स्वच्छता दीदियां, कमांडोज, और प्लेसमेंट कर्मचारी अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल समाप्त कर गुरुवार से काम पर लौट आए। यह निर्णय उप मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव से मुलाकात के बाद लिया गया।
18 दिसंबर को रायपुर स्थित मंत्री अरुण साव के शासकीय निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी कल्याण संघ और छत्तीसगढ़ स्वच्छता दीदी, महिला-पुरुष महासंघ के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। उन्होंने अपनी मांगों को रखते हुए मंत्री से सहानुभूतिपूर्ण विचार करने का अनुरोध किया।
साव ने प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि सरकार उनकी मांगों पर संवेदनशील है और विभाग इन पर गंभीरता से विचार करेगा। उन्होंने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता है कि आपकी समस्याओं का समाधान उचित तरीके से हो।’ साव ने कहा कि सरकार कर्मचारियों और स्वच्छता कर्मियों के हितों के प्रति सजग और गंभीर है। उन्होंने हड़ताल को सेवाओं में बाधा उत्पन्न करने वाला कदम बताते हुए कहा, ‘समस्याओं को रखने के लिए हड़ताल या आंदोलन ही एकमात्र माध्यम नहीं है। संवाद और अन्य विकल्पों के जरिए भी समाधान निकाला जा सकता है।’
मुलाकात के दौरान छत्तीसगढ़ अधिकारी-कर्मचारी कल्याण संघ की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश तिवारी, प्रवक्ता विकास मिश्रा, कोषाध्यक्ष संदीप चंद्राकर और संरक्षक संजय शर्मा उपस्थित थे। वहीं, छत्तीसगढ़ स्वच्छता दीदी, महिला-पुरुष महासंघ की ओर से प्रदेश अध्यक्ष पवन नायक, उपाध्यक्ष निर्मला मैथ्यू और सचिव सुनीता देवांगन ने अपनी बात रखी।
संघ के नेताओं द्वारा तत्काल हड़ताल समाप्ति की घोषणा के बाद सभी कर्मचारी और स्वच्छता कर्मी अपने-अपने कार्यक्षेत्रों में लौट आए हैं। इससे नगरीय निकायों में बाधित सेवाएं बहाल हो गई हैं।


