बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 26 सितंबर। राज्य बाढ़ आपदा प्रबंधन ने पूरे प्रदेश में राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल का आयोजन किया। इसी परिप्रेक्ष्य में बेमेतरा जिले में जिला अस्पताल परिसर में भवन ढहने की स्थिति को आधार बनाकर एक जीवंत राहत और बचाव कार्य का प्रदर्शन किया।
जानकारी के मुताबिक, मॉक ड्रिल के दौरान यह सूचना दी गई कि लगातार भारी बारिश के कारण जिला अस्पताल का भवन ढह गया है और उसमें 45 लोग दब गए हैं। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम तत्काल घटना स्थल पर पहुंची और बिना समय गंवाए रेस्क्यू अभियान शुरू किया। भवन की तीसरी मंजिल में फंसे लोगों को रस्सियों और अन्य उपकरणों की मदद से सुरक्षित नीचे उतारा गया।
एसडीआरएफ जवानों ने आपदा की स्थिति में वैज्ञानिक तरीके से राहत एवं बचाव की पूरी प्रक्रिया का प्रदर्शन किया। घायल नागरिकों को मौके पर ही चिकित्सा विभाग की टीम द्वारा प्राथमिक उपचार दिया गया और तत्पश्चात एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। गंभीर रूप से घायल लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद हेलीकॉप्टर के माध्यम से उच्च स्तरीय अस्पतालों में रेफर किया गया। इस तरह सभी 45 हताहत लोगों को एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू कर उनकी जान बचाई और राहत पहुंचाई।
इस जीवंत प्रदर्शन के दौरान कलेक्टर रणबीर शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर श्री शर्मा ने मॉक ड्रिल की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के पूर्वाभ्यास से नागरिकों को आपदा के समय राहत और बचाव की प्रक्रिया को समझने का अवसर मिलता है। ऐसे में आज का यह मॉक डील हमें भविष्य में किसी आपदा से निपटने के लिए मार्गदर्शन करेगा। इस मौके पर अपर कलेक्टर प्रकाश भारद्वाज, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योति सिंह, डीएसपी कौशिल्या साहू, एसडीओपी बेरला विनय कुमार एवं रक्षित निरीक्षक प्रवीण खलखो सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी तथा आपदा प्रबंधन बल के अखिलेश पाराशर एवं मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


