बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 सितंबर। कलेक्टर रणबीर शर्मा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के अंतर्गत चल रहे एवं प्रस्तावित विकास एवं निर्माण कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई।
धीमी प्रगति पर नाराज हुए कलेक्टर
बैठक में जब अधिकारियों ने प्रस्तुत प्रगति रिपोर्ट में कई कार्यों की धीमी रफ्तार और कुछ योजनाओं की शुरुआत तक नहीं होने पर कलक्टर ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो अधिकारी-कर्मचारी समयसीमा में कार्य पूर्ण नहीं करेंगे, उनके विरुद्ध कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा और जवाब संतोषप्रद ना मिलने पर बर्खास्त करने की चेतावनी दी गई।
10 दिनों में कार्य पूर्ण करने के निर्देश
कलेक्टर शर्मा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी अपूर्ण कार्यों को अगले 10 दिनों के भीतर हर हाल में पूरा कर लिया जाए और इसकी रिपोर्ट जिला कार्यालय में प्रस्तुत की जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि अधिकारी केवल कागजी कार्रवाई तक सीमित न रहें, बल्कि नियमित रूप से कार्यस्थल का दौरा कर मौके पर कार्य की मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। बैठक में सामुदायिक भवन निर्माण, नाली निर्माण कार्यों एवं प्रगतीरथ योजना जैसे प्रमुख विकास कार्यों की गहन समीक्षा की गई।
गुणवत्ता पर विशेष जोर
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि मात्र समय सीमा में कार्य पूरा करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि गुणवत्ता भी सर्वोपरि है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि कहीं भी कोई बाधा या समस्या आ रही है तो उसका त्वरित समाधान कर शासन के उद्देश्यों को सफल बनाया जाए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ प्रेमलता, एडीएम अनिल वाजपेयी सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने अपने-अपने विभागों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की और आगामी कार्ययोजना की जानकारी दी।
विभाग आपसी तालमेल के साथ कार्य करें
कलेक्टर ने कहा कि सभी विभाग आपसी तालमेल और सामूहिक समन्वय के साथ कार्य करें, ताकि योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर हो सके। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का मुय उद्देश्य है कि ग्रामीण एवं पिछड़े वर्ग के लोगों तक शासन की हर योजना और सुविधा समय पर पहुँचे और उनके जीवन स्तर में ठोस सुधार हो।


