बेमेतरा

सरकारी शिक्षक अब रजिस्टर पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे, ऐप के माध्यम से दर्ज कराएंगे उपस्थिति
16-Sep-2025 4:05 PM
सरकारी शिक्षक अब रजिस्टर पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे, ऐप के माध्यम से दर्ज कराएंगे उपस्थिति

दुर्ग संभाग का एकमात्र जिला है बेमेतरा, जहां शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 16 सितंबर। जिले के चारों विकासखंड के 1294 सरकारी स्कूलों के 5194 शिक्षकों को ऐप के माध्यम से जियो ट्रेंकिग कर अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी, जिसके बाद छात्र-छात्राओं की भी उपस्थिति ऑनलाइन अपलोड करनी होगी। जिले के सभी शिक्षकों को ऐप लोड करने के लिए लिंक भेजकर तैयारी प्रारंभ करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में नई ऐप व्यवस्था लागू करने से पूर्व बेमेतरा जिला सहित 5 जिले को पायलट प्रोजक्ट में शामिल किया गया है। सोमवार को गूगल से सीजीवीएस के ऐप डाउनलोड करने में शिक्षक परेशान रहे।

 जानकारी हो कि राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक द्वारा जारी आदेश के बाद शिक्षकों व स्टूडेंट्स की उपस्थिति वीएसके ऐप से अपलोड करनी होगी। जिले के स्कूलों में आने वाले समय में जियो ट्रैकिंग से हाजिरी की नई व्यवस्था होगी। नई व्यवस्था के लिए प्रबंध संचालक द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव को पत्र लिखकर वीएसके ऐप डाउनलोड करने कहा गया है। सामने आए पत्र के अनुसार योजना के प्रारंभ में प्रदेश के सभी 5 संभागों के एक-एक जिले का चयन किया गया है। दुर्ग संभाग से बेमेतरा को चयनित किया गया है। इसके आलावा रायपुर संभाग में महासमुंद, बस्तर में दंतेवाड़ा, अंबिकापुर संभाग से सूरजपुर व रायगढ़ संभाग में रायगढ़ जिले में इस व्यवस्था को प्रांरभिक तौर पर लागू किया जा रहा है।

जियो मैपिंग हो चुकी है सभी स्कूलों की, अब शिक्षकों की बारी

समग्र शिक्षा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले के प्राथमिक, मिडिल, हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों की जियो मैपिंग प्रक्रिया को पूर्ण कराया जा चुका है। अब शिक्षकों को ऐप डाउनलोड करने के बाद अपने-अपने स्कूलों के सामने की फोटो भेजकर जियो ट्रैकिंग के साथ उपस्थिति दर्शानी होगी, जिसे ब्लॉक स्तर के अधिकारी या टीम द्वारा ओके किया जाएगा। नए आदेश जारी होने के बाद मोबाइल के प्लेस्टोर से सीजीवीएस के ऐप डाउनलोड करने के बाद शिक्षकों को पहले अपनी टीचर आईडी बनानी होगी। ऐप में मोबाइल नंबर व पासवर्ड बनाना होगा, जिसके बाद स्कूल के सामने की लाइव लोकेशन के साथ फोटो खींचकर अपलोड करनी होगी, जिसे जियो मैपिंग के अनुसार पाए जाने पर सहमति मिल सकेगी।

संस्था प्रमुख समेत 5194 शिक्षक कार्यरत -

जिले के चारों ब्लॉक में 1294 स्कूल हैं। 743 प्राथमिक स्कूलों में 709 प्रधानपाठक और 1638 सहायक शिक्षक, 387 मिडिल स्कूल में 215 प्रधानपाठक, 1349 शिक्षक एलबी हैं। 67 हाईस्कूलों में प्रभारी प्राचार्य व 220 व्यायाता पदस्थ हैं। 101 हायर सेकंडरी में प्रभारी प्राचार्य व 885 व्यायाता हैं। डीईओ जीआर चतुर्वेदी ने कहा कि ऐप से अटेंडेंस संबंधित जानकारी लिपिक से मंगाने के बाद ही बता पाऊंगा।

  जिले में स्कूल की संख्या

   कुल स्कूल      —          12944

 प्राथमिक        —              7448

 मिडिल           —               3389

हाईस्कूल        —               1011

 हायरसेकंडरी  —                 67

कुल पदस्थ     —                51944

शिक्षकों को पंजीयन कराने के लिए कहा गया

 

जिले में शिक्षकों का पंजीयन कराने के लिए कहा गया है, जिससे उनके डिटेल की उच्चस्तर के अधिकारी जांच करेंगे। सोमवार को कई स्कूलों में शिक्षक लंच समय में बैठकर एक-दूसरे से जानकारी लेकर ऐप डाउनलोड करने के बाद फोटो अपलोड करने का प्रयास करते नजर आए। शिक्षकों ने चर्चा के दौरान बताया कि ऐप में आज फोटो प्रोफाइल के रूप में स्कूल की फोटो अपलोड करने का प्रयास करने के बावजूद फोटो एक्सेप्ट नहीं हुआ। वहीं टीचर आईडी में कई तरह की समस्या होने की जानकारी शिक्षकों ने दी।

जिले में कब से प्रारंभ होगा पता नहीं

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में ऐप आधारित उपस्थिति दर्ज करने की प्रक्रिया कब से प्रारंभ होगी। इसे लेकर जिला कार्यालय को उच्च कार्यालय सें अब तक किसी प्रकार का आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। जिले के स्कूलों में कभी भी लागू होने की संभावना को देखते हुए प्रक्रिया को समझने व डेमो करने के लिए जिला अधिकारी द्वारा शिक्षकों को निर्देश जारी किया है।


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