बेमेतरा

मवेशियों की जमावड़े से स्थिति बिगड़ी ट्रैफिक जाम, सडक़ दुर्घटनाओं में भी बढ़ोतरी
12-Aug-2025 3:19 PM
मवेशियों की जमावड़े से स्थिति बिगड़ी  ट्रैफिक जाम, सडक़ दुर्घटनाओं में भी बढ़ोतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

 बेमेतरा, 12 अगस्त। जिले में आवारा मवेशियों की समस्या हल होने का नाम ही नहीं ले रही। यहां कार्रवाई के अभाव में प्रशासन के दावे विफल हो रहे हैं, जिसके कारण लगातार हादसे हो रहे हैं।

सडक़ पर आवारा मवेशी झुण्ड में बैठे रहते हैं, जिससे वाहन चालकों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ रहा है। खासकर मोटरसाइकिल सवारों के लिए यह और भी खतरनाक है, क्योंकि मवेशी या तो आपस में लडऩे लग जाते है या तो उठकर इधर-उधर चलने लग जाते हैं जिससे वाहन चालकों को दुर्घटनाओं का शिकार होना पड़ जाता है। जिले मे आवारा मवेशियों की समस्या चिंता का कारण बन गई है।

जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक, निर्देश का नहीं हो रहा पालन

जनसुरक्षा और पशु कल्याण के लिए बीते दिनों पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू एवं अपर कलेक्टर अनिल बाजपेई ने नगर पालिका सीएमओ, पशुपालन, राजस्व, पुलिस, नगरीय प्रशासन और पंचायत विभागों के वरिष्ठ अधिकारियो की बैठक ली थी जिसमें नागरिकों की जानमाल की सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए पुलिस अधीक्षक साहू ने स्पष्ट शब्दों मे कहा था कि अब जिले की सडक़ों पर आवारा मवेशियों की उपस्थिति बर्दास्त नहीं की जाएगी। यह स्थिति यातायात में ही बाधा नहीं डाल रही बल्कि नागरिकों की जान को भी खतरे में डाल रही है। पुलिस अधीक्षक के यह निर्देश सिर्फ बैठक तक सीमित रहे।

सैकड़ों एकड़ फसल को बर्बाद कर रहे हैं मवेशी

डॉ.सौरभ निर्वाणी ने कहा कि डेढ़ दशक से भी ज्यादा हुए बालसमुंद, झिरिया, आन्दु, बिरमपुर, बिटकुली, चंदनु, मुलमुला, पेड़ीतरई, भैसा, करंजिया, नवागांव समेत 3 दर्जन से भी अधिक गांव और 28 हजार एकड़ से भी अधिक कृषि रकबा में किसानी कर रहे हजारो किसान परिवार बन्देलीन से त्रस्त हैं । आवारा मवेशी खेतो में खड़ी फसल उजाड़ देती है । कई बार गांव की सडक़ों में आवारा पशुओं के कारण हुए सडक़ हादसों में राहगीरों को गंभीर चोंटे आती है और जान तक गंवानी पड़ी है । सब्जी मार्केट और फल दुकानों में मवेशियों का आतंक, कारोबारी भी हो रहे परेशान  शहर के सब्जी मार्केट और फल दुकानों में आवारा मवेशियों का जमावड़ा एक गंभीर समस्या बन गया है। ये मवेशी दुकानों में घुसकर सब्जियों और फलों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। व्यापारी इस समस्या से बहुत परेशान हैं और उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द इस पर कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि आवारा मवेशियों के कारण उनका व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। शहर के सडक़ों पर बैठी मवेशियों को पकडक़र कांजी हाउस छोड़ा जा रहा नगरपालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा ने कहा की गौमाता के लिए बड़ा अभियान चल रहा है। मुख्यमंत्री ने जगह-जगह गौठानों में गौधाम निर्माण की घोषणा की है। इसके लिए अलग से फंड की व्यवस्था की गई है। यहां पशुओं की सुरक्षा के लिए चरवाहो की व्यवस्था की जाएगी, हमारी सरकार गौमाता की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। पशुओं को पकडक़र कांजी हाउस में छोड़ा जा रहा है, लेकिन पशु मालिक उन्हें कांजी हाउस से छुड़ाकर फिर खुले में छोड़ देते हैं। वही शहर के आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ मवेशी मालिक मवेशी को शहर में छोड़ देते है जिससे व्यवस्था बिगड़ी है, जिसे सुधारने लगातार प्रयास जारी है।

 

शिकायत के बावजूद अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान

डॉ. सौरभ निर्वाणी ने कहा कि सार्वजनिक मंचो से शहरी व ग्रामीणों की इस भयावह समस्या से मुक्ति के लिए जिला प्रशासन से निवेदन किया लेकिन पूरी प्रक्रिया सिर्फ आवेदन तक ही सीमित रह गई । जिला प्रशासन इस भयावह समस्या से ग्रामीणों को, अंचल को मुक्त कराएं. इन बन्देलीनो की वजह से लाखों रुपये की फसल का नुकसान हर साल किसानों को उठाना पड़ता है।


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