बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 8 अगस्त। गिधवा में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला में एकल शिक्षक होने कारण पढ़ाई बद से बदतर हो गई है। पहले यहां तीन शिक्षक कार्यरत थे। जिसमें एक शिक्षक को दो वर्ष अभ्यास शाला में अटैच किया गया है। वहीं दूसरे शिक्षक को अतिशेष में दूसरे स्कूल में भेज दिया गया है। पालकों ने कहा है कि यदि तीन दिवस के भीतर शिक्षकों की वापसी नहीं हुई तो स्कूल में तालाबंदी करेंगे जिसकी जिमेदारी शिक्षा विभाग की होगी।
नगर पंचायत दाढ़ी के वार्ड क्रमांक 2 गिधवा में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला में विगत दो वर्षों से यहां पदस्थ शिक्षक को अन्यत्र व्यवस्था में रखा गया है, जिसके कारण यह शाला एकल शिक्षकीय हो गया है। एक शिक्षक होने के कारण पढ़ाई पूर्णत: ठप हो गई है।
यहां नन्हे बच्चों का भविष्य अंधकार मय होते दिखाई दे रहा है। जिसकी जानकारी एवं शिक्षक की मांग संकुल स्त्रोत केंद्र संकुल कन्या दाढ़ी एवं प्रधान पाठक ने विकासखंड शिक्षा अधिकारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी को दी है। परंतु आज तक शिक्षक की व्यवस्था नहीं की गई है। जिसके कारण बच्चों के हित में पालकों ने सर्वसमति से निर्णय लिया है कि तीन दिवस के अंतर्गत यदि यहां पदस्थ शिक्षक को वापस नहीं लाया गया तो मजबूरन स्कूल में तालाबंदी की जाएगी जिसकी पूरी जिमेदारी शिक्षा विभाग की होगी।
बता दें कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी आज तक यहां की बदहाल स्थिति कोई सुध लेने नहीं पहुंचे हैं। 28 जुलाई के पहले शिक्षा विभाग के बड़े-बड़े अधिकारी नगर पंचायत दाढ़ी में मुयमंत्री के कार्यक्रम को लेकर तैयारी में जुटे हुए थे। लगातार आना जाना कर रहे थे। यहां पालक बैठक में नगर पंचायत के अध्यक्ष को भी बुलाया गया था जो यहां की ही निवासी हैं जो आज तक झांकने नहीं आए हैं।
मध्याह्न भोजन करने
स्कूल जा रहे बच्चे
पालकों में पार्षद दीपक रात्रे, सुंदर चंद्राकर जलेश्वर, राजू चंद्राकर, सूरज यादव ,रामकुमार चंद्राकर ,बुधारू, मोहन ,राजू ने बताया कि इस स्कूल में तीन शिक्षक कार्यरत थे। परंतु विगत 2 वर्ष पूर्व राजेंद्र कुमार टांडिया को व्यवस्था में अभ्यास शाला बेमेतरा में अटैच किया गया है। उनका वेतन यहीं से बन रहा है । शासन के आदेशानुसार दूसरे शिक्षक को अतिशेष में अन्यत्र स्कूल में भेजा गया। अब यहां केवल एक ही शिक्षक हैं। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई बदतर हो गई है। बच्चे केवल मध्यान भोजन करने ही जा रहे हैं। शासन एवं प्रशासन द्वारा बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने के लिए बड़ी-बड़ी योजनाओं के बारे में बता रहे हैं परंतु हकीकत यहां संचालित शासकीय प्राथमिक शाला से मिल जाएगी।
पढ़ाई प्रभावित हो रही
संकुल प्रभारी प्राचार्य धर्मेंद्र ग्यालवंशी ने कहा कि शासकीय प्राथमिक शाला गिधवा वर्तमान में एकल शिक्षकीय हो गया है। जिसकी संपूर्ण जानकारी एवं शिक्षक की मांग के लिए 24 जून 25 को जिला शिक्षा अधिकारी को दी गई है। 17 जुलाई 25 को प्रधान पाठक के विकासखंड शिक्षा अधिकारी को आवेदन दिया गया है। शिक्षक नहीं होने के कारण वहां पढ़ाई काफी प्रभावित हो गई है।
जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कमल कपूर बंजारे ने कहा कि प्राथमिक शाला गिधवा में शिक्षक की व्यवस्था की जाएगी।


