बेमेतरा

रामजानकी मंदिर की करोड़ों की जमीन हुई अतिक्रमण मुक्त
05-Aug-2025 5:04 PM
रामजानकी मंदिर की करोड़ों की  जमीन हुई अतिक्रमण मुक्त

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

 बेमेतरा, 5 अगस्त। धर्म, संस्कृति और सनातन परंपरा की रक्षा के लिए समर्पित धर्म स्तंभ काउंसिल के धर्म भूमि मुक्ति अभियान को एक ऐतिहासिक विजय प्राप्त हुई।

नवागढ़ स्थित रामजानकी मंदिर, निर्वाणी अखाड़ा की वह बहुमूल्य धर्मभूमि, जो पिछले चार दशकों से अवैध कब्जाधारियों के नियंत्रण में थी, उसे कल प्रशासनिक सहयोग से मुक्त कराया गया। इस कार्य में धर्म स्तंभ काउंसिल के सभापति डॉ. सौरभ निर्वाणी के नेतृत्व में लगातार संघर्ष चलता रहा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के त्वरित निर्देशों के परिणामस्वरूप, यह मुक्ति अभियान सफलता तक पहुँचा।

मठ मंदिरों से अतिक्रमण को मुक्त कराया

वैष्णव सप्रदाय निर्वाणी अखाड़ा की नवागढ़ रामजानकी मंदिर की संपत्ति नवागढ़ के अलावा बेमेतरा, रायपुर, महासमुंद में है, जो मंदिर को समय-समय पर दान में श्रद्धालुओं द्वारा समर्पित की गई थी।

महंत सुरेंद्र दास ने कहा है कि धर्म स्तंभ कौंसिल के मदद से रामजानकी मंदिर के अन्यत्र स्थित खेतिहर जमीनों को भी अवैध कब्जों से मुक्त कराया जाएगा।

 

सौरभ निर्वाणी ने संतों का आभार जताया

यह भूमि किसी संस्था की नहीं, धर्म की है। यह अधिकार किसी कागज़ का नहीं, परंपरा और तप की पीढिय़ों का है। डॉ. सौरभ निर्वाणी, सभापति धर्म स्तंभ काउंसिल के अनुसार रामजानकी मंदिर, निर्वाणी अखाड़ा के महंत सुरेंद्र दास ने इस ऐतिहासिक मुक्ति के लिए धर्म स्तंभ काउंसिल का आभार जताया और कहा कि यह केवल भूमि की वापसी नहीं, यह आस्था की पुनर्स्थापना है। आने वाली पीढिय़ाँ इस संकल्प को याद करेंगी। डॉ. रवींद्र द्विवेदी, ऋतेश साहू, कृष्ण वैष्णव, डॉ. शंकर पुष्पकार, अविनाश चंद्र मिश्रा लगातार 8 से 10 घंटे विशेष रूप से उपस्थित रहे और निरंतर भूमिका निभाई।


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